उत्तराखंड के प्राकृतिक खजानों में उत्तरकाशी (Uttarkashi) राज्य का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जिसे प्यार से देवभूमि के नाम से भी संबोधित किया जाता है। समुद्र तल से 1158 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये पहाड़ी शहर सैलानियों के बीच में काफी ज्यादा मशहूर है। गर्मियों के दौरान यहां सैलानियों को आराम करते हुए देखा जाता है, तो वहीं सर्दियों के दौरान ये पूरा शहर बर्फीला हो जाता है। इतना ही नहीं एडवेंचर ट्रैवलर्स यहां पर काफी रोमांचक एहसास लेने के लिए आते हैं। कुल मिलाकर यहां एक यादगार छुट्टी परिवार या दोस्तों के साथ मनाई जा सकती है। यहां से आप बर्फीली चोटियों के अद्भुत दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा पवित्र स्थानों के भी दर्शन कर सकते हैं।
विश्वनाथ मंदिर
उत्तरकाशी (Uttarkashi) न सिर्फ एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है बल्कि एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान भी है, यहां पर कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जिनके दर्शन करने के लिए श्रद्धालू दूर-दूर से आते हैं। उत्तरकाशी (Uttarkashi) में बना विश्वनाथ मंदिर यहां के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में गिना जाता है। ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जहां पर शिवलिंग 90 मीटर की चौड़ाई और 15 इंच की लंबाई के साथ विराजमान हैं। ये धार्मिक स्थल उन लोगों के लिए जरूरी है जो कि चार धाम यात्रा के लिए आगे बढ़ते हैं। यहां पर सैकड़ो की संख्या में शिवभक्तों का आना लगा रहता है। इसके अलावा यहां के प्राकृतिक दृश्य भी देखने लायक हैं। यहां से बहती भागीरथी नदी इस स्थल को खास बनाने के काम करती है।
गंगोत्री
उत्तरकाशी (Uttarkashi) के पास आप विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों की सैर का प्लान बना सकते हैं। शहर से बिलकुल नजदीक पवित्र नदी गंगा का स्रोत गंगोत्री है, जहां से गंगा पहाड़ों से होती हुई उत्तर भारत से अपना सफर तय करती है। उत्तरकाशी (Uttarkashi) आने वाली सैलानी यहां पर दर्शन करने के लिए जरूर आते हैं। गंगा का प्राचीन नाम भागिरथी है, देवप्रयाग में आकर भागिरथी और अलकनंदा का मिलन होता है। देवप्रयाग वो स्थान है जहां से पवित्र नदी गंगा का नाम धारण करती है। यहां पर गंगोत्री मंदिर भी स्थित है, जहां भारी संख्या में लोगों का आना लगा रहता है। आपको बता दें भारत के पवित्र चार धामों में भी गंगोत्री आती है।
यमुनोत्री
गंगोत्री के बाद आप उत्तरकाशी (Uttarkashi) के पास यमुनोत्री स्थल के दर्शन कर सकते हैं। चार धामों में ये भी शामिल है। इस तीर्थस्थल पर असंख्य श्रद्धालुओं का आगमन होता है। ये वो जगह है जहां से पवित्र यमुना नदी निकलती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार यमुना यमराज की बहन है, इसलिए माना जाता है कि इस स्थल पर स्नान करने से मौत पीड़ादायक नहीं होती है। ये स्थान एक धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ एक शानदार पर्यटन स्थल भी है, जहां पर आप मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। यहां से आप गढ़वाल चोटियों के अद्भुत दृश्य देख सकते हैं। इसके अलावा ये स्थान ट्रैवलर्स के बीच में भी काफी ज्यादा मशहूर है, जहां पर ट्रेकिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का अनुभव लिया जा सकता है।
हर की दून
उत्तरकाशी (Uttarkashi) के पास धार्मिक स्थानों के अलावा आप अद्भुत प्राकृतिक स्थलों की सैर का भी आनंद उठा सकते हैं। उत्तरकाशी (Uttarkashi) के पास हर की दून प्रकृति प्रेमियों से लेकर साहसिक एडवेंचर के शौकीनों के लिए भी काफी ज्यादा मायने रखता है। हर की दून घाटी विश्व भर के ट्रैवलर्स को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां की बर्फ से ढकी पहाड़ियां रोमांचक एहसास कराती हैं। आप यहां से स्वर्गारोहिणी पहाड़ और जौनधार ग्लेशियर के अद्बुत दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। हर की दून की तरफ आगे बढ़ते ही आपका स्वागत यहां के घने जंगल और पहाड़ करेंगे। कुछ अनोखा अनुभव करने के लिए आप यहां आ सकते हैं।
हरसिल
उपरोक्त स्थानों के अलावा उत्तरकाशी से लगभग 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरसिल की सैर का आनंद ले सकते हैं। ये राज्य का एक शानदार पर्यटन स्थल है, जहां पर दूर-दूर से सैलानी आराम करने और मानसिक शांति के लिए आते हैं। पहाड़ी खूबसूरती से भरा ये स्थान सैलानियों को आनंदित और रोमांचित दोनों करता है। आप यहां से हिमालय की अद्भुत बर्फीली चोटियों को देख सकते हैं। परिवार या दोस्तों के साथ एक शानदार वक्त गुजारने के लिए ये एक आदर्श जगह है।
मनीरी
उत्तरकाशी से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मनीरी एक गांव है। ये स्थल हाल ही में एक पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित किया गया है। भागीरथी नदी पर बनाया गया बांध इस गांव का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
नचिकेता ताल
उत्तरकाशी से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नचिकेता ताल एक सुंदर झील है। झील के चारों ओर ओक, पाइन और रोडोडेनड्रान फल के पेड़ हैं, जो कि इस जगह की सुंदरता को और बढ़ा देते हैं। ऐसा माना जाता है कि नचिकेता झील, ऋषि उदालक के बेटे द्वारा बनावाई गयी थी।
दोदीताल
ये समुद्रतल से 3024 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक ताजे पानी की झील है। ये खूबसूरत पर्यटन स्थल चरों तरफ से हरियाली से घिरा हुआ है। ये झील हिमालयन ट्राउट के लिए प्रसिद्ध है जहां पर उत्तरकाशी से ट्रैकिंग के द्वारा पहुंचा जा सकता है।
उत्तरकाशी कैसे जाएं (How to Reach and Travel Uttarkashi)
उत्तरकाशी के लिए सबसे पास का हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो कि यहां से 162 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जगह के लिए ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पास पड़ता है और यात्री पास के शहरों से जैसे कि देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और मसूरी से उत्तरकाशी के लिए बस सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
उत्तरकाशी जाने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Uttarkashi)
सुखद मौसम की वजह से उत्तरकाशी का दौरा साल में किसी भी समय किया जा सकता है। हालांकि गर्मियों और मानसून के दौरान यहां जाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इन मौसमों के दौरान यहां पर अलग अलग त्यौहार मनाये जाते हैं।
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