Journey to Pattaya : थाईलैंड के अयुत्थाया में 4 दिन बिताने के बाद अब वक्त था पटाया निकलने का. प्लान तो ये था कि यहां से बूरीराम निकला जाए लेकिन वह मुमकिन न हो सका. इस वीडियो में मैं आपको अयुत्थाया से पटाया तक की यात्रा की जानकारी दूंगा. अगर आप भी अयुत्थाया से पटाया तक की यात्रा कर रहे हैं, तो ये वीडियो आपके बहुत काम का होने जा रहा है. इस वीडियो में आप जानेंगे कि ट्रेन, बस के जरिए आप अयुत्थाया से पटाया तक की यात्रा कैसे कर सकते हैं और साथ ही, इस दौरान आपको किन चीजों को ध्यान में रखने की जरूरत है… आइए इस सफर की शुरुआत करते हैं…
अयुत्थाया में चौथे दिन सुबह सुबह मैंने पेट भरकर ब्रेकफास्ट कर लिया था… बैग में कुछ फ्रूट्स भी रख लिए थे. होटल में दो दिन एक्स्ट्रा रुकने की पेमेंट मैं पिछली रात ही कर चुका था. 300 ब्हाथ पर डे की कीमत पर स्टे मिला था मुझे. ब्रेकफास्ट इन्क्लूड था इसमें. क्या गजब की डील थी. अब सुबह सुबह पैदल चलकर दिसंबर हाउस तक पहुंचा. यहां से फेरी सर्विस ली. 10 बाथ में पासक नदी को पार किया… अब अयुत्थाया रेलवे स्टेशन मुझसे चंद कदम दूर था.
अयुत्थाया स्टेशन के सामने वाली रोड पर खाने पीने के अच्छे ऑप्शंस हैं… लेकिन ये सिर्फ नॉन वेजिटेरियंस के लिए हैं. वापसी में जो ट्रेन मैं पकड़ने जा रहा था, वह बैंकॉक के लिए लगभग 2 घंटे लगाने वाली थी. मतलब बोरियत भर भरकर आने वाली थी… दो घंटे का सफर और वो भी 15 रुपये में… ये सस्ती टिकट मुझे महंगी पड़ने वाली थी…
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क्योंकि मैं स्टेशन वक्त से पहले पहुंच गया था इसलिए स्टेशन पर लगभग एक घंटे ट्रेन का इंतजार किया. थाईलैंड में ट्रेनें एकदम वक्त पर आती हैं… ये ट्रेन भी 8 बजकर 26 मिनट पर उपस्थित हो गई. इसमें बैठा… और फिर लगभग दो घंटे बाद उतरा बांग सू स्टेशन पर… बांग सू स्टेशन के बगल में रोड के दूसरी ओर है बांग सू ग्रैंड स्टेशन… यहां बहुत देर तक तो कुछ समझ ही नहीं आया… लेकिन फिर गूगल किया तो मालूम हुआ कि बैंकॉक में बसें पकड़ने का एक ही ठिकाना है, मोचित बस टर्मिनल…
बांग सू ग्रैंड स्टेशन के बाहर से बस ली… 7 ब्हाथ के किराये में इसने मुझे पहुंचा दिया मोचित बस टर्मिनल के नजदीक… यहां से थोड़ी दूर चलकर मैं मोचित बस टर्मिनट पहुंच गया था…
मोचित बस टर्मिनल पर अलग अलग जगह जाने की सर्विस देने वाले काउंटर बने हुए हैं… जैसे नखोन नत्चसीमा, चियांग माई और पटाया… आपको उसी काउंटर से टिकट लेना होता है, जहां से उस जगह की बस चलने वाली होती है.. यहां आपको एक पीले रंग की टिकट और एक पिंक कलर का पास दिया जाता है… आपको इसे तब तक संभालकर रखना होता है, जब तक बस में बैठने के बाद आपसे इसे ले न लिया जाए…
मेरा काउंटर नंबर था 45 और मैंने बैंकॉक से पटाया की इस यात्रा के लिए लगभग 150 ब्हाथ चुकाए थे… ये एक मिनी बस थी… गूगल मैप भी मैंने रास्ते में खोल लिया था.. पटाया वॉकिंग स्ट्रीट जैसे जैसे नजदीक आ रही थी, समंदर को देखने की तमन्ना वैसे वैसे बढ़ती जा रही थी… जब बस पटाया स्ट्रीट की ओर जाने वाले रास्ते पर आगे बढ़ी, तो मुझे भारतीय रेस्टोरेंट दिखाई देने लगे…
5 दिन से इंडियन फूड से दूर था और मैंने बस रुकते ही सबसे पहले इसी का रुख किया… पुणे से आए एक शख्स बासमती नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं.. यहां खाना तो ठीक ठाक मिला लेकिन रेट बहुत ज्यादा.. 500 ब्हाथ मुझ जैसे सिंगल आदमी के लिए… यानी ये भारतीय करेंसी में साढ़े 1200 रुपये हुए…
खाने के बाद होटल लिया… 400 ब्हाथ में… सामान रखकर, फ्रेश हुआ… नहाया और थोड़ा सो गया… शाम को निकला पटाया घूमने के लिए…
दिन में पटाया की एक अलग तस्वीर दिखाई देती है और रात को एक अलग… रात को यहां हर गली गुलजार हो उठती है… मौज मस्ती का पूरा कारोबार चलता है यहां और दुनिया इसी की तो दिवानी है…
पटाया बार, क्लब, रेड लाइट एरिया के लिए जाना जाता है… पटाया का समंदर से लगा इलाका शाम को इस वजह से खासा मशहूर है… जिस्म की नुमाइश-सौदेबाजी, और नशे के कारोबार के बीच रात को जो एक खूबसूरत तस्वीर दिखाई दी, वह ये थी…
अगले वीडियो में हम आपको बताएंगे पटाया में घूमने की जगहों के बारे में… तो अगर आप भी पटाया घूमना चाहते हैं, तो किस तरह अपनी यात्रा पूरी कर सकते हैं, इसकी जानकारी आपको अगले वीडियो में मिलेगी…
चलते चलते एक रिक्वेस्ट… वीडियो पसंद आया हो तो यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें, और अगर आप इस वीडियो को फेसबुक पर देख रहे हैं, तो पेज को लाइक करना और फॉलो करना न भूलें… मिलते हैं अगली बार एक नए वीडियो में… अपना ध्यान रखिएगा दोस्तों…
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