Bageshwar Dham Yantra-Laxmi Yantram : आज हम बात करने वाले हैं बागेश्वर धाम श्री लक्ष्मी यंत्र के बारे में... जानें इसकी महिमा और महत्व...
Bageshwar Dham Yantra-Laxmi Yantram : आज हम बात करने वाले हैं, बागेश्वर धाम श्री लक्ष्मी यंत्र के बारे में. बागेश्वर धाम का श्री लक्ष्मी यंत्र आपको कैसे मिलेगा और इसको किस तरह प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही इसके लिए कितना शुल्क देना होगा. श्री लक्ष्मी यंत्र से जुड़ी हर जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में देंगे…
श्री लक्ष्मी यंत्र (Bageshwar Dham Yantra-Laxmi Yantram) दरिद्र विनाश के लिए आप अपने घर पर बालाजी के रूप में रख सकते हैं. अगर आप बागेश्वर बालाजी का आशीर्वाद रखना चाहते हैं और बागेश्वर बालाजी के आशीर्वाद को किसी रूप के देखना चाहते हैं तो दरिन्द्र विनाश के लिए श्री लक्ष्मी यन्त्र में बड़ी शक्ति मानी जाती है.
श्री लक्ष्मी की कृपा प्राप्त यन्त्र का नाम श्री लक्ष्मी यंत्र है. शास्त्रों के अनुसार और बागेश्वर बालाजी की कृपा से श्री यंत्र बनाया गया है. बताया जाता है कि इसकी महिमा बड़ी है. श्री यंत्र घर पर रखने मात्र से सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता हैं और बागेश्वर बालाजी की कृपा बनी रहती है.
लक्ष्मी यंत्र प्राप्त करने के लिए आपको बागेश्वर धाम जाना होगा और वहां से आप बागेश्वर धाम श्री लक्ष्मी यंत्र की बुकिंग करा सकते हैं. बागेश्वर धाम श्री लक्ष्मी यंत्र को फ़ोन कॉल से भी बुक किया जा सकता हैं. श्री लक्ष्मी यंत्र बुक करने के लिए बागेश्वर धाम कॉन्टैक्ट नंबर पर कॉल कर सकते हैं..
बागेश्वर धाम यंत्र की पूरी जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं. बागेश्वर धाम सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (Bageshwar Dham Sarkar Official Website) पर जाने के लिए यहां क्लिक करें
अब दोस्तों बहुत से लोगों के मन में सवाल होगा की श्री यंत्र मुफ्त है या इसके लिए कोई शुल्क है. दोस्तों, बागेश्वर धाम पर अर्जी लगवाने या टोकन लेने का कोई पैसा नहीं लगता हैं लेकिन श्री लक्ष्मी यंत्र के लिए दक्षिणा के रूप में 5100 रुपए का शुल्क देना होगा है.
धीरेंद्र कृष्ण जी का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में हुआ था. उनके पिता राम करपाल गर्ग और माता सरोज गर्ग हैं.
उनका बचपन गढ़ा गांव में ही बीता. उन्होंने अपने दादा भगवान दास गर्ग से रामायण और भागवत का ज्ञान लिया.
सबसे पहले धीरेंद्र ने अपने दादाजी से सीखना शुरू किया. धीरेंद्र कृष्ण जी का परिवार बहुत गरीब था.
धीरेंद्र ने कड़ी मेहनत से रामायण और भागवत का ज्ञान प्राप्त किया और फिर हनुमान जी के मंदिर में जाकर ध्यान करने लगे.
वह हनुमान जी के भक्त थे. उनकी कड़ी मेहनत के बाद आज वे बागेश्वर धाम के महाराज हैं.
यहां उनका दिव्य दरबार लगता है और उनके दरबार में बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. इसी कारण उन्हें बागेश्वर महाराज के नाम से जाना जाता है.
नजदीकी घरेलू हवाई अड्डा खजुराहो हवाई अड्डा है, जो छतरपुर से लगभग 45 मिनट की दूरी पर है.
यह वाराणसी, दिल्ली और आगरा जैसे शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. नजदीकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भोपाल हवाई अड्डा है, जो छतरपुर से लगभग छह घंटे की ड्राइव पर है.
विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों के लिए लगातार उड़ानें यहां से निकलती हैं.
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश में स्थित है. मध्य प्रदेश की सीमा देश के 5 बड़े राज्यों से जुड़ी है, जिनमें राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल है.
आप जहां कहीं भी हो बस की सेवा हमारे पूरे देश में उपलब्ध है. इसलिए सबसे पहले आप बस की मदद से मध्य प्रदेश के छतरपुर/ खजुराहो शहर में दाखिल हो जाएं.
इसके पश्चात आप छतरपुर/ खजुराहो से बस पकड़ के गंज गांव में आ जाइए. गंज राष्ट्रीय हाईवे से 39 से सटा हुआ है.
आपको हर 1 घंटे में यहां के लिए बस मिल जाएगी जो की गंज के रास्ते पन्ना की तरफ जाती है. गंज से आप टैक्सी से बागेश्वर धाम पहुंच सकते हैं. गंज से बागेश्वर धाम की दूरी मात्र 5 किलोमीटर है.
ट्रेन से बागेश्वर धाम कैसे पहुंचे?, बागेश्वर धाम के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन छतरपुर और खजुराहो है. खजुराहो रेलवे स्टेशन बहुत से राज्यों से जुड़ा है.
खजुराहो रेलवे स्टेशन मुंबई, जयपुर, कुरुक्षेत्र, समस्तीपुर, करनाल, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, पानीपत, फरीदाबाद, प्रयागराज, उज्जैन, इंदौर, बरौनी, दानापुर, आगरा, मथुरा, नई दिल्ली, ग्वालियर, उदयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़ इत्यादि शहरों से कनेक्टेड है.
आप इन शहरों से खजुराहो के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं.
अगर आपको अपने शहर से खजुराहो और छतरपुर के लिए ट्रेन नहीं मिलती है, तो आप अपने शहर से भोपाल, प्रयागराज, कानपुर, और ग्वालियर आ जाइए.
यहां से आपको खजुराहो के लिए ट्रेन मिल जाएगी. खजुराहो आने के बाद, आप टैक्सी बुक करके बागेश्वर धाम पहुंच सकते हो.
खजुराहो से बागेश्वर धाम की दूरी मात्र लगभग 40 किलोमीटर है. अगर आप छतरपुर से बागेश्वर धाम जाते है, तो वहा से बागेश्वर धाम 30 किलोमीटर दूर है.
अगर आप अपनी गाड़ी से बागेश्वर धाम आना चाहते है, तो आप बड़ी ही आसानी से पहुंच सकते हैं.
बागेश्वर धाम के पास खजुराहो होने की वजह से यहां पर रोड बहुत ही अच्छी स्थिति में है.
अब यहां पर हाईवे का भी निर्माण हो चुका है, जिससे आपको रास्ते में होटल और ढाबे भी मिल जाएंगे.
आप छतरपुर में भी ठहर सकते हैं. यहां अच्छी खासी संख्या में होटल हैं.
आप आराम से खा सकते हैं और आराम भी कर सकते हैं.
Google Map की सहायता से आपको बागेश्वर धाम आने का आने का सही और सटीक रास्ता मिल जाएगा.
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