Araria Tourist Places : अररिया में घूमने की ये जगहें है बेस्ट
Araria Tourist Places : संकरी धूल भरी गलियों में एक साथ छोटी-छोटी झोपड़ियां और मस्जिदें और मंदिर अररिया के हर पहलू से एक देहाती अहसास जुड़ा हुआ है. अतीत के गौरव का आनंद लेते हुए, यह छोटा सा उत्तरी शहर वर्तमान की दिनचर्या के साथ पूरी तरह से तालमेल नहीं बिठा पाया है. बिहार के उत्तरी भाग में स्थित इस बस्ती की सीमाएं नेपाल से लगती हैं. एक समय माना जाता था कि यह शहर पौराणिक मौर्य और गुप्त साम्राज्यों का हिस्सा था, लेकिन यह शहर औपनिवेशिक युग के दौरान ब्रिटिश अधिकारियों के लिए आवासीय क्वार्टर के रूप में काम करता था.
बिहार के अररिया जिला का गठन 1990 में पुर्णिया के विभाजन के बाद हुआ. पुर्णिया के विभाजन के उपरांत पुर्णिया, अररिया और किशनगंज जिला का गठन हुआ. अररिया पुर्णिया तथा मधेपुरा के दक्षिण में स्थित है. इसके पश्चिम में किशनगंज, उत्तर में नेपाल और दक्षिण-पूर्व में सूपौल स्थित है.
जोगबनी इस जिला का अंतिम पड़ाव है, यहां से विराटनगर शुरू होता है. यह नेपाल का सीमावर्ती क्षेत्र है. सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण इसका महत्व बढ़ जाता है. अररिया से होकर कोसी, सुवारा, काली और कोली नदियां गुजरती हैं. आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे अररिया में घूमने की जगहों के बारे में…
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रानीगंज वृक्ष वाटिका || Raniganj Tree Garden
‘रानीगंज वृक्ष वाटिका’ बिहार राज्य के अररिया जिला मुख्यालय से 30 कि० मी० पश्चिम में स्थित है.यह जगह बिहार सरकार द्वारा अधिसूचित वन भूमि है. 289 एकड़ में फैले इस क्षेत्र को प्राकृतिक वन क्षेत्र के रूप में विकसित किया गया है.
जैव बिविधता गार्डन कुसियार गांव || Kusiargaon Biodiversity Park Araria
बिहार का पहला बायोडाइवर्सिटी पार्क अररिया के कुसियारगांव में स्थित है. जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमाटर की दूरी पर एनएच-57 पर होने के कारण दूर से आने जाने वालों के नजर से ये पार्क बच नहीं पाता है.
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अररिया के प्रमुख दर्शनीय स्थल || Best places To Visit in Araria
एक समय था जब अररिया को शिकारियों का स्वर्ग कहा जाता था. अंग्रेज अधिकारी इंगलिश ने तत्कालीन अररिया के संबंध में अपने पुस्तक ”टेंट लाईफ इन टाइगरलैंड’ (1892) में उल्लेख किया है. इंगलिश ने लिखा है, ‘यह स्थान बाघों के शिकार करने वाले लोगों के लिए स्वर्ग है. हालांकि अब परिस्थिति बदल गई है.
यहां जंगली हाथी, सुअर, प्रवासी पक्षी आदि को भी देखा जा सकता है. इसके अलावा यहां का प्राकृतिक सौंदर्य भी देखा लायक है. इसके साथ में मदनपुर, पलासी और बसैठी भी पर्यटकों के आकर्षण में रहता है.
अररिया कैसे पहुंचे || How to Reach Araria
सड़क से कैसे पहुंचे – अररिया में दो बस टर्मिनल है. एक जीरोमाईल के पास है (यहां से इस जिले की सीमा शुरू होती है) और दूसरा शहर के अंदर स्थित है. यहां से विभिन्न शहरों के अलावा इसके अंतर्गत आनेवाले ब्लॉक के लिए भी बसें आसानी से मिल जाती है.
रेल से कैसे पहुंचे – इस जिला में मीटर गॉग लाइन है, यह कटिहार के पास जाकर खत्म होती है. दूसरा ट्रैक जोगबनी के पास जकर समाप्त होती है यहीं से भारतीय रेल की सेवा भी समाप्त होती है. नजदीकी रेलवे स्टेशन अररिया कोर्ट और अररिया है.
कब जाएं– बरसात के मौसम में यहां जाने से बचना चाहिए क्योंकि यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आता है. यहां जाने के लिए सबसे अनुकूल समय अक्टूबर से मार्च तक माना जाता है.
कहां ठहरें– इस शहर में कई छोटे-छोट होटल और धर्मशालाएं हैं. अररिया आनेवाले पर्यटक राजधानी पटना से ट्रिप पर आ सकते हैं. पर्यटक या तो पटना में या पुर्णिया और भागलपुर में रूक सकते हैं.