Basilica of Bom Jesus Church : बेसिलिका ऑफ बोम जीसस चर्च ( Basilica of Bom Jesus Church ) गोवा ( Goa ) की राजधानी पणजी ( Panji ) से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बेगिनिनिम नामक स्थान पर स्थित हैं. यह चर्च पुराने गोवा में स्थित हैं. “ओल्ड गोवा चर्च” ( Old Goa Church ) के नाम से भी बेसिलिका ऑफ बोम जीसस चर्च को जाना जाता हैं क्योंकि यह गोवा का सबसे पुराना चर्च हैं।
बेसिलिका ऑफ बोम जीसस चर्च ( Basilica of Bom Jesus Church ) में सेंट फ्रांसिस जेवियर ( St Francis Xavier ) के अवशेषों को रखा गया हैं, जो कि सेंट इग्नेशियस लोयोला के बहुत ही अच्छे मित्र थे, जिनके साथ उन्होंने सोसाइटी ऑफ जीसस की स्थापना की शुरुआत की थी। यहां पर रखे अवशेष 400 सालो से सुरक्षित रखे हुए है और एक दशक में एक बार उन्हें निकाला जाता हैं।
साल 1594 में इस चर्च का निर्माण किया गया था और साल 1605 में इसे संरक्षित किया गया था। इस चर्च का निर्माण भारत में ईसाई धर्म की शुरुआत के साथ मेल खाता है। यहां की समृद्ध सांस्कृति और धार्मिक महत्व के साथ-साथ बेसिलिका ऑफ बोम जीसस को यूनेस्को के द्वारा विश्व विरासत स्थल भी घोषित किया गया है।
बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस चर्च का इतिहास ( History of Basilica of Bom Jesus Church )
बेसिलिका ऑफ बोम जीसस चर्च ( Basilica of Bom Jesus Church ) की नींव 24 नवंबर सन् 1594 में रखी गई थी और 15 मई 1605 में फादर एलेक्सिया डी मेनेजेस के हाथों इस चर्च का कार्यभार पूरा हुआ था।
गोवा के सेंट फ्रांसिस जेवियर की मृत्यु के बाद उनके शरीर को पहले पुर्तगाल में संरक्षित किया गया था लेकिन 2 साल की अवधि के बाद वापिस बेसिलिका में भेज दिया गया था। ऐसा माना जाता है कि संत के पास चिकित्सीय उपचार की अभूतपूर्व शक्तियां थीं। उनके शरीर को अभी भी अच्छी तरह से सजा कर एक ताबूत में समाधी के रूप में रखा गया हैं।
बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस चर्च की एक साधारण संरचना हैं अगर इसकी सोने की बनी वेदियों को छोड़ दिया जाए तो और इसमें बास्क वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण देखने को मिलता है। इमारत का मुखौटा काले ग्रेनाइट से बनाया गया है और इसमें डोरिक, कोरिंथियन और समग्र शैलियों का एक मिश्रण देखने को मिलता है। इस चर्च की ऊंचाई 61 फीट है और स्तंभ को बेसाल्ट से उभारा गया हैं। मोसिको कोरिंथियन शैली से चर्च के अंदर के भाग को तैयार किया गया है और मुख्य प्रवेश द्वार पर चेपल बने हैं।
बेसिलिका ऑफ बोम जीसस की यात्रा पर आने वाले पर्यटक इसके अलावा भी नजदीक के कुछ पर्यटक स्थलों पर घूमने जा सकते हैं। जो कि आपकी यात्रा को ओर ज्यादा आकर्षित और यादगार बना देगी।
इनमें ओल्ड गोवा, चर्च ऑफ सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी, से कैथेड्रल चर्च गोवा, पुरातत्व संग्रहालय, सेंट फ्रांसिस जेवियर का मकबरा, म्यूजियम ऑफ क्रिस्चियन आर्ट, सेंट मोनिका चर्च, अवर लेडी ऑफ द इमैक्युलेट कांसेप्शन चर्च, श्री शांतादुर्गा मंदिर शामिल है।
गोवा के खूबसूरत बेसिलिका ऑफ बोम जीसस घूमने के लिए आप हफ्ते के किसी भी दिन जा सकते हैं। बेसिलिका ऑफ बोम जीसस चर्च सोमवार से शनिवार तक सुबह 9:00 बजे से शाम के 6:30 बजे तक खुला रहता हैं। तो वहीं रविवार के दिन सुबह 10:30 से शाम के 6:30 बजे तक खुला रहता हैं।
बेसिलिका ऑफ बोम जीसस घूमने के लिए आप कभी भी आ सकते हैं, लेकिन अक्टूबर से लेकर मार्च के महीने तक का समय यहां आने के लिए आदर्श माना जाता हैं। जो कि मौसम के लिहाज से अच्छा होता हैं। इस समय के दौरान मौसम अच्छा रहता हैं और आप बारिश और तेज धूप से अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगे।
अगर आप गोवा के पर्यटन स्थल बेसिलिका ऑफ बोम जीसस जा रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि बेसिलिका ऑफ बोम जीसस जाने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन, बस और अपने निजी साधन के माध्यम से आसानी से पहुंच जाएंगे।
अगर आपने बेसिलिका ऑफ बोम जीसस जाने के लिए हवाई मार्ग का चुनाव किया है, तो हम आपको बता दें कि गोवा शहर का डाबोलिम एयरपोर्ट या गोवा एयरपोर्ट बेसिलिका ऑफ बोम जीसस से सबसे नजदीक हैं। एयरपोर्ट से बेसिलिका ऑफ बोम जीसस की दूरी लगभग 26 किलोमीटर हैं।
एयरपोर्ट से आप यहां पर चलने वाले स्थानीय साधनों के माध्यम से बेसिलिका ऑफ बोम जीसस पहुंच जायेंगे। ट्रेन के माध्यम से गोवा के बेसिलिका ऑफ बोम जीसस जाने के लिए सबसे नजदीकी रेल्वे स्टेशन वास्को डी गामा हैं। वास्को डी गामा रेल्वे स्टेशन बेसिलिका ऑफ बोम जीसस बीच से लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर हैं।
वहीं अगर आपने बेसिलिका ऑफ बोम जीसस जाने के लिए सड़क मार्ग का चुनाव किया है, तो हम आपको बात दें कि बेसिलिका ऑफ बोम जीसस के नजदीक कोई बस स्टैंड नही हैं लेकिन बेसिलिका ऑफ बोम जीसस से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर पणजी का बस स्टैंड हैं। पणजी बस स्टैंड से आप यहां पर चलने वाले स्थानीय साधनों के माध्यम से बेसिलिका ऑफ बोम जीसस पहुंच सकते हैं।
Amrit Udyan Open : राष्ट्रपति भवन में स्थित प्रसिद्ध अमृत उद्यान (जिसे पहले मुगल गार्डन… Read More
Pushkar Full Travel Guide - राजस्थान के अजमेर में एक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर-पुष्कर… Read More
Artificial Jewellery Vastu Tips : आजकल आर्टिफिशियल ज्वैलरी का चलन काफी बढ़ गया है. यह… Read More
Prayagraj Travel Blog : क्या आप प्रयागराज में दुनिया के सबसे बड़े तीर्थयात्रियों के जमावड़े,… Read More
10 Best Hill Stations In India : भारत, विविध लैंडस्कैप का देश, ढेर सारे शानदार… Read More
Mirza Nazaf Khan भारत के इतिहास में एक बहादुर सैन्य जनरल रहे हैं. आइए आज… Read More