Malana Village Tour Guide | मलाणा गांव, पार्वती वैली में स्थित एक अहम टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. हालांकि ये गांव पार्वती वैली की बाकी जगहों, कसौल, तोष, मणिकर्ण की अपेक्षा थोड़ा अलग रूट पर है. इसी वजह से टूरिस्ट कई बार चाहकर भी यहां जा नहीं पाते हैं, अगर जाते भी हैं तो उन्हें इसकी ज़्यादा जानकारी नहीं मिल पाती है. Malana Village Tour Guide का ये आर्टिकल मलाणा घूमने जाने वाले हर टूरिस्ट के काम का है.
आइए आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि मलाणा गांव में घूमने के लिए कौन कौन सी जगहें हैं, अगर आप मलाणा गांव जाते हैं तो वहां क्या क्या कर सकते हैं, मलाणा गांव की खासियत क्या है, वहां का खान पान कैसा है, आदि . इस आर्टिकल में आपको मलाणा गांव की यात्रा से जुड़ी हर जानकारी ( Malana Village Tour Guide ) मिलने वाली है…
मलाणा, हिमाचल प्रदेश में स्थित एक प्राचीन गांव है. कुल्लू घाटी के उत्तर-पूर्व में पार्वती घाटी की बगल की घाटी मलाणा नाला का यह एकांत गांव बाकी दुनिया से अलग है. चंद्रखानी और देव टिब्बा की चोटियों से ये गांव घिरा है. यह समुद्र तल से 2,652 मीटर (8,701 फीट) की ऊंचाई पर मलाणा नदी के किनारे एक सुदूर पठार पर स्थित है.
मलाणा की अपनी जीवन शैली और सामाजिक संरचना है और लोग अपने रीति-रिवाजों का पालन सख्ती से करते हैं. मलाणा के निवासियों की पारंपरिक भाषा कनाशी के मौजूदा वक्ताओं की संख्या लगभग 1700 है. 1961 की जनगणना के अनुसार, भाषा बोलने वाले तब 563 थे, लेकिन आज मलाणा की आबादी कम से कम तीन गुना बड़ी है. मलाणा को दुनिया की सबसे प्राचीन डेमोक्रेसी के नाम से भी जाना जाता है.
Malana Village Tour Guide की कड़ी में ये सबसे अहम सवाल है. कसौल से मलाणा की कुल दूरी 19 किलोमीटर की है और इसमें 45 मिनट का वक्त लगता है. सड़क बन जाने की वजह से आप मलाणा गांव के मुहाने तक गाड़ी से पहुंच सकते हैं.
आपको कसौल गांव से यहां तक के लिए टैक्सी मिल जाएंगी. आप निजी वाहन से भी मलाणा तक पहुंच सकते हैं. गांव के मुहाने से आपको गांव में दाखिल होने के लिए 2 से ढाई किलोमीटर तक का ट्रेक करना होता है.
मलाणा पहुंचने के लिए आपको पहले कसौल आना होगा. आप भुंतर से कसौल के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं. वैसे भुंतर से सीधा भी मलाणा के लिए वाहन मिल जाते हैं. लेकिन हमारा सुझाव है कि आप पहले कसौल पहुंचकर आराम करें और अगले दिन मलाणा के लिए निकलें.
मलाणा गांव में रुकने की इजाज़त किसी को नहीं है. Malana Village Tour Guide के इस आर्टिकल में हम बताना चाहेंगे कि एक होमस्टे वहां गांव के अंदर ज़रूर है लेकिन पर्यटक यहां रुकने से परहेज़ करते हैं.
गांव के मुहाने पर कुछ कैंप्स आपको ज़रूर मिल जाते हैं. ये कैंप्स मलाणा गांव की तलहटी में हैं. आप यहां स्टे कर सकते हैं. इनका किराया 1000 रुपये प्रति व्यक्ति होता है.
मलाणा ऋषि जमदग्नि का स्थान है तपोस्थली रहा है. आप यहां ऋषि जमदग्नि के मंदिरों को देख सकते हैं. गांव में प्राचीन घरों को देखना भी आपको अलग तरह का अनुभव देगा. गांव की परंपराएं, भाषा, कई धार्मिक स्थान आपको प्रभावित ज़रूर करेंगे.
आप मलाणा के पीक पॉइंट तक भी जा सकते हैं. पीक पॉइंट के लिए आपको गांव के भीतर से गुज़रना होता है. पीक पॉइंट से आपको पर्वतों का सुंदर नज़ारा दिखाई देता है. ये खुला माहौल और बेहतरीन हवा आपको मंत्रमुग्ध कर देती है.
मलाणा में ऐसी कोई डिश जो वहां की स्थानीय हो, हमें नहीं मिली. हां, गांव में एक कैफे में हमें ये लिखा हुआ ज़रूर दिखाई दिया कि वहां चाइनीज़, इजरायली, इंडियन फूड मिलता है. आपको गांव से बाहर आकर कई कैफे और रेस्टोरेंट मिल जाते हैं जहां आप फ्राइड राइस, मैगी, मंचूरियन जैसे अलग अलग तरह के डिश ट्राय कर सकते हैं.
मलाणा गांव आज भी अपनी परंपराओं के साथ खड़ा है. आप यहां के मंदिरों को छू नहीं सकते हैं. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको जुर्माना भरना पड़ेगा. गांव में आरचे पर एक पवित्र शिला है, उसके पास जाने की भी हमें अनुमति नहीं है.
हमें यानी बाहरी लोगों को. वैसे मलाणा को लेकर कई बातें सुनने को मिलती है. जैसे कि कई जगह ये कहा गया है कि ये लोग सिकंदर के वंशज है. Malana Village Tour Guide के इस लेख में आप ये भी जानिए कि जब हमने गांववालों से इससे जुड़ा सवाल किया तो उन्होंने इनकार किया और गुस्सा भी हुए.
कुछ लोगों ने हमें बताया कि आज भी गांव में अगर कोई लड़का किसी लड़की को पसंद कर लेता है तो दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया जाता है. इस दौरान लड़के को लड़की के साथ जबरन संबंध बनाने होते हैं.
अगर वह ऐसा कर लेता है तो ही दोनों का विवाह होता है. हां, इस दौरान लड़की अगर चाहे तो अपने बचाव के लिए कुछ भी कर सकती है. गांव को लेकर ऐसी कई बातें सुनने को मिलती हैं जिन्हें जानकर हम दंग रह जाते हैं. हालांकि Malana Village Tour Guide के इस ब्लॉग में इसकी प्रमाणिकता पर हम कुछ नहीं कह सकते.
हां, आप यहां के लोगों को भी नहीं छू सकते हैं. जब हमने गांव के प्रमुख से इस बारे में सवाल किया तो उनका कहना था कि हमारे पूर्वज सदियों से कोविड-19 के नियम का पालन कर रहे हैं. हम जानते थे कि बाहर से आया शख्स अपने साथ कोई बीमारी लेकर आ सकता है. इसीलिए हमने ये नियम अपनाया है.
वीड को लेकर मलाणा अक्सर चर्चा में रहता है. इसे देसी भाषा में माल भी कहते हैं. आप इस माल से और इसे बेचने वाले लोगों से दूर ही रहें. यहां मलाणा की क्रीम बताकर न जाने क्या क्या बेचा जाता है. क्योंकि पूरे गांव में चोरी छिपे इसे किया जाता है और असली मलाणा क्रीम या उन्नत क्वालिटी वाली क्रीम ग्रहण गांव या मलाणा गांव से भी ऊंचाई पर स्थित मैजिक वैली में होती है. गांव में किसी भी धोखे से बचने के लिए आप ऐसी चीज़ों से दूर ही रहें.
गांव की यात्रा के दौरान हमें ट्रेक के दौरान ही क्रीम बेचते हुए कई लोग मिलने लगे थे. कोई 2500 रुपये की दस ग्राम क्रीम बेच रहा था तो कोई 1500 सौ की. अलग अलग रेट. हालांकि हमारी इस चीज़ में कोई दिलचस्पी नहीं थी और हम चाहेंगे कि आप भी कोई दिलचस्पी न लें.
आप मलाणा गांव घूमें, ट्रैक करें, वहां की परंपरा को जानें-समझें. ज़्यादा जानकारी के लिए मलाणा गांव की यात्रा पर बनें हमारे तीन वीडियो भी देखें, आपको बहुत सारी बातें जानने को मिलेंगी.
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