Abu Dhabi’s First Hindu Temple : हिंदू मंदिर पहुंचे एस जयशंकर, देखें PHOTOS
Abu Dhabi’s First Hindu Temple : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय दौरे पर संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर का दौरा किया. एस जयशंकर ने मंदिर को शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने मंदिर निर्माण के प्रयासों को लेकर वहां रहने वाले भारतीयों की सरहाना भी की.
मंदिर देखने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर निर्माणाधीन अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर जाने का सौभाग्य मिला है. मंदिर के तेज काम को देखकर बेहद प्रसन्नता हुई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि मंदिर के कंस्ट्रक्शन साइट पर बीएपीएस संस्था की टीम, श्रद्धालुओं और वहां पर काम कर रहे कारीगरों से मुलाकात भी हुई.
वहीं अबू धाबी पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात सरकार में मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान के साथ भी बैठक की और भारतीय समुदाय के लिए योग, क्रिकेट और अन्य कल्चरल एक्टिविटीज के लिए उनके समर्थन की तारीफ की.
On Ganesh Chaturthi, blessed to visit the @BAPS Hindu temple under construction in Abu Dhabi.
Glad to see the rapid progress and deeply appreciate the devotion of all involved. Met the BAPS team, community supporters and devotees and workers at the site. pic.twitter.com/7ZezrfvkuR
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 31, 2022
संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय दूतावास ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के मंदिर पहुंचने पर ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी. दूतावास की तरफ से कहा गया है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर अबू धाबी में मंदिर पहुंचे और मंदिर निर्माण में सहयोग करते हुए एक ईंट भी रखी.
यूएई में भारतीय दूतावास ने की तारीफ|| Indian Embassy in UAE appreciates
वहीं इससे पहले यूएई में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर की यात्रा की शुभ शुरुआत हुई. विदेश मंत्री ने अबू धाबी मंदिर के स्थल का दौरा किया. साथ ही शांति, सहिष्णुता व सद्भाव के प्रतीक इस प्रतिष्ठित मंदिर के निर्माण में सभी भारतीयों के प्रयासों की सराहना की.
मध्य पूर्व का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर|| The Middle East’s First Traditional Hindu Temple
बता दें कि यह मंदिर 55 हजार वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा. इसे भारतीय कारीगरों द्वारा तराशा जाएगा . यह मध्य पूर्व में पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर होगा. संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के दौरान, जयशंकर ने अपने समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद के साथ वार्ता करके दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की.