Best Place To Visit With Children : आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी में लोगों को अपने बच्चों के साथ समय बिताने का मौका बहुत कम ही मिल पाता है. जब भी पैरेंट्स की छुट्टी होती है तो वह सोचते हैं कि बाच्चों को कई अच्छी और स्वच्छ वातावरण में घुमाया जाए। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं दिल्ली में ऐसी 22 जगह के बारे में जहां आप अपने बच्चे के साथ मजे से घूम सकते हैं और आपके बच्चे kids भी खुश हो जाएंगे.
महरौली के पास सैद-उल-अज़ीब गांव में गार्डन ऑफ फाइव सेंस के नाम से जाने वाली जगह बच्चों के लिए काफी लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है.यह जगह प्रकृति से घिरा हुआ है, मूर्तियां भी हैं यहां जो बच्चों को बहुत पसंद आती है. बॉल खेलना, फ्रिस्बी, या बस छिपाना और नुकी छुपी जैसे कई खेल खेल सकते हैं.
अगर आपके बच्चे kids पढ़ने के शौकीन हैं तो आप उन्हें लाइब्रेरी, बुक स्टोर या लाइब्रेरी कैफे भी ले जा सकते हैं. यहां जाकर वह अपनी पसंदीदा किताब या नॉवेल पढ़ सकेंगे, साथ ही यहां बैठकर कोल्ड या हॉट कॉफी के भी मजे ले सकेंगे.
प्रेसिडेंट हाउस घूमने की बेहतरीन जगह में से एक है. यह दुनिया की विशाल इमारतों में से एक है। यहां भवन को देखने के साथ इस इमारत के पीछे मुगल गार्डन की खूबसूरती देखने लोग जरूर जाते हैं. इस गार्डन को फरवरी और मार्च में आम जनता के लिए खोला जाता है. यहां पर बच्चों के साथ बैठकर चारों तरफ हरियाली का मजा ले सकते हैं.
राष्ट्रीय रेलवे संग्रहालय दिल्ली चाणक्यपुरी में स्थित है.. इसकी स्थापना 1 फरवरी 1977 में हुई थी. इस म्यूजियम में भारतीय रेलवे से संबंधित 100 से अधिक वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं. इसमें ट्रेन मॉडल, सिग्नल उपकरण, पुराने फर्नीचर, ऐतिहासिक चित्र और इससे संबंधित साहित्य इत्यादि रखे गए हैं. बच्चे यहां खूब मस्ती करेंगे, साथ ही यहां के इतिहास से भी रूबरू होंगे.
संसद भवन में आम जनता संसदीय कार्यवाही को पब्लिक गैलरी से देख सकती है.इस कार्यवाही को देखने वाले की उम्र कम से कम 10 वर्ष के ऊपर होना जरूरी है. संसदीय कार्यवाही देखने के लिए पहले आपको अनुमति लेनी होगी, अगर इजाजत मिल जाती है तो आप पब्लिक गैलरी से संसदीय कार्यवाही को देख सकते हैं,
चिलचिलाती गर्मी में बच्चों को घुमाने ले जाना हो तो उनकी पसंदीदा जगह होगी, एम्यूजमेंट पार्क. यहां बच्चों की मस्ती देखते ही बनती है.।= इस जगह बच्चों को वॉटर राइड्स, गो-कार्टिंग और रोमांचकारी राइड्स का मजा आएगा. दिल्ली-एनसीआर में कई वॉटरपाक्र्स भी हैं, जहां आपको कई तरह की राइड्स मिलेंगी. आप चाहें तो इन जगह का पहले से पैकेज बनवाकर कुछ डिस्काउंट भी पा सकते हैं.
फेमस राजनीतिक कार्टूनिस्ट शंकर पिल्लई ने National Doll Museum स्थापित किया था, यह म्यूजियम नई दिल्ली के बहादुर शाह ज़फर मार्ग पर चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट के भवन में स्थित है. इस म्यूजियम के दो भाग हैं, एक में यूरोपीय देशों और दूसरे में एशियाई देशों की गुड़ियों का प्रदर्शन किया गया है. यहां लगभग मुख्य आकर्षण के तौर पर 150 भारतीय गुड़ियों का प्रदर्शन किया गया है यहां आकर बच्चे बड़े खुश होते हैं.
इस अजूबे पार्क में 90 टन कबाड़ से दुनिया के 7 अजूबों के मॉडल तैयार किए गए हैं. इनमें एफिल टॉवर, पीसा की मीनार, मिस्र का पिरामिड, ताजमहल आदि हैं. शाम में 4 बजे से रात 8 बजे तक रोशनियों के बीच इन्हें देखना ज्यादा अच्छा लगता है.
इस पार्क में तरह-तरह की राइड हैं। साथ ही, एंफी थियेटर और जंगल बुक थिएटर भी हैं. अच्छी बात यह है कि यह इंडिया गेट के पास ही है, यानी आप दोनों जगह घूमने का प्लान एक साथ बना सकते हैं.
प्रगति मैदान गेट नंबर-1 के पास भैरों रोड पर स्थित साइंस सेंटर में साइंस से जुड़ीं ढेरों दिलचस्प चीजें हैं। यहां बच्चों को साइंस की मुश्किल चीजों को बेहद आसानी से समझाया गया है।
छोटों के मन में देशभक्ति के बारे में बताना बहुत कठिन है। जब आप अपने आराध्य को शानदार भारत के द्वार पर ले जाते हैं, तो उसी समय अपना प्रयास करें। अमर जवान ज्योति और उसके महत्व को समझाते हुए अपने बच्चे के दिल में देशभक्ति के गहरे अर्थ का पता लगाना निश्चित है।
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान या दिल्ली चिड़ियाघर एक प्रकृति आरक्षण साइट है जो 214 एकड़ जमीन पर बना है। ये चिड़ियाघर दिल्ली में पुराने किले के पास स्थित है। इस चिड़ियाघर में 130 प्रजाति के लगभग 1350 अलग अलग जानवर हैं। ये चिड़ियाघर शुक्रवार को छोड़कर सभी दिन खुला रहता है। गर्मियों के दौरान यह 08:30 से 17:30 तक और सर्दियों के दौरान 9:30 से 04:30 तक खुलता है।
आने वाला पर्यटक अगर भारतीय है तो यहां प्रवेश के लिए 5 रुपए जबकि विदेशी पर्यटक को चिड़ियाघर के अन्दर प्रवेश के लिए 100 रुपये का प्रवेश शुल्क देना होता है। इस प्रक्रिया में आपकी मदद करने के लिए, हरे-भरे बगीचे हरे-भरे बगीचों का अनुभव आपके बच्चे के लिए सुखद और यादगार बनाते हैं।
कुतुब मीनार दुनिया का सबसे ऊंचा टॉवर और दिल्ली का दूसरा सबसे बड़ा स्मारक है। एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल, यह महरौली में स्थित है और इसका निर्माण 1192 में दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुब उद-दीन-ऐबक द्वारा शुरू किया गया था। बाद में, टॉवर का निर्माण सदियों से विभिन्न शासकों द्वारा किया गया था।
इस शानदार स्मारक का नजारा आपको भारत के समृद्ध इतिहास से रूबरू कराता है।कुतुब मीनार के अलावा, कुतुब कॉम्प्लेक्स में आपको आयरन पिलर और अलाई दरवाजा जैसी कई अन्य प्राचीन संरचनाएं देखने को मिलेंगी। यह दिल्लीवासियों के लिए एक पसंदीदा पिकनिक स्थल बन गया । इसके अलावा, भव्य कुतुब महोत्सव पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। बच्चे यहां पर आउटडोर सभी गेम खेल सकते हैं।
हुमायूं का मकबरा (Humayun’s Tomb)
जैसा कि नाम से पता चलता है, हुमायूं का मकबरा मुगल सम्राट हुमायूं का अंतिम विश्राम स्थल है। दिल्ली के निज़ामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में स्थित, यह भारतीय उपमहाद्वीप में पहला उद्यान मकबरा है। वास्तुकला का यह शानदार मकबरा वर्ष 1569-70 में हुमायूं के प्रमुख संघचालक बेगा बेगम द्वारा बनाया गया था।
इसे फ़ारसी वास्तुकार मिराक मिर्ज़ा घियाथ द्वारा डिज़ाइन किया गया था। अपने शानदार डिजाइन और शानदार इतिहास के कारण, हुमायूं का मकबरा वर्ष 1993 में यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया था।यह शानदार मकबरा विशाल, अलंकृत मुगल गार्डन के बीच में स्थित है और इसकी सुंदरता सर्दियों के महीनों के दौरान बढ़ जाती है। यहां पर हर तरफ हरियाली ही हरियाली है बच्चों के साथ घूमने के लिए यह शानदार जगह है।
एडवेंचर फार्म्स
एडवेंचर्स गेम्स साहसिक गेम्स के तो सभी दीवाने है क्या बच्चे और क्या बड़े।अगर आपके बच्चो को भी एडवेंचर्स स्पोर्ट्स में इंटरेस्ट है तो आप अपने बच्चो के साथ पहुंच जाइये एडवेंचर फार्म्स। यहां बच्चे ना सिर्फ एडवेंचर एक्टिविटीज कर सकेंगे बल्कि ढेर सारे खेल भी खेल सकेंगे।
यूरेका बुक स्टोर
अगर आपके बच्चो को किताबें पढ़ने का शौक है तो आप जा सकते हैं यूरेका बुक स्टोर। यह बुक स्टोर और बुक स्टोर से काफी अलग है ।इसकी स्थापना अप्रैल 2003 में दो पुस्तक प्रेमियों ने भारत के बच्चों के लिए करवाई थी।
दिल्ली हाट
बच्चो की भारत की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए दिल्ली हाट एक उत्तम जगह है दिल्ली हाट में एक पारंपरिक हाट और गांव के बाज़ार का माहौल देता है, यह एक ही स्थान पर अनेक पारंपरिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। यहां आप हस्तशिल्प, भोजन और सांस्कृतिक गतिविधियों का सम्मिश्रण देख सकते हैं। फूड एंड क्राफ्ट बाज़ार, भारतीय संस्कृति, हस्तशिल्प और भिन्न-भिन्न भोजन का खज़ाना है।
लाल किला
लाल किला दिल्ली का लालकिला एक विश्व प्रसिद्ध किला है। इसका निर्माण तोमर राजा अनंगपाल ने 1060 में करवाया था। बाद में पृथ्वीराज चौहान ने इसे फिर से बनवाया और शाहजहां ने इसे तुर्क शैली में ढलवाया। लाल बलुआ पत्थरों और प्राचीर के कारण इसे लाल किला कहा जाता है। भारत के लिए यह किला ऐतिहासिक महत्व रखता है। भारत के प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर पर ही 15 अगस्त को तिरंगा फहराते हैं। यह जहग भी बच्चो को बहुत पसंद आती है।
लोदी गार्डन
सैय्यद और सिकंदर लोदी के मकबरे, लोदी गार्डन 90 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। प्रकृति के प्रति उत्साही और जॉगर्स के लिए सबसे पसंदीदा स्थानों में से, एक शानदार बोन्साई पार्क का दावा करता है।
देवरा, नीम, चिनार और नीलगिरी जैसी वनस्पतियों की कुछ प्रजातियों के लिए घर बच्चों के साथ घूमने के लिए एक मजेदार जगह है।
राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय
गांधी जयंती और स्वतंत्रता दिवस जैसे दिनों के माध्यम से गांधीजी या राष्ट्रपिता युवा मन में शुरू से ही प्रसिद्ध रहे हैं। राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय में ले जाकर बच्चे गांधी जयंती के बारे में गहराई से जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस स्थान पर महात्मा गांधी की पुस्तकें, अवशेष, दस्तावेज और पत्रिकाएं हैं।
हौज खास विलेज के पास ही स्थित है, डियर पार्क अपने छोटे से और अपने लिए समान रूप से ताजी हवा की सांस की तरह है. हिरणों की घनी आबादी और उनके निवास स्थान आपके बच्चे को इन प्राणियों को ध्यान से और बारीकी से देखने में मदद करते हैं। इस स्थान पर मोर और खरगोश हैं, जो आगे आपके छोटे से जादू की तरह काम करते हैं.
बच्चों को अगर लोटस टेम्पल लेकर जा रहें हैं तो आपकी बिल्कुल परफेट जगह ले जा रहे हैं। यह स्थान घूमने के लिए एक पूर्ण आनंद है। उस स्थान की वास्तुकला जो एक कमल के फूल के रूप में है, बच्चों को सादगी और शांति प्रदान करता है, मंदिर के निर्वासन के अंदरूनी सूत्र आपके बच्चे को सच्चे विश्वास को समझने का आधार बन जाते हैं।
Anantnag Travel Blog : अनंतनाग जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के सबसे खूबसूरत… Read More
Chhath Puja 2024 Day 3 : छठ पूजा कोई त्योहार नहीं है लेकिन इस त्योहार… Read More
High Uric Acid Control : लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों में हाई… Read More
Kharna puja 2024 : चार दिवसीय महापर्व छठ के दूसरे दिन खरना मनाया जाता है.… Read More
Chhath Puja 2024 : महापर्व छठ 5 नवंबर को नहाय खाय के साथ शुरू हो… Read More
Dev Diwali 2024: देव दिवाली हिंदू महीने कार्तिक की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है.… Read More