Man of the Hole : ब्राजील में अमेज़ॅन फ़ॉरेस्ट में रहने वाले उस अज्ञात शख्स की मौत हो गई है जिसे Man of the Hole नाम से जाना जाता था. वह अपने कबीले का आखिरी जीवित शख्स था. शख्स के मौत की सूचना ब्राजील में स्थित एक स्वदेशी सुरक्षा एजेंसी फनई ने दी.
एकान्त और रहस्यमय व्यक्ति को इंडियो डो बुराको के नाम से जाना जाता था. यह उस कबीले से था जो किसी से संपर्क नहीं रखती थी. शख्स का नाम Man of the Hole इसलिए रखा गया क्योंकि उसने कई गड्ढे खोदता था. इन गहरे गड्ढों का इस्तेमाल वह रहने, जानवरों को फंसाने के लिए भी करता था. क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने उसके निधन पर शोक जताया है.
सर्वाइवल इंटरनेशनल की प्रचारक सारा शेनकर ने द गार्जियन को बताया, “वह अपनी जनजाति का अंतिम था और उसके निधन के साथ ही धरती से एक और जनजाति विलुप्त हो गई. सर्वाइवल इंटरनेशनल, आदिवासी लोगों के लिए एक वैश्विक आंदोलन है. शेनकर ने कहा कि उनकी बाकी जनजाति का सफाया कई हमलों के बाद किया गया था, मुख्य रूप से भूमि हथियाने वालों और पशुपालकों द्वारा.
मृतक शख्स ने संपर्क में आने की कभी कोशिश नहीं की. न ही उसने कभी किसी पर भरोसा किया और सालों तक अकेले रहना पसंद किया. उनकी संपर्क न करने की नीति ने उन्हें ब्राजील और उसके आसपास स्थित रहस्य और जिज्ञासु कार्यकर्ताओं के लिए रोचक टॉपिक बना दिया था.
फनई के अधिकारियों ने पहली बार 1990 के दशक के मध्य में इस शख्स को देखा था. खोज के बाद, फ़नाई ने क्षेत्र को बंद कर दिया ताकि शख्स को सुरक्षित रखा जा सके. इस दौरान, रिसर्चर ने उसके जीवन जीने के तरीकों के आधार पर कई अध्ययन किए. चूंकि उसने कभी एक शब्द नहीं बोला, इसलिए रिसर्चर्स के लिए ज्यादा कुछ पता कर पाना भी टेढ़ी खीर जैसा रहा.
23 अगस्त को, फुनाई के अधिकारियों को उस व्यक्ति का शव एक झोपड़ी के पास एक झूला में मिला था. जांच करने पर, अधिकारियों को संघर्ष, हिंसा या किसी बाहरी व्यक्ति की उपस्थिति का कोई संकेत नहीं मिला, जिससे यह पता चलता हो कि व्यक्ति की मृत्यु प्राकृतिक कारणों से हुई है.
इसके अलावा, अधिकारियों ने उसके शरीर को चमकीले रंग के पंखों से ढका हुआ पाया, जिससे पता चलता है कि लगभग 60 वर्ष की आयु के व्यक्ति ने अपने निधन के लिए तैयारी की थी. फिलहाल उनके शव की फोरेंसिक जांच चल रही है.
1996 से ब्राजील की स्वदेशी मामलों की एजेंसी (फनाई) के एजेंटों द्वारा ‘मैन ऑफ द होल’ की सुरक्षा के लिए निगरानी की गई थी. 2018 में फनाई के सदस्य जंगल में एक मुठभेड़ के दौरान उस आदमी को फिल्माने में कामयाब रहे थे. फुटेज में उसे एक पेड़ पर कुल्हाड़ी जैसी किसी चीज से मारते हुए देखा जा सकता है. बता दें कि ब्राजील में लगभग 240 स्वदेशी जनजातियां हैं, जिनमें से कई खतरे में हैं. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि किसान अपने क्षेत्र में अतिक्रमण करते हैं. उनकी झोपड़ियों और कैम्प में मिले सबूतों से पता चलता है कि उन्होंने मक्का, मैनिओक, पपीता और केले जैसे फल लगाए थे.
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