Cyclone Biparjoy 2023 : बिपरजोय इन जगहों पर है ज्यादा खतरा, कई ट्रेनें रद्द
Cyclone Biparjoy 2023: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अब चक्रवात बिपरजॉय अब तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है. बिपरजॉय का असर गुजरात और महाराष्ट्र में देखा जा रहा है. दोनों राज्यों में समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी हैं. मौसम विभाग ने बताया है कि 15 जून को चक्रवात बिपरजॉय का खासा असर देखने को मिलेगा. सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे ने 95 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. पश्चिम रेलवे का कहना है कि ये ट्रेनें 15 जून तक रद्द रहेंगी. गुजरात से अब तक 37 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है. ताकि तूफान की वजह से लोगों और जानवरों को किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो.
चक्रवात बिपरजोय का खतरा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, जिससे गुजरात में राज्य सरकार लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इस तूफान का असर मुंबई में भी साफ देखा जा सकता है. गेटवे ऑफ इंडिया के पास ऊंची लहरों के साथ तेज हवाएं चल रही हैं.
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तूफान बिपरजॉय || storm biperjoy
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात बिपारजॉय वर्तमान में गुजरात में जखाऊ बंदरगाह से लगभग 290 किमी दक्षिण पश्चिम में पूर्वोत्तर अरब सागर पर केंद्रित है.
तूफान देवभूमि द्वारका से 300 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 310 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में, पोरबंदर से 350 किमी पश्चिम में स्थित है.
अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच से गुजरते हुए सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक 16 जून को यह तूफान बेअसर हो जाएगा. उसके बाद किसी को भी इससे कोई खतरा नहीं है.
किन इलाकों में है तूफान बिपरजॉय का खतरा || In which areas is there a danger of storm Biperjoy
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों के निचले इलाकों में जल-जमाव की संभावना है.
कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, जूनागढ़ और राजकोट जिलों में फूस के घर पूरी तरह से नष्ट हो सकते हैं. ऐसे में यहां रह रहे लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
कच्चे मकानों को भारी नुकसान की आशंका के साथ-साथ पक्के मकानों को भी मामूली नुकसान हो सकता है.
चक्रवाती तूफान से बिजली और टेलीफोन के खंभे उखड़ सकते हैं.
बाधित हो सकती है ट्रेनों की आवाजाही. पहले ही कई ट्रेनों को किया गया रद्ध.
खड़ी फसलों, वृक्षारोपण और बागों को नुकसान पहुंचा सकता है.
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अब तक चक्रवात बिपरजॉय से जुड़ी अहम जरूरी बातें || Important things related to Cyclone Biparjoy so far
चक्रवात बिपरजॉय 6 जून को अरब सागर से उठकर पाकिस्तान की ओर बढ़ने लगा था. जिसके बाद तूफान ने अपनी दिशा बदलकर गुजरात की ओर बढ़ने लगा है. ऐसे में 15 जून तक इसके गुजरात पहुंचने की आशंका है. फिलहाल इसके बढ़ने की रफ्तार 8 किमी/घंटा है.
मौसम विभाग के मुताबिक 14-15 जून को चक्रवात बिपरजॉय गुजरात के तटीय इलाकों से टकराएगा. इस दौरान 150 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. वहीं 16 जून को ये चक्रवात बेअसर हो जाएगा.
यह हाल के दिनों में अब तक का सबसे लंबे समय तक रहने वाला तूफान है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक समुद्र के ऊपर एक चक्रवाती तूफान जितना अधिक समय तक रहता है, उसमें उतनी ही अधिक ऊर्जा और नमी जमा होने की संभावना होती है.
इससे तूफान के अधिक खतरनाक होने और जमीन से टकराने के बाद नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है.