Bageshwar Dham Prasad ki Jankari : बागेश्वर धाम का प्रसाद कैसे पाएं? क्या है ऑनलाइन सुविधा?
Bageshwar dham prasad ki jankari : हमारे देश के हिंदू धर्म के बहुत से पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक बागेश्वर धाम सरकार भी है, जो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित हनुमान जी का प्रमुख धार्मिक स्थल है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर दर्शन के लिए जाते हैं और मान्यता है उनकी सभी समस्याये दूर हो जाती है. अगर आप भी अपनी किसी मनोकामना को लेकर बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar Chhatarpur) महाराज के दर्शन के लिए छतरपुर जाना चाहते हैं, तो आपके मन में वहां के प्रसाद (Bageshwar Dham Prasad) का ख्याल भी आया होगा.
बागेश्वर धाम श्रद्धालुओं के लिए आस्था व उनकी विश्वास का प्रतीक है. यह बेहद ही पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक हैं, जिसके दर्शन के लिए लोग कई मीलों का सफर तय करके आते हैं. इस स्थान पर हनुमान जी के एक और स्वरुप जिन्हे श्री बागेश्वर बालाजी महाराज के नाम से जाना जाता है वास करते हैं. यहां महाराज श्री धर्मेंद्र शास्त्री जी द्वारा श्रद्धालुओं की समस्या को सुना और उनका समाधान किया जाता है.
बागेश्वर धाम का प्रसाद (Bageshwar Dham Prasad) बेहद पवित्र माना जाता है. भक्त इसे ऑनलाइन पाने के तरीके भी ढूंढते रहते हैं. आइए जानते हैं कि आप बागेश्वर धाम का प्रसाद (Bageshwar Dham Prasad) ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे पा सकते हैं…
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से 35 किलोमीटर खजुराहो-पन्ना रोड पर स्थिति गंज नाम का छोटा सा कस्बा स्थित है, यहाँ से 3 किलोमीटर एक दूसरे बड़े गांव जाने के बाद बागेश्वर धाम के दर्शन होते हैं. आप चाहे तो Google Map की सहायता से भी बागेश्वर धाम सरकार का रास्ता पता लगा सकेंगे, जिसके लिए आपको स्थान का पता Google Map में टाइप करेंगे तो आपको इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी.
बागेश्वर धाम में मां अन्नपूर्णा रसोई से प्रसाद वितरण || Bageshwar dham prasad ki jankari
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गर्ग जी हैं. बागेश्वर धाम एक सिद्ध पीठ आश्रम है. बागेश्वर धाम में मां अन्नपूर्णा रसोई चलाई जा रही है. मां अन्नपूर्णा रसोई बिल्कुल नि:शुल्क है. इसे बागेश्वर धाम की ओर से चलाया जाता है. अन्नपूर्णा रसोई मैं अब तक लाखों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर चुके हैं.
अन्नपूर्णा रसोई प्रतिदिन चलती है. अन्नपूर्णा रसोई में सुबह और शाम दोनों टाइम प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं. अन्नपूर्णा रसोई में मां अन्नपूर्णा की बहुत ही अनुपम कृपा बनी हुई है. अन्नपूर्णा रसोई से वैसे तो प्रतिदिन भक्त प्रसाद ग्रहण करते हैं लेकिन मंगलवार को 10 हजार से अधिक भक्त मां अन्नपूर्णा रसोई से प्रसाद ग्रहण करते हैं इसी प्रकार से शनिवार को भी मां अन्नपूर्णा रसोई से 4 से 5 हजार भक्त प्रसाद ग्रहण करते हैं.
बागेश्वर धाम का प्रसाद ऑनलाइन कैसे पाएं || Bageshwar Dham ka Prasad Online Kaise Mangaye
बागेश्वर धाम का प्रसाद कैसे पाएं || Bageshwar Dham ka Prasad Kaise Payen
दोस्तों, हम आपको बता दें कि बागेश्वर धाम जाने पर आप अपनी श्रद्धा के अनुसार प्रसाद ले सकते हैं. बागेश्वर धाम जिस गढ़ा गांव में स्थित है, उस गांव में दुकानें मौजूद हैं. यहां हर तरीके की दुकानें हैं यानि आप जिस बजट में प्रसाद चाहते हैं, ले सकते हैं.
बागेश्वर धाम में दर्शन से पहले खरीदे गए इस प्रसाद को आप जब धाम में चढ़ाते हैं, तो यही प्रसाद पवित्र हो जाता है और इसे आप खुद खाकर अपने प्रियजनों को भी खिला सकते हैं. आप इसे घर लेकर भी जाएं.
बागेश्वर धाम में पीली पुड़िया वाला प्रसाद || Bageshwar Dham mein milta hai Pili Pudiya Wala Prasad
बागेश्वर धाम में ही दर्शन के बाद आपको एक काउंटर दिखाई देता है. ये काउंटर मंदिर के बाईं ओर एक खुले मैदान में है. इस काउंटर पर 20 रुपये देकर आप बागेश्वर धाम का खास प्रसाद भी ले सकते हैं. ये प्रसाद एक पीले रंग की पाउच में मिलता है.
इस प्रसाद में दो लड्डू और भभूति की पुड़िया होती है. भभूति को आप खुद और प्रियजनों के माथे पर लगा सकते हैं और हल्का सा चाट भी सकते हैं. लड्डू को भी आप जरूर प्रसाद के तौर पर ग्रहण करें.
बागेश्वर धाम महिमा || Bageshwar Dham Mahima
आपको हम बता दें बागेश्वर धाम छतरपुर मध्य प्रदेश की महिमा बहुत ही चमत्कारिक है यहां पर हनुमान जी महाराज बालाजी के रूप में साक्षात विराजमान है. यहां पर लोगों की समस्या का समाधान श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के द्वारा किया जाता है. उनके बारे में कहा जाता है कि वह आपको देखकर ही बता सकते हैं कि आप कौन सी समस्या का समाधान करने के लिए यहां पर आए हैं.
सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आपकी समस्या का समाधान कागज पर लिख कर आपको दे दिया जाता है. यहां से भूत प्रेत बाधा आसानी से दूर हो जाती है. भक्तगण कहते हैं कि बागेश्वर धाम की महिमा अपरंपार है. जहां पर कोई भी श्रद्धालु अगर सच्ची श्रद्धा और मनोकामना की पूर्ति के लिए आता है तो उसकी सभी मनोकामना की पूर्ति अवश्य होती है .