Delhi-Meerut Expressway Chipiyana ROB : एनएच-9 पर करीब 15 महीने में बनकर तैयार हुए चिपियाना आरओबी (Chipiyana ROB) को गाड़ियों के लिए खोल दिया गया. सभी टेस्ट पास करने के बाद गुरुवार की रात करीब पौने आठ बजे कर्मियों ने एनएचएआई के अधिकारियों व इंजीनियरों की मौजूदगी में नारियल तोड़कर इसकी शुरुआत की. इस आरओबी पर वाहनों का आवागमन शुरू होने से रोजाना करीब एक लाख वाहन चालकों को सुविधा मिलेगी.
एनएचएआई ने 1 अप्रैल 2021 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को वाहनों के लिए खोल दिया था. एनएच-9 को चौड़ा करने का काम भी पूरा हो गया था लेकिन 115 मीटर लंबे और फोर लेन आरओबी का निर्माण पूरा नहीं हो पाया था. नीचे से रेलवे लाइन गुजरने के कारण यहां काम करना भी बहुत मुश्किल था.
अगस्त में एनएचएआई ने इस आरओबी का निर्माण लगभग पूरा कर लिया था. इसके बाद इस पर सड़क निर्माण, स्ट्रीट लाइट, पेंटिंग समेत फिनिशिंग का काम पूरा किया गया. इसके बाद चार दिनों तक लोड टेस्टिंग और मॉनिटरिंग की गई. एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि सफल परीक्षण के बाद गुरुवार रात इसे वाहनों के लिए खोल दिया गया.
गाज़ियाबाद। एनएच-9 पर करीब 15 महीने में बनकर तैयार हुए चिपियाना आरओबी को वाहनों के लिए खोल दिया गया. सभी टेस्ट पास करने के बाद गुरुवार की रात करीब पौने आठ बजे कर्मियों ने एनएचएआई के अधिकारियों व इंजीनियरों की मौजूदगी में नारियल तोड़कर इसकी शुरुआत की. इस आरओबी पर वाहनों का आवागमन शुरू होने से रोजाना करीब एक लाख वाहन चालकों को सुविधा मिलेगी.
एनएचएआई ने 1 अप्रैल 2021 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को वाहनों के लिए खोल दिया था. एनएच-9 को चौड़ा करने का काम भी पूरा हो गया था लेकिन 115 मीटर लंबे और फोर लेन आरओबी का निर्माण पूरा नहीं हो पाया था. नीचे से रेलवे लाइन गुजरने के कारण यहां काम करना भी बहुत मुश्किल था.
अगस्त में एनएचएआई ने इस आरओबी का निर्माण लगभग पूरा कर लिया था. इसके बाद इस पर सड़क निर्माण, स्ट्रीट लाइट, पेंटिंग समेत फिनिशिंग का काम पूरा किया गया. इसके बाद चार दिनों तक लोड टेस्टिंग और मॉनिटरिंग की गई. एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि सफल परीक्षण के बाद गुरुवार रात इसे वाहनों के लिए खोल दिया गया.
ट्रस ब्रिज की चौड़ाई – 17.50 मीटर
कैरिज वे की चौड़ाई – 15 मीटर
फुटपाथ चौड़ाई – 2.50 मीटर
कुल वजन – 2230 टन
कुल लंबाई – 114.8 मीटर
ट्रस ब्रिज देश का सबसे वजनदार ब्रिज है. 125 मीटर लंबे और 2270 टन के इस ट्रस ब्रिज पर सबसे अधिक भार वाली गाड़ी चलने की क्षमता है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को वाहनों के लिए एक अप्रैल 2021 को खोला गया था. लेकिन, चिपियाना में आरओबी का काम होने की वजह से आए दिन जाम लगता था.
आरोबी के चालू होने के साथ ही ट्रैफिक जाम कम होगा. एनएचएआइ रेलवे और यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पांच दिन से साइट पर दिन-रात ड्यूटी दे रहे थे.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दोपहिया और तीनपहिया वाहन नहीं चलेंगे. अगर कोई चलाता है तो चालान उनके घर पहुंच जाएगा.
यहां कोई टोल से भी नहीं बच पाएगा. यहां आटोमैटिक टोल कलेक्शन के लिए जगह-जगह कैमरे लगाए गए हैं. एनएचएआइन ने एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनिशन) सिस्टम को अपग्रेड कर लिया है. इसकी मदद से चालान ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचेंगे. ट्रैफिक पुलिस चालान वैरीफाई करेगी और वह घर पहुंच जाएगा.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ओवरटेक करने के दौरान निर्धारित गति सीमा का पालन नहीं करने पर 500 रुपये का चालान वसूला जाएगा. यहां ओवरटेक करते समय लोगों को अपनी गाड़ी की स्पीड का विशेष ध्यान रखना होगा. अगर लोग एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाने के दौरान ओवरटेक करते हैं और उनकी स्पीड निर्धारित गति सीमा से कम है, तो उनका चालान कट जाएगा.
Maha Kumbh 2025 : उत्तर प्रदेश का प्रयागराज इस समय देश के केंद्र में है… Read More
Christmas : इस लेख में हम बात करेंगे कि क्रिसमस क्यों मनाया जाता है और इससे… Read More
Christmas Shopping 2024 : क्रिसमस आने वाला है. ऐसे में कई लोग किसी पार्टी में… Read More
Kumbh Mela 2025 : उत्तर प्रदेश का प्रयागराज इस समय देश के केंद्र में है… Read More
Hot water : सर्दियां न केवल आराम लेकर आती हैं, बल्कि कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं… Read More
Jaunpur Tour : उत्तर प्रदेश के जौनपुर शहर की यात्रा करना हमेशा एक सुखद अनुभव… Read More