Eluru Travel Blog : धान के खेतों और नारियल के पेड़ों के विशाल हिस्सों के खूबसूरत व्यू के साथ एलुरु आपको पहली नजर में ही मंत्रमुग्ध कर देगा. सड़कों पर चलते हुए शहर आपका स्वागत नदी के हरे-भरे किनारों, बीते युग के पुरातात्विक अवशेषों और सदियों पुराने मंदिरों से करता है.
कभी विष्णुकुंडिना शासकों का गढ़ रहा है. एलुरु को पहले हेलापुरी के नाम से जाना जाता था. आंध्र प्रदेश में पश्चिम गोदावरी जिले का एक हिस्सा है. अपने धार्मिक महत्व के लिए जाने जाने वाले एलुरु में कई लोकप्रिय मंदिर हैं.
भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित द्वारका तिरुमाला मंदिर ऐसा ही एक मंदिर है और यहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. द होली लैंड रेप्लिका कैथोलिक आस्था के लिए एक पवित्र स्थल है.
गुंटुपल्ली गुफाएं एलुरु के प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं, जो अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए फेमस हैं. शहर के भीतर स्थित कोल्लेरु झील सभी नेचर प्रेमियों ये बेस्ट जगह है. शांत और सुंदर एनवायरनमेंट के साथ, यह सर्दियों के दौरान प्रवासी पक्षियों के लिए एक सेंचुरी में बदल जाता है. बर्डवॉचर्स एशिया और पूर्वी यूरोप की प्रजातियों को देख सकते हैं, जो यहां बड़ी संख्या में इकट्ठा होती हैं. एलुरु में बुद्धा पार्क घूमने लायक एक और जगह है.
प्रतिष्ठित अभय मुद्रा में भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा के कारण यह शहर के ऐतिहासिक क्षेत्रों में से एक है. इसमें गज वल्लीवारु चेरुवु एक प्राचीन तालाब भी है. एलुरु में रहते हुए आप इसके प्रसिद्ध धान के खेतों और लोकल इकोनोमी को बढ़ावा देने वाली अगरबत्ती (अगरबत्ती) कारखानों का दौरा कर सकते हैं.
यह शहर कालीन बनाने के अपने पारंपरिक कौशल के लिए भी जाना जाता है. आप इन सुरुचिपूर्ण ढंग से डिज़ाइन किए गए कालीनों को स्थानीय बाजारों में खरीद सकते हैं. एलुरु शहर विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर स्थित है.
यहां का कोल्लेरू बर्ड सेंचुरी एक बहुत ही रोमांचकबर्ड सेंचुरी है जहां की सैर का मजा भी आप ले सकते हैं. लगभग 673 वर्ग कि.मी के क्षेत्र में फैला हुआ यह गार्डन जहां एक फेमस कोल्लेरू झील और एक बड़ा वेटलैंड भी शामिल है. यह बर्ड सेंचुरी मुख्य शहर एलुरु से लगभग 15 कि.मी की दूरी पर स्थित है. इस बर्ड सेंचुरी में आप प्रवासी पक्षियों के साथ साथ विभिन्न रंग-बिरंगे स्थानीय पक्षियों को भी देख सकते हैं.
यहां आकर आप कोल्लेरू झील की भी सैर कर सकते है. जो कि यहां के प्राकृतिक स्थानों में से एक है. यह एक ताजे पानी की झील है. यह झील एक बहुत ही खूबसूरत है, जिसे देखने के लिए दूर-दराज से सैलानी इस देखने के लिए यहां पर आते हैं.
इसके साथ ही यह झील मछुवारों की एक पसंदीदा जगह है. एक जगह रिफ्रेशिंग एहसास के लिए एक बहुत ही सुंदर झील है. इसके साथ ही आप यहां आकर पक्षी विहार के मज़े भी ले सकते हैं.
इस मंदिर को चिन्ना तिरुपति के नाम से भी जाना जाता है. वैसे दक्षिण भारत में तिरुमाला के नाम के ढेर सारे मंदिर मौजूद है. यहां मंदिर के गर्भ कक्ष में भगवान वेंकटेश्वर की एक बहुत ही अद्भुत मूर्ति रखी हुई है.
शेषदाद्री पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर एक बहुत ही सुन्दर और लोकप्रिय मंदिर है. और यहां स्थानीय लोगों के साथ साथ दूर-दराज से भी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आगमन होता है. इसके साथ ही यहां आ कर आप आध्यात्मिक का भी अनुभव कर सकते हैं.
आप यहां स्थित एलुरु आश्रम की ओर भी अपना रुख कर सकते हैं. जिसे एनडीएनके (नाम दत्ता नाथ क्षेत्र) के नाम से भी जाना जाता है. एलुरु के चुनिंदा खास पर्यटन आकर्षणों में एलुरु आश्रम शामिल है. दत्ता पीठ से जुड़े इस स्थान में देशभर के श्रद्धालुओं का आना जाना लगा होता है.
इसके साथ ही इस आश्रम में एक छोटा सा मंदिर भी बना हुआ है, जहां पर देवी अनघा और भगवान दत्तात्रेय की मूर्ति स्थापित है. और इसके अलावा भी इस मंदिर में अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां है. इस आश्रम में आप मानसिक और आत्मिक का भी अनुभव कर सकते हैं. साथ ही आध्यात्मिक ज्ञान भी यहां आकर प्राप्त कर सकते हैं.
एलुरु बुद्धा पार्क को जिले के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में गिना जाता है. इस पार्क में 74 फीट ऊंची गौतम बुद्ध की प्रतिमा और एक छोटा सा तालाब है जो कि यहां के मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं. यहां के लोगों के अनुसार यह एक काफी पुराना तालाब है, और ऐसा माना जाता है कि इस तालाब का निर्माण चालुक्य राजवंश के काल में हुआ था.
लेकिन अब यह अब अनिवार्य पर्यटन गंतव्य बन चुका है. आप यहां के एलुरु बुद्धा पार्क की सैर का प्लान बना सकते हैं, जहां आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ आ कर यहां आंनद ले सकते है.
एलुरु में स्थानीय परिवहन में ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बस सेवाएं शामिल हैं. ये शहर के भीतर और आसपास के प्रमुख मार्गों पर यात्रा करने के लिए सुविधाजनक हैं. आप सड़कों से ऑटो-रिक्शा या साइकिल-रिक्शा भी किराए पर ले सकते हैं.
हालांकि, एलुरु के भीतर यात्रा करने का सबसे अच्छा तरीका शहर में कार किराए पर लेना या निजी टैक्सी बुक करना है. गर्मियों के दौरान शहर का दौरा करने से बचें क्योंकि मौसम यात्रा के लिए सही नहीं होता है. देर रात यात्रा करना असुरक्षित हो सकता है.
एलुरु नियमित उड़ानों के माध्यम से देश के अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ नहीं है. नजदीकी हवाई अड्डा विजयवाड़ा में 38 किमी की दूरी पर है.
हवाई अड्डे: विजयवाड़ा हवाई अड्डा
आप देश के अन्य प्रमुख शहरों से आसानी से एलुरु के लिए नियमित ट्रेन प्राप्त कर सकते हैं.
रेलवे स्टेशन: एलुरु
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