Atal Tunnel के बाद Banihal Tunnel बदलेगी भारत की तकदीर, जान लें खासियत
Banihal Tunnel- कोरोना महामारी की चुनौती के बावजूद जम्मू से कश्मीर तक रेल पहुंचाने की परियोजना को समय से पूरा किया कर लिया गया है. रेलवे ने कटड़ा से बनिहाल 111 किलोमीटर लंबे ट्रैक निर्माण की रफ्तार बढ़ाते हुए मुख्य और सर्विस टनल की कुल 163 में से 126 किलोमीटर का निर्माण पूरा कर लिया है.
कश्मीर और लद्दाख में पाकिस्तान और चीन की चुनौतियों को देखते हुए रेल और सड़क ढांचे के विकास की राह पर केंद्र सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है. बता दें कि मनाली-लेह हाईवे पर कुछ दिने पहले ही अटल टनल का पीएम नरेंद्र मोदी के लोकार्पण करने के बाद एक अच्छी न्यूज यह है कि जम्मू कश्मीर में कटड़ा-बनिहाल रेल लिंक के लिए अहम 8.6 किलोमीटर लंबी सुरंग की खोदाई का काम भी पूरा कर लिया गया है. पीर पंजाल क्षेत्र की पहाड़ियों को चीरकर इस टनल की खोदाई में ही 10 साल लग गए.
10 साल का इंतजार खत्म, PM ने अटल टनल का किया उद्घाटन, जानिए खास बातें
बनिहाल व काजीकुंड (अनंतनाग) के बन रही पीरपंजाल टनल 11 किलोमीटर लंबी होगी और जम्मू क्षेत्र को कश्मीर से जोड़ेगी. इसका निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि बर्फबारी होने पर भी रेलवे ट्रैक पर बहुत कम प्रभाव पड़े.
ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेलवे ट्रेक पर रामबन जिले में चंगलदार और खैरी के बीच स्थित है. उम्मीद यह की जा रही है कि कश्मीर 15 अगस्त 2022 तक देश से सीधे रेलमार्ग से जुड़ जाएगा. फिलहाल कटड़ा से बनिहाल के रेल लिंक पर तेजी से काम चल रहा है.
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Features of Srinagar-Jammu road tunnel
Distance
286 किलोमीटर श्रीनगर-जम्मू के बीच दूरी नेशनल हाईवे 1-ए पर
30 किलोमीटर दूरी कम हो जाएगी जम्मू और श्रीनगर के बीच सुरंग से दूरी
Cost
2500 करोड़ रुपये की लागत आएगी इस सड़क सुरंग पर
Banihal Tunnel
tunnel
23 मई 2011 को शुरू हुआ सड़क सुरंग का काम
9.2 किलोमीटर लम्बी सड़क सुरंग उधमपुर के चेनानी और रामबन के नशरी के बीच
13.3 व्यास की होगी दो लेन की मुख्य सुरंग
05 व्यास का होगा समानान्तर बचाव का रास्ता. इसका इस्तेमाल राहगीर करेंगे.
05 मीटर मुख्य सुरंग के लिए प्रतिदिन की गई खुदाई
08 मीटर बचाव रास्ते के लिए रोजाना की गई ड्रिलिंग.
100 साल से ज्यादा जीवन होगा इस सड़क सुरंग का
04 लेन की यह सड़क सुरंग परियोजना
02 ट्यूब (सुरंग के) आतंरिक रूप से 29 क्रॉस मार्गों के जरिय राहगीरों के लिए हर 300 मीटर और आपात वाहनों के लिए 1200 मीटर पर जुड़े रहेंगे
1000 कामगार (स्टॉफ और कार्यबल) अत्याधुनिक ड्रिलिंग मशीनों के साथ जुटे हुए हैं.
1200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है सुरंग का प्रवेश और निकास
14 मीटर चौड़ी और 10 मीटर ऊंची है यह सुरंग
Benefit of tunnel
नेशनल हाईवे-1ए पर रुकेगा ट्रैफिक जाम
समय और ईंधन की बचत होगी
शेष भारत से इस राज्य का संपर्क सुगम हो जाएगा
Other long road tunnels in the country
Rohtang Tunnel
रोहतांग सुरंग दुनिया की सबसे ऊंची सड़क सुरंग है. यह समुद्र से 3,978 मीटर की ऊंचाई पर हिमालय के पूर्वी पीर पंजाल श्रेणी पर रोहतांग दर्रे के पास लेह-मनाली हाईवे पर स्थित है. दो लेन की सुरंग 8.8 किलोमीटर लम्बी हैय यह देश की दूसरी सबसे लंबी सड़क सुरंग है. इससे मनाली-केलांग के बीच की दूरी 60 किलोमीटर कम हुई
Ott Tunnel
चंडीगढ़-मनाली मार्ग पर मंडी के पास औत में व्यास नदी के पास यह सुरंग बनी हुई है. यह तीन किलोमीटर लम्बी है. इसे कुल्लु-मनाली का गेटवे भी कहा जाता है. इसका निर्माण यहां एक बिजली परियोजना के कारण सड़क बंद करने से किया गया.
Jawahar Tunnel
समुद्र से 2194 मीटर की उंचाई पर बनिहाल सुरंग को जवाहर के नाम से जाना जाता है. बनिहाल दर्रे पर यह सड़क सुरंग 2.5 किलोमीटर लम्बी है. यह जम्मू-कश्मीर में बनिहाल और काजीगुंड के बीच स्थित है. अब इस सुरंग में सीसीटीवी कैमरे, वायुसंचार प्रणाली, आपात निकास और विश्वस्तरीय विद्युत व्यवस्था भी है.
Khamshet Tunne
यह सुरंग 1.843 किलोमीटर लम्बी है. पुणे के खाम्शेट के पास बनी सुरंग महाराष्ट्र की सबसे लम्बी सुरंग कहलाती है. मुंबई-पुणे राजमार्ग पर दो ट्यूब की इस सुरंग में तीन लेन हैं.
World’s longest tunnel
विश्व की सबसे लम्बी सड़क सुरंग नार्वे में है. इसकी लम्बाई 24.5 किलोमीटर है. यह ऑरलैंड और लायेरडेल के बीच ओस्लो और बेरजेन को जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर स्थित है. इसके निर्माण को 1992 में नार्वे संसद ने मंजूरी दी थी.