Navratri Day 3 : जानें, देवी चंद्रघंटा की पूजा विधि, मंत्र और भोग बनाने की विधि
Navratri Day 3 : नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप ( Goddess Chandraghanta) की पूजा करने की परंपरा है. दस भुजाओं वाली चंद्रघंटा के रूप में, देवी दुश्मनों को नष्ट करने के लिए एक तरफ कमल और कमंडल और दूसरी तरफ त्रिशूल, गदा और तलवार जैसे हथियार रखती हैं.आइए जानते हैं कि नवरात्रि के तीसरे दिन देवी के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा कैसे की जानी चाहिए, शुभ मुहूर्त, मंत्र और देवी को क्या अर्पित करना चाहिए.
हिंदू धर्म में शक्ति की आराधना के लिए नवरात्रि के नौ दिन शुभ माने जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति मन से मां दुर्गा की पूजा करता है उस पर पूरे साल मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है. शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी रविवार 15 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ.यह 24 अक्टूबर 2023, मंगलवार तक मनाया जाएगा.
Navratri 2nd Day : जानें, देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि, मंत्र और भोग कैसे बनाएं
शुभ मुहूर्त || Subh Muhurat
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 27 मिनट से सुबह 05 बजकर 00 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11.29 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 01.47 बजे से 02.33 बजे तक
घोधुली मुहूर्त- शाम 05.37 बजे से शाम 06.02 बजे तक
पूजा विधि || Puja Vidhi
मां चंद्रघंटा अपने सिर पर एक मुकुट पहनती हैं जिस पर अर्धचंद्र और एक दिव्य घंटा बना हुआ है. इसलिए इस रूप में देवी को चंद्रघंटा कहा जाता है. इस स्वरूप की पूजा करने के लिए नवरात्रि के तीसरे दिन सुबह जल्दी स्नान कर ध्यान करना चाहिए. देवी की पूजा में लाल और पीले फूलों का प्रयोग करना चाहिए. पूजा में प्रसाद के लिए अक्षत, चंदन और पेड़ा चढ़ाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि मंत्र जाप, घी के दीपक जलाने और आरती करने तथा शंख और घंटी बजाने से देवी प्रसन्न होती हैं.
माँ चंद्रघंटा मंत्र || Maa Chandraghanta Mantra
देवी चंद्रघंटा की पूजा करते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
पिण्डज प्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता
प्रसादं तनुते महम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता
मां चंद्रघंटा की पूजा के समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए
पिण्डज प्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता
प्रसादं तनुते मह्मम् चंद्रघण्टेति विश्रुता)
मां चंद्रघंटा भोग रेसिपी || Maa Chandraghanta Bhog Recipe
मां चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाई बहुत पसंद है. उन्हें दूध से बने पेड़े का भोग लगाया जा सकता है.
तरीका-
दूध को गाढ़ा करके खोया तैयार कर लीजिये. – एक पैन में खोया गर्म करें और उसमें घी डालें. दोनों को ब्राउन होने तक भून लीजिए. – ठंडा होने पर इसमें इलायची पाउडर डालकर पेड़े का आकार दें.