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Leh Ladakh Tour : Leh और Ladakh में 21 सबसे मजेदार चीजें

Leh Ladakh Tour :  भारत में लेह लद्दाख ( Leh Ladakh ) को आप कितना जानते हैं? क्या आपके भी दिलो दिमाग में लेह लद्दाख की छवि शांत सड़कों, शांत पहाड़ों और बाइकर्स के लिए जन्नत जैसी जगह के रूप में बनी हुई है? अगर हां, तो अब इस धारणा को तोड़ने का वक्त आ चुका है. दरअसल लेह लद्दाख ( Leh Ladakh ) भारत का एक ऐसा क्षेत्र है जो लैंडलॉक्ड है. नॉर्थ इंडिया का ये ऐसा क्षेत्र है जिसे दुनियाभर में अडवेंचर टूरिस्ट स्पॉट के रूप में जाना जाता है. समुद्र तट से 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह काराकोरम और हिमालय पर्वत श्रृंखला के बीच में है. लद्दाख अडवेंचर और थ्रिल के लिए कई इंटरेस्टिंग अवसर देता है. लद्दाख में सबसे इंटरेस्टिंग चीजों में जीप सफारी, कैमल सफारी, रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग, आदि है.

लेह लद्दाख ( Leh Ladakh ) में सफारी इंजॉय करने के साथ साथ आप ब्यूटीफुल लैंडस्केप्स, टूरिस्ट एट्रेक्शंस, ग्रेटर हिमालय की चोटियां भी निहार सकते हैं. Things to do in Leh Ladakh में आप स्थानीय वनस्पतियों के रिच कलेक्शन को भी जोड़ सकते हैं. आप लेह लद्दाख ( Leh Ladakh )  में मोनेस्ट्रीज और पगोडा को भी शामिल कर सकते हैं जिसमें बौद्ध दर्शन के साथ साथ इतिहास की झलक भी है.

आगे आप जानेंगे कि best things to do in Leh Ladakh में और क्या क्या चीजें हैं जिनके बारे में जानकर आप अपनी यात्रा को हमेशा के लिए यादगार बना सकते हैं.

Jeep Safari In Ladakh

लद्दाख का ट्रांस-हिमालयन क्षेत्र टफ और मॉडरेट दोनों तरह के क्षेत्रों के लिए जाना जाता है. यहां का इलाका और खूबसूरती सचमुच हैरान कर देने वाली है. लद्दाख में सड़क के रास्ते सफर और high altitude mountain passes, को क्रॉस करते हुए सुंदर झीलों को देखकर इस ऐतिहासिक क्षेत्र को समझने का सबसे बेहतर जरिया जीप सफारी हो सकता है.

सबसे मशहूर जीप सफारी के अनुभवों में से एक इस जगह मनाली के रास्ते पहुंचने का अनुभव सबसे अलग रहता है. लेह-मनाली हाईवे से आप यहां पहुंच सकते हैं. अद्भुत माउंटेन पास, अतुलनीय नजारों और चौंका देने वाली सीनरी, आपकी आंखों में बस जाएगी. भारत की ये रोड ट्रिप आपको अल्टीमेट थ्रिल का अहसास करा देगी.

Let Ladakh’s most popular tourist attractions to enjoy with Jeep safari में Tso Moriri Lake, Dah Hanu, Pangong Tso Lake और Nubra Valley है. अल्टीमेट एक्सपीरियंस के लिए, Khardungla pass को तो बिल्कुल भी मिस न करें, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा मोटरेबल रोड कहा जाता है.

Camel Safari In Ladakh

Camel Safari in Ladakh को देखकर हैरान मत होइएगा. ये लद्दाख में लाइफटाइम एक्सपीरियंस के लिए की जाने वाली बेस्ट एक्टीविटिज में से एक है. Nubra Valley के Hunder में रेत के टीले ऐसे हैं जैसे “बादलों में बसा रेगिस्तान”.

Hunder में, आप दोहरे कूबड़ वाले बैक्ट्रियन ऊंट की सवारी कर सकते हैं, जो कभी इस प्राचीन व्यापार मार्ग का अभिन्न अंग हुआ करता था. इसके अलावा, आप नुब्रा के आकर्षक गांवों में भी जा सकते हैं. यहां आप कई Buddhist Monasteries के साथ साथ गर्म पानी के sulphur spring को भी देख सकते हैं.

नुब्रा वैली लद्दाख के मशहूर जगहों में से एक है. ये आपको हरी खुबानी के खेतों से बर्फ से ढकी चोटियों के साथ एक सूखे इलाके में लेकर जाएगी. लेह लद्दाख में कैमल सफारी के माध्यम से, आप गांवों, घाटियों और बौद्ध गोम्पा के  पैनेरोमिक व्यू को एक्सप्लोर कर सकते हैं.

Mountain Biking in Ladakh

पहाड़ों पर सफर के लिए सबसे बेहतर ईको फ्रेंडली रास्ता माउंटेन बाइकिंग का ही है, इस बात में कोई शक नहीं है. ये किसी जगह को एक्सप्लोर करने का मजा दोगुना कर देता है. 

अगर आप लेह और लद्दाख के सफर को लेकर पैशनेट हैं, तो कई माउंटेन बाइकिंग के रूट्स आपका इंतजार कर रहे हैं जिनमें ‘Leh to Alchi’, ‘Leh to Hemis’ और Khardungla Pass है.  

Magnetic Hill

Leh – Kargil – Baltik national highway पर स्थित, मशहूर Magnetic Hill में वो चुंबकीय शक्तियां हैं जिन्हें लेह लद्दाख आने वाला हर टूरिस्ट करीब से देख लेना चाहता है. यहां की चुंबकीय शक्ति ऐसी है कि वह कार को भी चढ़ाई की ओर खींच लेती है, जैसी ही वह इसके रेडियस में आती है.

इसी धारणा की वजह से, डिफेंस फोर्सेज इस हिल के ऊपर से एयरक्राफ्ट उड़ाने से बचती हैं. हालांकि, इसमें कोई शक नहीं कि इस हिल का विजिटिंग एक्सपीरियंस सबसे हटकर होता है. ट्रैवलर्स को यहां घुमक्कड़ी वाली जगहों की लिस्ट में इस जगह को भी शामिल जरूर करना चाहिए.

Trekking in Ladakh

ऐसे लोग जो ट्रेकिंग और थ्रिल से भरे अडवेंचर की तलाश में हैं, लद्दाख उनके लिए जन्नत जैसी जगह हो सकता है. लद्दाख में ऐसे कई ट्रेकिंग स्पॉट्स हैं जिस वजह से दुनिया भर के ट्रेकिंग लवर्स यहां खिंचे चले आते हैं. ट्रेकिंग का मतलब कुदरत को उसके असली रूप में तलाशने से है और लद्दाख में ऐसा करना अमेजिंग एक्सपीरियंस होता है.

Some popular treks in Ladakh में Lumayuru से Darcha trek, Ripchar Valley trek, Padum से Darcha trek, Lamayuru से Alchi trek, Lamayuru Stok Kangri, Markha Valley trek आदि हैं.

River Rafting in Zanskar River

लद्दाख में तीन प्रमुख नदियां हैं जहां आप रिवर राफ्टिंग का मजा उठा सकते हैं. लेह क्षेत्र में Indus River, Zanskar में Zanskar River और Nubra में Shayok River. ये जगहें आपको राफ्टिंग के ढेरों ऑप्शंस ऑफर करती हैं.

Zanskar River rafting trip हिमालयी क्षेत्र के ऊपर एक फ्लाइट से शुरू होती है, जो आपको लद्दाख के ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र तक लेकर जाती है. Zanskar Mountains में Padum और Nimo के बीच रिवर राफ्टिंग बेहद कठिन और एक्साइटिंग है. ये सिर्फ सफेद पानी में ही सही रहती है है.

Bike Ride to Tsomoriri Lake

जो पर्यटक बाइक राइडिंग के दीवाने हैं, उनके लिए Tsomoriri Lake जाने से बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता है. Tsomoriri Lake तक की बाइक राइडिंग एक ऐसा अवसर है जो जीवनभर आपको भुलाए नहीं भूलेगा. इस सफर में आपको न सिर्फ यहां के लैंडस्केप का दीदार होगा बल्कि लद्दाख क्षेत्र के वाइल्डलाइफ को भी आप देख सकेंगे.

Tsomoriri Lake लेह लद्दाख की मशहूर झीलों में से एक है. बुलंद पहाड़ों के बीच आपको ये शांति का अहसास कराएगी. झील में आप नीले आकाश को और चारों ओर फैले पहाड़ को निहार सकते हैं. इस जगह का ऐंबियेंस बेहद रोमांटिक है, जो पार्टनर के साथ डे आउट को परफेक्ट बना देगा. आप झील के किनारे कैंप में इसकी शांति का घंटो आनंद ले सकते हैं.

Paragliding in Ladakh

अगर आप आसमां से प्यार करते हैं और उनके बीच जाकर उनसे बतियाने की ख्वाहिश रखते हैं तो लद्दाख में पैराग्लाइडिंग आपके लिए बेस्ट चीज हो सकती है. 

ऊपर की तरफ जाते हुए आप जो नजारा देखेंगे वो अद्भुत होता है. बर्फ से ढकी चोटियाँ, नीला नीला पानी और लद्दाख के बीहड़ दृश्य आकाश की ऊंचाई से बेहद सुंदर लगते हैं.

Mountaineering

लद्दाख का ऊंचा होना पर्वतारोहियों के लिए यह एक बड़ा आकर्षण है. पहाड़ की चोटियों की ऊँचाई 15000 फुट और 21000 फुट के बीच होती है. एक ऐसा क्षेत्र जो पर्वतारोहियों का बहुत ध्यान खींचता है, वह है महान हिमालयी क्षेत्र में स्थित नून – कुन मैसिफ. यह स्थान लोकप्रिय स्टोक कांगड़ी ट्रेक मार्ग के पास स्थित है.

लद्दाख में कुछ पर्वत शिखर हैं, जिनके लिए पर्वतारोहियों को भारत सरकार से विशेष अनुमति लेने की आवश्यकता होती है. पहाड़ों की सुंदरता का देखने का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर के महीने तक है.

Ice-Hockey in Ladakh

आइस-हॉकी लद्दाख में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है, लेकिन ज्यादातर ग्रामीण बच्चों को स्केट्स और उपकरणों की कमी के कारण मौका नहीं मिलता है. कनाडा के विपरीत लद्दाख में, प्राकृतिक बर्फ के खुले में आइस हॉकी खेली जाती है. ठंडी हवा आपके चेहरे को दुलारती है और आपके खून में जुनून भर देती है.

सर्दियों के महीनों के बीच में नवंबर के मध्य से लेकर जनवरी के बीच तक. लद्दाख में हॉकी, जिसे तालाब हॉकी के रूप में भी जाना जाता है, लद्दाख में लंबे सर्दियों के दौरान जीवन का एक तरीका है. लद्दाख शीतकालीन खेल प्रेमियों के लिए एक गंतव्य के रूप में उभर रहा है.

Horse Polo in Ladakh

सितंबर के महीने के दौरान लद्दाख महोत्सव आयोजित किया जाता है. ऐसा महोत्सव शायद ही कहीं और आयोजित किया जाता है. लद्दाख का पूरा क्षेत्र प्रार्थना झंडों, प्रतीकों और श्रृंगार से सराबोर हो उठता है, जो बौद्ध और मुस्लिम संस्कृतियों का एक रोमांचक मिश्रण प्रस्तुत करता है. 

इस समय के दौरान, मैदानों और घाटी हॉर्स पोलो टूर्नामेंट के दौरान सुव्यवस्थित घोड़ों के कदमों की आवाज से थरथराते हैं. यह दृश्य ही एक थके दिमाग और शरीर में स्फूर्ति पैदा कर देता है.

Skiing in Ladakh

लेह लद्दाख में सबसे मजेदार एक्टीविटीज में से एक स्कीइंग है. बर्फ से ढकी चोटियों और हाई स्लोप्स की वजह से इनके लिए हमेशा माहौल अनुकूल रहता है. लद्दाख क्षेत्र में आसमां साफ रहता है और इसी वजह से खारदुंग ला रेंज में स्कीइंग का अनुभव आपको एक्साइटेड कर देता है. 

ये खेल किसी दीवानगी की तरह है. लद्दाख कई वार्षिक स्कीइंग प्रतियोगिताओं की मेजबानी करता है, जिसमें कई पेशेवर हिस्सा लेते हैं. दिसंबर से मार्च के महीनों के दौरान, लद्दाख बर्फ की चादर में मानों ढक जाता है.

Heli-Skiing in Ladakh

स्कीइंग एक पैशन है और अडवेंचर के शौकीनों की पसंद. भारत बेहद भाग्यशाली है क्योंकि उसके पास उत्तर में ऊंचाई वाले क्षेत्र हैं. हेली स्कीयर हिमालय में एक एक्सिलेंट अडवेंचर का मजा ले सकते हैं. 

जब आप समुद्र तल से लगभग 17,000 फीट की ऊँचाई पर गिरते हैं, तो स्कीइंग का अनुभव बहुत ही शानदार होता है. लद्दाख में विंटर एक्टिविटी के बाद Zanskar हिमालयन रेंज में यह खेल बहुत पसंद किया जाता है. हेली-स्कीइंग का पूरी तरह से आनंद लेने के लिए, आपकी फिजिकल शेप बेहतरीन होनी चाहिए और आपको स्कीइंग चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.

Wildlife in Ladakh

लद्दाख में, एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है जिसे “हेमिस नेशनल पार्क” के रूप में जाना जाता है. यह 4,000 वर्ग किलोमीटर में फैला है, और अब भारत में सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है. यह हेमिस से ज़ांस्कर के उत्तर तक फैला हुआ है. इस पार्क को लेह लद्दाख में 200 से अधिक हिम तेंदुओं के साथ सबसे अच्छे आकर्षण में से एक माना जाता है.

यह वाइल्ड शीप्स और बकरियों की चार प्रजातियों का भी घर है. पक्षियों के प्रति लगाव रखने वाले लोगों के लिए, यह वास्तव में एक स्वपनलोक है. 

यहां कुछ लोकप्रिय पक्षी प्रजातियों में रॉबिन एक्सेन्टोर, ब्राउन एक्सेन्टोर, तिब्बती स्नो फिंच और हिमालयन स्नो कॉक शामिल हैं. प्रदूषण और शोर मुक्त वातावरण पक्षियों को आनंदपूर्ण अनुभव देता है.

Pangong Tso Lake, Ladakh

Pangong Tso Lake, Ladakh के चांगथांग क्षेत्र में स्थित है. यह भारत में पवित्र, शांत और सुंदर ऊँचाई वाली झीलों में से एक है. वास्तव में, यह भारतीय क्षेत्र में सबसे बड़ी ऊंचाई वाली झील है. 

यह ब्यूटीफुल ब्लू पैलेट वाली झील लगभग 7 किलोमीटर चौड़ी और 19 किलोमीटर लंबी है. यह रामसर साइट के तहत वेटलैंड रिजर्व का एक हिस्सा है और वास्तव में त्सो-मोरीरी वेटलैंड संरक्षण रिजर्व के रूप में जाना जाता है. इसमें बड़ी संख्या में वनस्पतियां और जीव हैं.

Ladakh Prayer Wheel

बौद्ध मठों के बारे में सबसे अनोखी चीजों में से एक है, हर जगह प्रेयर व्हील की उपस्थिति. अक्सर वे छोटे होते हैं और एक दीवार के रूप में निर्मित होते हैं.
यह लद्दाखी लोगों के विश्वास का प्रतीक है, जो इसकी विषम परिस्थितियों के बावजूद एक हंसमुख जीवन जीते हैं और जीवन का जश्न मनाने का मौका नहीं छोड़ते हैं-भगवान का सुंदर उपहार।

Hall of Fame Leh Ladakh

लेह लद्दाख के अपने दर्शनीय स्थलों की यात्रा पर, आपको अपने शहीदों के लिए भारतीय सेना द्वारा निर्मित एक संग्रहालय, लद्दाख हॉल ऑफ फ़ेम जरूर जाना चाहिए. ये एक म्यूजियम है जिसे भारतीय सेना ने अपने शहीदों के लिए बनाया है. इसमें सियाचिन और करगिल युद्ध के शहीदों की यादें हैं.

इसमें रक्षा अधिकारियों की जीवनी, महत्वपूर्ण तस्वीरें और हथियारों की एक विस्तृत श्रृंखला भी शामिल है. यह लद्दाख के मूल निवासियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले जीवनशैली के साधनों, उपकरणों और दस्तावेजों के बारे में आपको बताता है.

Zanskar Valley Leh Ladakh

ज़ांस्कर घाटी एक शानदार डेस्टिनेशन है. इस घाटी को जांस्कर नदी पोषित करती है. इसे शांग्री-ला के रूप में भी जाना जाता है. समुद्र तल से 7,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, ज़ांस्कर नदी लुभावना दृश्य पैदा करती है, और इसकी यही खासियत दूर-दूर के पर्यटकों को आकर्षित करती है.
नदी सर्दियों में जम जाती है और ट्रेकिंग और स्कीइंग के स्पॉट के रूप में बेहतरीन अवसर प्रदान करती है. गर्मियों के दौरान, नदी राफ्टिंग के लिए एकदम सही है. ज़ांस्कर घाटी की यात्रा के दौरान, आप लेह लद्दाख के बाद के स्थानों जैसे Karsha Monastery, Drang-Drung Glacier, Nubra Valley और Penzella Pass का आनंद भी ले सकते हैं.

Hemis Monastery

लेह लद्दाख के हेमिस क्षेत्र में स्थित, हेमिस मठ ड्रुक्पा वंश का एक प्राचीन बौद्ध गोम्पा है. मठ लेह लद्दाख में सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण में से एक है और हेमिस उत्सव की मेजबानी के लिए जाना जाता है. 

हेमिस त्योहार के दौरान, मठ को बौद्ध और तिब्बती रंगों में सजाया जाता है. त्योहार का सेंटर अट्रैक्शन आकर्षण रहस्यवादी मुखौटा डांस है जो सामने आयताकार आंगन में आयोजित किया जाता है. स्थानीय भाषा में, नृत्य के इस रूप को ‘चाम्स’ के रूप में जाना जाता है.

चाम्स के साथ सहानुभूति में, संगीतकार लद्दाख के पारंपरिक संगीत को बजाते हैं. उत्सव इतना शांतिपूर्ण है कि यह आपकी आत्मा को शांत और खुश कर देता है.

The Moonland of Lamayuru

लामायुरु गांव लेह से लगभग 127 किमी दूर स्थित है और लोकप्रिय रूप से मूनलैंड के रूप में जाना जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इसकी मिट्टी का रंग चंद्रमा के समान माना जाता है.
यह छोटा सा गाँव प्राचीन लामायुरू मठ के घर होने के लिए प्रसिद्ध है, जो कि ड्रिकुंग काग्यू परंपरा की मुख्य सीट है. पवित्र यात्रा के बाद; लामायुरू के मूनस्केप्स का पूरा नजारा देखने के लिए ऊपर की ओर चढ़ें.
मेडिटेशन हिल सबसे अच्छे दृश्य पेश करने के लिए जाना जाता है. यहाँ से, आप लद्दाख के सबसे सजे हुए स्तूपों को भी देख सकते हैं.

Pathar Sahib Gurudwara

लद्दाख को आमतौर पर मठों की भूमि के रूप में जाना जाता है. हालाँकि, यह गुरुद्वारा पथर साहिब का घर भी है. श्रीनगर – लेह राजमार्ग पर स्थित, गुरुद्वारा पत्थर साहिब को 16 वीं शताब्दी में लद्दाख में गुरु नानक देव की यात्रा के स्मरण के लिए बनाया गया था.
गुरुद्वारा पत्थर साहिब की प्रमुख विशेषता गुरु नानक देव की तस्वीर और चट्टान पर एक दानव के पदचिह्न हैं.
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