Chandigarh Travel : अक्सर हम अपने रोज़ के रूटीन से बाहर निकल कर अपना मूड़ फ्रेश करने के लिए कही जाना चाहते हैं। लेकिन हर बार की तरह हमारी पॉकेट हमें रोकती रहती है या फिर छुट्टियों की कमी ज़्यादा दूर निकलने नहीं देती। अब ऐसे में दुविधा बनी रहती है कि क्या करें। पर अपने मूड को रिफ्रेश करने के लिए घूमना ज़रूरी है। बजट और छुट्टियाँ काम है तो क्या हुआ? कम पैसो और छुट्टियों में भी आप खुल कर लुत्फ़ ले सकते हैं। अगर आप दिल्ली एनसीआर या उसकी आसपास की जगह रहते हैं तो छुट्टियों या वीकेंड में आप चंडीगढ़ घूम सकते हैं वो भी बिना अपनी जेब को तक़लीफ़ दिए। चंडीगढ़ (Chandigarh) में आपको लुभाने और आपको रिफ्रेश करने के लिए बहुत कुछ है। आप अपनी गाड़ी से भी इस खूबसूरत शहर की ओर निकल सकते हैं। यहाँ रहने के लिए सस्ते होटेल भी मिल जायेंगे।
भारत का पहला नियोजित शहर चंडीगढ़ (Chandigarh), पंजाब के हिमालय की शिवालिक रेंज में स्थित है। इस खूबसूरत शहर का गठन भारत की आज़ादी के बाद किया गया था। यह शहर फ्रांसीसी वास्तुकारों ने डिज़ाइन किया था। यह शहर ख़ास तौर से अपनी शानदार वास्तुकला और डिज़ाइन के लिए मशहूर है। भारत की राजधानी दिल्ली से करीब 245 किलोमीटर दूर बसे इस शहर में देखने और घूमने लायक काफ़ी कुछ है जिसके लिए देश और विदेश से पर्यटक यहाँ आते हैं। हरा भरा होने के कारण इस शहर की खूबसूरती और निखर जाती है। यह पूरा शहर सेक्टरों में बटा हुआ है।
यह गार्डन कला का एक शानदार नमूना है। इस उद्यान में वेस्ट सामग्रियों से बनी उत्तम आकृतियां देखने को मिलती हैं। यहां मूर्तिकला के भी आकर्षक नमूने देखने को मिलते हैं। नेकचंद सैनी नाम के एक कलाकार ने अपनी उम्दा कलाकारी के ज़रिये इस उद्यान को बनाया है। उनकी इस नायाब कलाकारी के लिए उन्हें पद्मश्री पुरुस्कार से भी नवाज़ा गया है। लगभग 40 एकड़ में बने इस उद्यान में लगभग 5000 छोटी बड़ी मूर्तियां, झरने, जलकुंड, रंग बिरंगी मछलियों वाले एक्वेरियम, बच्चों के झूलने के लिए झूले और एक एयर थिएटर भी है। पर्यटकों को ये कलाकृतियां काफ़ी लुभाती हैं। इसी उद्यान में एक डॉल म्यूजियम भी है जिसमें विभिन्न रंग बिरंगी कपड़े की गुड़िया लगाई गई हैं। इस रॉक गार्डन को देखने के लिए रोज़ाना 5000 के करीब लोग आते हैं।
चंडीगड़ के मुख्य आकर्षणों में ज़ाकिर हुसैन रोज़ गार्डन भी शुमार है। यह खूबसूरत बग़ीचा लगभग 30 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यहाँ गुलाब के फूलों की करीब 1600 से भी ज़्यादा किसमें देखने को मिलती हैं। यहाँ ग़ुलाब के अलावा कुछ औषधीय पौधे भी हैं। अगर गार्डन घूमते हुए आप थक जाएं तो खुद् को चार्ज करने के लिए यहां ईटिंग जॉइंट्स भी हैं।
लेज़र वैली चंडीगढ़ के सबसे पॉपुलर और खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक है। असल में यह कईं अद्भुत उद्यानों की एक श्रृंखला है जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। यह 8 किलोमीटर की श्रृंखला सेक्टर 1 से शुरू हो कर सेक्टर 53 के पास खत्म होती है। इसमें शामिल हर गार्डन की अपनी अलग थीम है। लेज़र वैली में राजेंद्र पार्क, शान्ति कुंज, बोगनवेलिया, हिबिस्कस गार्डन, रोज़ गार्डन, बोटैनिकल गार्डन, फिटनेस ट्रेल, गार्डन ऑफ फ्रैगरेंस शामिल हैं। यहा हर साल तीन दिवसीय कार्निवल का आयोजन भी किया जाता है।
जैसा कि इस गार्डन का नाम है बटरफ्लाई गार्डन तो ज़ाहिर है कि यह पार्क तितलियों को समर्पित
है। इस उद्यान में फूलों की कई किस्में हैं जो तितलियों को अपनी और खींचती हैं साथ ही लोग भी मनमोहक दृश्य देखने के लिए इस गार्डन की ओर खिंचे चले आते हैं।
लगभग 3 किलोमीटर लंबी सुखना झील मानव द्वारा निर्मित की गई है। यह झील शिवालिक पहाड़ियों के निचले स्थान पर स्थित है। यह खूबसूरत झील देशी और विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खूब आकर्षित करती है। यहाँ आप बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। यहाँ के प्रवासी पक्षियों का भी घर है। पर्यटक और खास तौर से बच्चे उन पक्षियों को देख कर काफी खुश हो जाते हैं। सुखना लेक आकर लोगों को सुख का अनुभव होता है।
इस प्रसिद्ध संग्रहालय का निर्माण 1985 में हुआ था। इस म्यूजियम में दुनियां भर से खूबसूरत गुड़ियों को एकत्रित किया गया है जो बच्चों में एक आकर्षण का केंद्र है। यहां जर्मनी, कोरिया, रूस, स्पेन आदि कई देशों से गुड़ियाँ लायी गयी हैं।
यह चंडीगढ़ की काफी चर्चित जगह है। यहां बड़े बड़े ब्रैंड के शोरूम्स भी हैं और शाम के वक्त यहाँ काफी अच्छा स्ट्रीट मार्किट भी लगता है। शॉप्पिंग प्रेमियों के लिए यह शोप्पजंग पैराडाइस है। यहाँ कई रेस्तरां, पब और बार भी हैं। यहाँ यंग क्राउड तो आता ही हैं साथ ही फैमिलीज़ भी यहाँ शॉप्पिंग, लंच और डिनर एन्जॉय करने आती हैं। यहां लगे हुए खूबसूरत फव्वारे इस मार्किट की सुंदरता को और बढ़ा देते हैं।
अगर आप खाने पीने के शौकीन हैं और चंडीगढ़ में पंजाबी पकवानों का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो यहां हर सेक्टर में पंजाबी ज़ायका मिल जाएगा। यहाँ हर सेक्टर में रेस्तरां मिल जाते हैं जहां आपको पंजाबी खाने के साथ चाइनीज़ और कॉन्टिनेंटल फ़ूड भी मिल जाएगा। सेक्टर 28 और 22 वेज और नॉन वेज दोनों के लिए काफी मशहूर है। चंडीगढ़ में आप स्वादिष्ट चिकन का स्वाद तो चख ही सकते हैं साथ ही यहाँ छोले भटूरे, चना मसाला, शाही पनीर, सरसो का साग और दाल मखनी जैसे लज़ीज़ शाकाहारी पकवानों का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं।शाकाहारी यकीन मानिए आप की ज़ुबान पर यहाँ का स्वाद ऐसा चढ़ेगा के आप कभी भूल नही पाएंगे।
अगर आपके पास थोड़ा और समय हो तो पिंजौर गार्डन भी जाया जा सकता है। यह चंडीगढ़ से करीब 22 किलोमीटर दूर है। हरियाणा के पिंजौर में बना यह गार्डन औरंगज़ेब के शासन काल में बनाया गया था। वास्तुकार फिदाई खां ने 17वीं शताब्दी में इसे स्थापित किया था और आज यह एक मशहूर पर्यटक स्थल बन गया है। इस उद्यान को यादवेंद्र गार्डन भी कहा जाता है। यह नाम पटियाला के राजा यादवेंद्र सिंह के नाम पर रखा गया है। पिंजौर गार्डन लगभग 100 एकड़ क्षेत्र में फैला है। इस गार्डन में मुग़ल शैली का महल भी बना हुआ है जो काफी सुंदर है। गार्डन में कई किस्मों के खूबसूरत खुशबूदार फूल और पौधे हैं, बड़े बड़े पेड़ और खूबसूरत फव्वारें भी हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस परिसर में ओपन एयर थिएटर भी है जहां समय समय पर कई रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। साथ ही आपको इस परिसर में एक मंदिर और एक संग्रहालय भी मिलेगा। पर्यटकों को यहाँ घूमने में काफी मज़ा आता है। इसके पास ही एक चिड़िया घर है और खाने पीने की कुछ ऑप्शन्स भी हैं। इस गार्डन के बाहर आप ऊंट और घोड़े की सवारी का भी मज़ा उठा सकते हैं। अक्सर यहाँ आसपास के लोग भी पिकनिक मनाने आते हैं।
ये सब जगह घूमने के लिए आपके लिए बस 2 दिन काफ़ी हैं। चंडीगढ़ (Chandigarh) इतना व्यवस्थित शहर है कि यहाँ आपको घूमना बेहद सुखदायी लगेगा। दिल्ली और दूसरे शहरों की तरह यहाँ सड़कों पर ज़्यादा ट्रैफिक जाम नही मिलेगा। यहाँ ट्रैफिक नियमों का भी सख्ती से पालन होता है। यहाँ की चौड़ी चौड़ी सड़कों पर आपको गाड़ी चलाना अच्छा लगेगा। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आपकी गाड़ी के शीशों पर काली फ़िल्म न चढ़ी हो वरना आपको चालान भरना पड़ा सकता है। CNG गाड़ी वालों को थोड़ी दिक्कत हो सकती है गैस भरवाने में क्योंकि यहां सिर्फ चुनिंदा Sector में CNG स्टेशन हैं इसलिए अपनी गाड़ी में CNG और पेट्रोल की टैंक फुल करवाके निकलें।
अगर आप भी अपने वीकेंड या छुट्टियों को सही उपयोग में लाना चाहते हैं तो आप अपने परिवार, दोस्तों या साथी के साथ चंडीगढ़ और पिंजौर घूमने आ सकते हैं। तो इस खूबसूरत शहर को अपनी लिस्ट में शामिल कर लीजिए और मौका मिलते ही निकल पड़िये चंडीगढ़ घूमने।
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