Thailand’s Bangkok Tour Guide : Thailand Tour में हमारा आखिरी पड़ाव था Bangkok… (Thailand’s Bangkok Tour Guide) इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि Thailand के Bangkok शहर में अगर आप आएं, तो कहां ठहर सकते हैं, और इसके लिए कितना खर्च आता है… Bangkok में कहां आपको वेजिटेरियन फूड (Vegetarian Food in Bangkok) मिल सकता है, बैंकॉक में सस्ती शॉपिंग (Cheap Shopping in Bangkok) कहां से करें… मैं ये भी बताउंगा…. साथ ही, (Thailand’s Bangkok Tour Guide) इस वीडियो में आप देखेंगे कि मैंने इस शहर में कुछ हटकर क्या किया… कुछ भारतीय स्टूडेंट्स के बुलावे पर मैं पहुंचा महिडोल यूनिवर्सिटी (King Mahidol University)… यहां वो सभी इंटर्नशिप के लिए आए थे… और हां, बैंकॉक की ट्रेन, बस की जानकारी भी आपको इस वीडियो में मिलेगी… मैं आपको बैंकॉक में जगह जगह मौजूद जैपेनीज कैरोके (Japanese Karoke) के बारे में भी बताउंगा जिसे अक्सर ही लोग मसाज पार्लर समझने की गलती कर बैठते हैं… आइए बढ़ते हैं इस सफर में आगे…
सबसे पहले जानते हैं थाईलैंड और बैंकॉक का छोटा सा इतिहास (History of Bangkok and Thailand)… आज हम जिस देश को थाईलैंड के रूप में जानते हैं, वो लगभग 10वीं शताब्दी के बाद दक्षिणी चीन के “ताई” लोगों द्वारा बसाया गया था… तब देश के अलग अलग हिस्से में छोटे छोटे किसान, शिकारी, और कारोबारी रहा करते थे. तब थाईलैंड में कई राजवंशों का भी उदय हुआ… इसमें इंडोनेशिया से आया श्रीविजय अंपायर, कंबोडिया का खमेर राजवंश और म्यांमार से आया मोन द्वारावती अंपायर शामिल था…
लेकिन वक्त के साथ थाई संस्कृति ने भी करवटें ली. थाईलैंड की सरजमीं पर इसी देश की एक भाषा और संस्कृति का उदय हुआ. थाई भाषा की उत्पत्ति, भारत की तमिल और संस्कृत भाषा से मिलकर हुई, तो सांस्कृतिक रूप से देश ने कई राजवंशों की पहचान को मिलाकर खुद की एक पहचान बनाई. वक्त के साथ साम्राज्यों का पतन शुरू हो गया और 13वीं शताब्दी तक अलग अलग शहर, स्थानीय सैन्य ताकत के साथ तीन मुख्य राज्यों का रूप ले चुके थे. ये राज्य थे उत्तरी थाईलैंड का Lanna Kingdom, थाईलैंड के मध्य भाग के मैदानी हिस्से में Sukhothai और दक्षिण की ओर बना अयुत्थाया….
उस दौर में, अयुत्थाया साम्राज्य (Ayutthaya Kingdom) सबसे महत्वपूर्ण नगर बन गया था, ये 1767 तक, यानी चार शताब्दियों तक फलता फूलता रहा. ये अपने दौर का बेहद समृद्ध अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र बन गया था. पुर्तगालियों और पश्चिमी कारोबारियों की पसंदीदा जगह के रूप में भी इसे पहचान मिली.पुर्तगालियों ने ही इसे थाईलैंड को पुराना नाम सियाम दिया था.
जब 1767 में अयुत्थाया साम्राज्य को बर्मीज सेना (Burmese Army) ने तबाह कर दिया, तो सियाम ने Taksin the Great के नेतृत्व में खुद को फिर से खड़ा किया. 1768 में ताजपोशी के बाद, राजा तकसिन ने चाओ फ्राया नदी के पश्चिमी तट पर थोनबुरी में एक नई राजधानी की स्थापना की. हालाँकि, नए राजा आगे चलकर मानसिक संतुलन खो बैठे. तकसिन के बाद एक जनरल ने बागडोर संभाली जिन्हें रामा फर्स्ट के नाम से जाना गया… उन्होंने 1782 में जिस जगह अपनी राजधानी स्थापित की, उसे ही आज हम बैंकॉक के नाम से जानते हैं. दोस्तों, ये तो रहा बैंकॉक और थाईलैंड का छोटा सा इतिहास…
आइए अब जानते हैं हमारी यात्रा के बारे में और ये भी कि आप बैंकॉक में क्या-क्या कर सकते हैं….
हम Buriram से Bangkok पहुंचे थे… बैंकॉक को दुनिया भर के टूरिस्टों का संगम कहा जाए, तो गलत नहीं होगा… बेहतरीन नाइटलाइफ, पार्टी प्लेसेस, फूड के मल्टिपल ऑप्शंस, शॉपिंग सेंटर्स और बड़ी बड़ी इमारतें… इस बिजी शहर में वो सब है, जिसकी ख्वाहिश किसी भी टूरिस्ट को होती है…
हम जब Bangkok पहुंचे, तो बैंकॉक के बस स्टेशन पर कुछ समझ नहीं आया. यूट्यूब वीडियो में सुखुमवित के बारे में सुना था, ये भी पता था कि वहां वेजिटेरियन फूड भी मिलता है और इंडियंस भी बहुत आते हैं, तो वहीं तक की कैब बुक कर ली. यहां पहुंचकर एक हॉस्टल बुक किया. बूरीराम में लगभग ढाई सौ ब्हाथ और अयुत्थाया में 300 ब्हाथ में होटल और हॉस्टल मिल गए थे… दोनों ही जगह वाटर बॉटल, टॉवल, शैम्पू भी दिया गया था. अयुत्थाया में तो ब्रेकफास्ट भी इनक्लूड था लेकिन बैंकॉक में इतनी कीमत में मिला सिर्फ ये बिस्तर…
हॉस्टल में ही बैंकॉक का ये रोड मैप भी था… लेकिन जितना आसान ये लग रहा था, बैंकॉक में घूमना उतना आसान है नहीं… भारी ट्रैफिक है यहां… बसें सस्ती हैं और मेट्रो महंगी… लेकिन सच मानिए… वक्त बचाना है तो बीटीएस यानी मेट्रो से ही यात्रा करिए… सुखुमवित थर्टी जहां मैं रुका था, उसके नजदीक कहीं भी जाना हो, तो आप Phrom Phong BTS Station या असोक बीटीएस स्टेशन से यात्रा करें….
बात करें, Sukhumvit Road की, तो बता दें कि इसे हाईवे थ्री के नाम से भी जाना जाता है. ये थाईलैंड की एक मुख्य सड़क है. ये बैंकॉक को दूसरे कई शहरों से जोड़ती है… ये बैंकॉक के कोस्टल एरिया से Khlong Yai District होते हुए कंबोडिया तक जाती है…
सुखुमवित रोड पर ही कई देशों की एंबेसी भी हैं…
रात को हॉस्टल में सामान रखकर सुखुमवित मार्केट की सैर पर निकल गए… यहां एक रेस्टोरेंट में वेजिटेरियन फूड खाया… खर्च हुए 560 ब्हाथ… यानी लगभग 1250 रुपये… वेजिटेरियन फूड के लिए बैंकॉक में ढेरों ऑप्शन है, लेकिन वो है थोड़ा महंगा… रात को हॉस्टल आकर सो गया और इंटरनेट पर एक दूसरा हॉस्टल सर्च किया… ये थो बोडेगा हॉस्टल… मैंने अगली सुबह बोडेगा हॉस्टल जाने का मन बना लिया था…
एस थर्टी, सुखुमवित से बोडेगा हॉस्टल तक की पैदल यात्रा बेहद मजेदार रही… इस यात्रा में मैंने हर कदम में बैंकॉक और थाईलैंड का माहौल और कल्चर देखा…
थाई लोग बेहद बिजी रहते हैं…ज्यादा कम्युनिकेट नहीं करते हैं… हां टूरिस्ट की मदद करने में पीछे नहीं रहते… सुबह सुबह स्ट्रीट फूड खाकर काम पर निकल जाते हैं…
बैंकॉक देर रात तक जागता है… सुबह सुबह नौकरीपेशा लोग तो काम पर निकल जाते हैं लेकिन मार्केट देर से ही खुलती हैं… रास्ते में मुझे कॉर्न और फ्रूट के ऑप्शन दिखे, तो उससे मैंने झटपट ब्रेकफास्ट कर लिया…
मार्केट में मारिजुआना (Cannabis in Bangkok) की भी एक दुकान दिखाई दी… थाईलैंड में कभी मारिजुआना को लेकर कठोर कानून हुआ करते थे… लेकिन सरकार ने जून 2022 में मारिजुआना के फूलों को अपनी प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की सूची से हटा दिया. इसके बाद ही थाईलैंड में मारिजुआना का एक डोमेस्टिक मार्केट रातोंरात उभर आया. एक साल से भी कम वक्त में, मारिजुआना की लगभग 12 हजार रजिस्टर्ड डिस्पैंसरीज हो गईं… ये अमेरिका में मौजूद संख्या से भी ज्यादा थीं…
बैंकॉक में इस दूसरे हॉस्टल तक के सफर में मैंने कई जगह ब्रह्मा मंदिर और गणेश मंदिर देखे. ऐसे मंदिर मैं बीते एक हफ्ते से थाईलैंड भर में देख रहा था.. थाईलैंड में बौद्ध आबादी है लेकिन फिर भी वो हिंदू देवताओं की पूजा करते हैं… इसकी वजह है खमेर अंपायर… जो कंबोडिया से यहां आया और अपने साथ वो संस्कृति भी लेकर आया, जिसे भारत के तमिलनाडु से कंबोडिया पहुंचे चोल साम्राज्य ने उसे सिखाया था…वो संस्कृति यही थी…
Bodega Hostel के बारे में मैंने ऑनलाइन चेक किया था. वहां पहुंचा, तो कुछ पाकिस्तानी भी मिले. मैंने उन्हें अपना परिचय दिया. बात तो हुई थी शाम को मुलाकात करने की, लेकिन जब मैं लौटा तो वो रूम खाली करके जा चुके थे. ये मामला थोड़ा समझ के बाहर था. खैर, बोडेगा हॉस्टल में मैंने अपना सामान रखा. सिक्योरिटी के तौर पर मुझसे पासपोर्ट रखवाया गया. यहां भी आपको सिर्फ सोने के लिए एक बेड ही मिलता है. जो देखने में कुछ ऐसा होता है…बैंकॉक में मेरा अगला पड़ाव था… King Mahidol University…
इस यूनिवर्सिटी तक का रूट पता करने और यहां पहुंचने के लिए मैंने इंटरनेट की मदद ली.. आप भी इस जानकारी को नोट कर लीजिए…
यहां पहुंचकर सबसे पहले पेट पूजा की…
बात करें, महिडोल यूनिवर्सिटी की, तो महिडोल यूनिवर्सिटी थाईलैंड की सबसे प्रिस्टीजियस यूनिवर्सिटीज में शामिल है…यूनिवर्सिटी का Salaya Campus, Nakhon Pathom Province के Phutthamonthon District में है.
महिडोल University थाईलैंड में एक autonomous public research university है. इसकी शुरुआत 1888 में सीरीराज अस्पताल की स्थापना के साथ हुई थी. 1943 में इसे University of Medical Science के रूप में बदल दिया गया…. बाद में 1969 में King Bhumibol Adulyadej ने अपने पिता के नाम पर इसका नाम रखा. उनके पिता सोंगखला के Prince Mahidol थे और उन्हें थाईलैंड के Modern Medicine and Public Health के जनक के रूप में जाना जाता है. यूनिवर्सिटी का फोकस हेल्थ साइंस पर है लेकिन आज इसमें अलग अलग तरह 629 कोर्स चलाए जाते हैं. 17 फैकल्टीज, 6 कॉलेज, 9 रिसर्च इंस्टिट्यूट और 6 कैंपस के साथ महिडोल यूनिवर्सिटी का दायरा बहुत बढ़ चुका है.
अगर बात करें यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्चर और इसकी खूबसूरती की… तो आपको बता दें कि ये यूनिवर्सिटी एक नहर के किनारे पर है… अंदर पानी में आपको मछलियां और बड़ी बड़ी लिजर्ड्स देखने को मिलती हैं… पूरे कैंपस में ट्राम चलती है और भी एकदम मुफ्त…
कैंपस बेहद खूबसूरत है. आप यहां पूरा दिन भी आराम से बिता सकते हैं…
अब वक्त था बैंकॉक की ओर वापस चलने का… आधे रास्ते मैं बस से आया और फिर मैंने Bolt ऐप से बाइक बुक की… खर्च 80 ब्हाथ से ज्यादा का था… शुरुआत में तो बाइक हवा से बातें कर रही थीं लेकिन बैंकॉक आते ही हालात बदल गए थे… बैंकॉक पहुंचते पहुंचते रात हो चुकी थी और शहर अपने पूरे शबाब पर था… शहर में गाड़ियों की भरमार है… सो जाम तो मिलना ही था…
राइडर ने मुझे ड्रॉप किया… तब तक भूख बहुत ज्यादा लग चुकी थी. सो सबसे पहले पिछली रात वाले स्टे सुखुमवित थर्टी के नजदीक स्थित एक साउथ इंडियन रेस्टोरेंट में जाकर भूख मिटाई… हालांकि इसके लिए मुझे काफी चलना पड़ा… बैंकॉक और पटाया, थाईलैंड के दो ऐसे शहर हैं, जो मसाज पार्लर के लिए भी जाने जाते हैं…
बात करें मसाज के रेट्स की, तो ये जान लीजिए कि आपको थाई मसाज का ऑप्शन ढाई सौ ब्हाथ में मिल जाता है… फुट मसाज भी ढाई सौ ब्हाथ में मिलता है और ऑयल मसाज पांच सौ ब्हाथ में… बैंकॉक में ही आपको जैपनीज केरौके भी दिखाई देते हैं… कई जगह आपको जैपनीज कैरोके का ऑप्शन मिलता है…
अब ट्रैवल करेंगे, तो रिफ्रेशमेंट की भी जरूरत होगी…आप बैंकॉक, पटाया, या थाईलैंड के किसी भी दूसरे शहर में हों… आपको पानी खरीदना हो, जूस, कोल्डड्रिंक, बियर, शैंम्पू, साबुन, तेल या कोई भी सामान… सेवन इलेवन आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है… यहां चीजें बाहर की तुलना में सस्ती मिलती हैं… आप यहां से पैकेट फूड भी खरीद सकते हैं…
रात में देर रात तक बैंकॉक की सैर के बाद वापस बोडेगा हॉस्टल आकर सो गया… अब अगला दिन मेरा इंतजार कर रहा था… ये थाईलैंड में मेरा आखिरी दिन था… और इन दिन मुझे शॉपिंग प्लेस एक्सप्लोर करने थे… सुबह हॉस्टल में मौजूद विदेशी लोग जब सो ही रहे थे, तब तक मैं नहा धोकर तैयार हो चुका था…
बीटीएस पकड़कर सबसे पहले पहुंचे centralwOrld… बैंकॉक में सेंट्रलवर्ल्ड एक शॉपिंग प्लाज़ा और कॉम्प्लेक्स है. ये दुनिया का नौवां सबसे बड़ा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है. इस कॉम्प्लैक्स में एक होटल और ऑफिस टावर भी है. इसका मालिकाना हक Central Pattana कंपनी के पास है.
यहां मैंने कॉफी की अलग अलग किस्में देखीं और साथ ही देखा कि ऐपल स्टोर के बाहर किस तरह सुबह सुबह ही बैंकॉकवासी जुटे हुए थे… सेंट्रल वर्ल्ड के अंदर टेस्ला की कारें भी देखीं… सेंट्रल वर्ल्ड में ही मैंने त्रिदेव और गणेश भगवान की पूजा करते हुए थाईलैंड वासियों को देखा.. ये भी कमाल का नजारा था…
इसके बाद हम चल दिए इंद्रा स्क्वेयर… यहां आकर तो ऐसा लगा कि मैं भारत में ही किसी जगह हूं… हिंदी बोलने दुकानदार, वेजिटेरियन फूड की इंडियन दुकानें आपको एहसास ही नहीं होने देती कि आप थाईलैंड में हैं… इंद्रा स्क्वेयर थाईलैंड के Pratunam Area में स्थित है. इसके नजदीक ही Indra Regent Hotel और Baiyoke Tower II है. Baiyoke Tower II एक रेजिडेंशियन बिल्डिंग है. यहां कई दूसरे टूरिस्ट स्पॉट्स भी हैं, जिनमें Bangkok Dolls Museum, Phaya Thai Palace, Suan Pakkad Palace, Thai Labour Museum, Victory Monument जैसी जगहें शामिल हैं.
इंद्रा मार्केट में 300 से ज्यादा होलसेल की दुकानें हैं… यहां आइटम होलसेल रेट पर मिलता है. यहां आपको पाकिस्तानी टूरिस्ट भी खूब मिलते हैं… हालांकि मैं सुझाव ये दूंगा कि आप कम दाम देखकर टॉफियां न खरीदें… खरीदने से पहले उनका स्वाद जरूर चख लें…
प्रथुनम एरिया में इंद्रा मार्केट पहुंचने के लिए आपको रेल, रोड, प्लेन और एक्सप्रेस बोट के ऑप्शन मिलते हैं… इंद्रा स्क्वेयर को दूसरे लोकेशन से जोड़ने वाली बड़ी सड़क है… जिसका नाम Rajaprarop Road है. आप Pratanum Pier के जरिए बोट से भी यहां तक पहुंच सकते हैं… बोट में बैठकर नहर में यात्रा का रोमांच यादगार होता है…
इंद्रा मार्केट में महिलाओं, पुरुषों, बच्चों के लिए शॉपिंग के ढेरों ऑप्शन मिलते हैं. पहले फ्लोर पर, फास्ट फूड कॉर्नर और फैशन प्रोडक्ट मिलते हैं… जिनमें फैशन वियर, सिल्क क्लॉदिंग और एसेसरीज की दुकानें शामिल हैं… दूसरे फ्लोर पर… आपको प्रोडक्ट की और भी रेंज मिलती हैं… इसमें खिलौने, मोबाइल फोन, आर्ट ऐंड क्राफ्ट शामिल हैं. अगर आपको भूख लगती है, तो आप सेकेंड फ्लोर पर फूड सेंटर को विजिट कर सकते हैं… वैसे इंद्रा स्क्वेयर के बाहर भी ढेरों इंडियन रेस्टोरेंट भी हैं. बैंकॉक में सस्ती शॉपिंग का ये सबसे बड़ा अड्डा है.
अब वक्त हो चला था, वापस हॉस्टल की ओर लौटने का… फटाफट हॉस्टल आकर सामान पैक किया… कैब बुक की और चल दिया एयरपोर्ट की ओर…
मेरी फ्लाइट बैंकॉक के सुवर्णभूमि हवाईअड्डे से थी…
Suvarnabhumi Airport, बैंकॉक का प्रमुख हवाई अड्डा है. ये मानों अपने आप में एक शहर हो… ये थाईलैंड का सबसे बिजी एयरपोर्ट भी है. बैंकॉक के पूरब में 39 किलीमोटर दूर ये एयरपोर्ट मौजूद है. सुवर्णभूमि हवाई अड्डे की शुरुआत 2006 में हुई थी. आज दुनिया लगभग हर बड़ी एयरलाइन यहां के लिए सर्विस देती है… थाईलैंड में कुछ बजट एयरलाइंस डॉन मुएंग हवाई अड्डे का इस्तेमाल करती हैं…
सुवर्णभूमि हवाई अड्डे पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की सर्विस के लिए एक बड़ी टर्मिनल बिल्डिंग है…. इसे मेन टर्मिनल कहा जाता है… वहीं एक सैटलाइट टर्मिनल भी है, जिसे “SAT-1” कहा जाता है.
सुवर्णभूमि को लेकर प्लानिंग तो ये थी कि यही बैंकॉक का एकमात्र कमर्शल हवाईअड्डा बनेगा लेकिन एयर ट्रैफिक में आए बूम की वजह से 2007 में डॉन मुएंग हवाई अड्डे को फ्लाइट्स के लिए फिर से खोलना पड़ा…
सुवर्णभूमि हवाई अड्डे से शहर में आने के बहुत सारे रास्ते हैं. बहुत से लोग एयरपोर्ट रेल लिंक का ऑप्शन चुनते हैं क्योंकि ये शहर में आने का अब तक का सबसे तेज़ तरीका है, हालांकि टैक्सियों के दाम भी ठीकठाक हैं… आप उसे भी चुन सकते हैं…
आइए जानते हैं कि आप सुवर्णभूमि एयरपोर्ट पर ट्रेन का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं…
एयरपोर्ट के बेसमेंट में, एयरपोर्ट रेल लिंक की सर्विस है जिससे आप आसानी से बैंकॉक शहर पहुंच सकते हैं… बैंकॉक के मुश्किल ट्रैफिक से बचने का ये सबसे बेहतर तरीका है… बैंकॉक के एयरपोर्ट रेल लिंक पर ट्रेनें सुबह 6 बजे से चलना शुरू हो जाती हैं और आधी रात तक चलती रहती हैं… सिटी लाइन एक कम्यूटर रेल लाइन है जो सभी स्टेशनों पर रुकती है. इस रूट पर ट्रेनें हर 10-13 मिनट में मिलती हैं… Makkasan station के बाद ट्रेनें Ratchaprarop और Phaya Thai stations के रास्ते पर बढ़ जाती हैं… सुवर्णभूमि एयरपोर्ट से Phaya Thai तक पहुंचने के लिए इस ट्रेन से कुल 26 मिनट लगते हैं और किराया होता है 50 ब्हाथ से भी कम…
अगर आप सुवर्णभूमि एयरपोर्ट से बैंकॉक शहर की ओर जा रहे हैं, तो एयरपोर्ट रेल लिंक का Phaya Thai में बीटीएस स्काईट्रेन से अच्छा कनेक्शन है, हालांकि बीटीएस की सवारी के लिए आपको एक नया टिकट खरीदना होगा. अगर Khao San Road आपका स्टेशन है, तो आप मुख्य सड़क से टैक्सी ले सकते हैं, या बस में बैठ सकते हैं; ये बस सेंट्रल वर्ल्ड, बीटीएस सियाम और बीटीएस नेशनल स्टेडियम से निकलती है और खाओ सैन रोड के दोनों किनारों पर सर्विस देते हुए Ratchadamnoen Klang Rd और Chakrabongse Rd तक जाती है.
आप फुटओवर ब्रिज के जरिए मक्कासन स्टेशन पर MRT metro trains में भी बैठ सकते हैं… MRT metro trains का फेटचाबुरी स्टेशन यहां कनेक्ट होता है… मेट्रो सुखुमवित रोड पर असोक इंटरसेक्शन से सिलोम और पूर्वी योवरात (चाइनाटाउन) तक जाती है…
आइए अब जानते हैं कि आप बस से कैसे बैंकॉक के सुवर्णभूमि एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं… private express bus S1, airport terminal building से Khao San Rd तक जाती है… इसका किराया 60 ब्हाथ का होता है और ये फर्स्ट फ्लोर पर गेट 7 से हर तीस मिनट पर मिलती है… सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक इसकी सर्विस मिलती है… बस बैंकॉक तक के लिए Sirat Expressway से गुजरती है और सिर्फ Yommarat Junction, Lan Luang Rd, Phan Fa, Democracy Monument, Wat Bowonniwet, Khao San Rd, और World War I monument के नजदीक Sanam Luang पर रुकती है…ये एक घंटे से भी कम वक्त में आपको बैंक़ॉक सिटी में पहुंचा देती है…
अगर आप सरकारी बस या मिनी बस की सवारी करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले शटल बस की फ्री सर्विस लेनी होगी… जो मिलती है सेकेंड फ्लोर के बाहर, गेट नंबर 5 से मिलती है… ये बस आपको कुछ किलोमीटर दूर स्थित पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेंटर तक लेकर जाती है… यहां से आप एक्सप्रेस शटल ले सकते हैं… आइए इन एक्सप्रेस शटल के नंबर भी जान लेते हैं…
554 नंबर: Suvarnabhumi से Don Mueang Airport तक
555 नंबर: Suvarnabhumi से Rangsit (expressway के जरिए)
558 नंबर: Suvarnabhumi से Central Rama 2
559 नंबर: Suvarnabhumi से Future Park Rangsit (आउटर रिंग रोड के जरिए)
ये सर्विस आपको 1 से 2 घंटे में आपके डेस्टिनेशन तक पहुंचा देती है… हालांकि, ये पूरी तरह ट्रैफिक पर डिपेंड करता है… ये बसें हर 20 मिनट पर मिलती हैं… नाइट में ये 20 मिनट से लेकर 1 घंटे के अंतर पर मिलती है… ग्रेटर बैंकॉक के कई हिस्सों, जैसे डॉन मुएंग हवाई अड्डे, बैंग कपी, रंगसिट और Samut Prakan के लिए privately-owned BMTA minibuses भी हैं, इनमें 50 baht का flat rate होता है और ये सीधे डेस्टिनेशन तक जाती हैं, इसलिए वे सरकारी बसों की तुलना में तेज़ पहुंचाती हैं…
लंबी दूरी की प्रथम श्रेणी बस सेवाएँ सुवर्णभूमि हवाई अड्डे को चाचोएंगसाओ, नोंग खाई, पटाया, रेयॉन्ग और ट्रैट से सीधे जोड़ती हैं..
सुवर्णभूमि हवाई अड्डे और डॉन मुएंग हवाई अड्डे के बीच सुबह 05:00 बजे से रात 12:00 बजे तक निशुल्क बसें मिलती हैं… सुबह 10 बजे तक ये बसें एक घंटे पर… इसके बाद रात 10 बजे तक 20 से 40 मिनट पर और इसके बाद एक घंटे पर मिलती हैं. इन बसों में यात्रा के लिए आपके पास बोर्डिंग पास या ई टिकट रिसिप्ट होना जरूरी है… सुवर्णभूमि हवाई अड्डे पर, आपको गेट 3 पर ये बसें मिलती हैं… डॉन मुएंग एयरपोर्ट पर ये बसें आपको अराइवल टर्मिनल के ग्राउंड फ्लोर पर मिलती हैं…
बात करें टैक्सी की… तो सिर्फ सुवर्णभूमि एयरपोर्ट के फर्स्ट फ्लोर पर मीटर्ड टैक्सी मिलती हैं… ये अलग अलग रंगों की होती हैं लेकिन आप इनकी पहचान इनके रूफ पर लिखी गई टैक्सी से कर सकते हैं… आप पब्लिक टैक्सी के साइन को फॉलो करके एयरपोर्ट बिल्डिंग के एक और एरिया में आ सकते हैं… यहां वेंडिंग मशीन से आप दो टैक्सियों की यात्रा कर पर्ची ले सकते हैं… एक स्टैंडर्ड टैक्सी और दूसरी बड़ी टैक्सी… टैक्सी में आपसे सिर्फ थाई ब्हाथ लिए जाते हैं और वो भी कैश पेमेंट में… ड्राइवर्स के पास ज्यादा चेंज नहीं होते हैं, तो उसे आप लेकर चलें…
सुवर्णभूमि के टर्मिनल बिल्डिंग में 50 डाइनिंग वेन्यू हैं… यहां कीमत थोड़ी ज्यादा रहती है… एयरपोर्ट पर ही एक पोस्ट ऑफिस भी है… अगर आपको शॉपिंग करनी है, तो उसका रियल एक्सपीरियंस इमीग्रेशन के दूसरी साइड डिपार्चर एरिया में है… जहां ढेरों दुकानें हैं और वहां से आप ड्यूटी फ्री कई आइटम खरीद सकते हैं… यहां की चीजें देखकर आपको महसूस होगा कि आप किसी एयरपोर्ट पर नहीं बल्कि किसी शॉपिंग मॉल में हैं…
अगर आप सुवर्णभूमि एयरपोर्ट पर हैं और आपको सिम कार्ड चाहिए, तो सेकेंड फ्लोर पर तीन mobile operator kiosks से आप इसे खरीद सकते हैं… सिम पैकेज में आपको डेटा भी मिलता है… आप सिम लेते हैं, तो एयरपोर्ट स्टाफ आपके मोबाइल में उसे सेटअप भी कर देता है.. आपको सिम खरीदने के लिए अपना पासपोर्ट भी दिखाना होता है
एयरपोर्ट से अगर आप बैंकॉक की ओर जा रहे हैं,. तो बेसमेंट लेवल पर convenience store से कुछ खरीद लें, ताकि आपके पास चेंज हो जाएं… एटीएम और करेंसी एक्सचेंज कियोस्क पर आपको 1 हजार ब्हाथ के नोट ही मिलते हैं…
दोस्तों थाईलैंड के बैंकॉक शहर पर दी गई हमारी ये जानकारी आपको कैसी लगी, हमें जरूर बताएं… हम ऐसी ही पेशकश लेकर आते रहेंगे… ऐसे ही वीडियोज देखने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें… मिलते हैं अगली बार एक नए वीडियो में… अपना ध्यान रखिएगा… नमस्कार…
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