Tulsi Kadha : सर्दी-खांसी और सर्दियों में होने वाले इंफेक्शन से बचा सकता है तुलसी का काढ़ा, जानें बनाने का तरीका
Tulsi Kadha : तुलसी का काढ़ा या तुलसी की चाय सर्दियों के आगमन के साथ होने वाली मौसमी बीमारियों की रोकथाम में रामबाण की तरह काम करती है. यह खराब वायु गुणवत्ता के दौरान होने वाली फेफड़ों की समस्याओं को भी दूर रखने में मदद करता है. आयुर्वेद में तुलसी एक बहुत ही खास औषधीय पौधा है. चाहे आप इसकी पत्तियों को चबाएं या इसका काढ़ा बनाकर पिएं, तुलसी हर तरह से आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है. तुलसी जिसे बेसिल भी कहा जाता है, इम्युनिटी बूस्टर के रूप में जानी जाती है. खासकर बदलते मौसम में जब सर्दियां दस्तक देने लगती हैं, तो तुलसी का सेवन आपको कई तरह की सर्दी-खांसी और संक्रमण से बचाने में काफी मदद करता है. तो आइए यहां जानते हैं तुलसी का काढ़ा बनाने की विधि.
तुलसी काढ़ा बनाने की सामग्री || Ingredients to make Tulsi Kadha
ताजा तुलसी के पत्ते – 10-15
अदरक का टुकड़ा – 1 इंच
काली मिर्च – 4-5 दाने
लौंग – 2-3
दालचीनी का छोटा टुकड़ा – 1
पानी – 2-3 कप
शहद (स्वादानुसार)
तुलसी काढ़ा बनाने की विधि || Method of making Tulsi Kadha
सबसे पहले तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह धोकर बारीक काट लें. अदरक को भी धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें.
इसके बाद एक पैन में पानी उबालें.
उबलते पानी में तुलसी के पत्ते, अदरक, काली मिर्च, लौंग और दालचीनी डालें.
इसे मध्यम आंच पर 5-7 मिनट तक उबलने दें.
गैस बंद कर दें और तुलसी के काढ़े को ढक्कन से ढककर 10-15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें.
इसे एक कप में छान लें। फिर आप चाहें तो इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पी सकते हैं.
तुलसी काढ़ा पीने के फायदे || Benefits of drinking Tulsi decoction
तुलसी काढ़ा रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, जिससे संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है. तुलसी के एंटीवायरल गुण सर्दी, खांसी और बुखार से राहत दिलाते हैं. तुलसी पाचन क्रिया को बेहतर बनाने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करती है. तुलसी तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है, तुलसी के पत्ते त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं. यह मुंहासे और त्वचा से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.
तुलसी के काढ़े के बारे में आपको जरूर जानने चाहिए ये टिप्स आप दिन में दो बार तुलसी का काढ़ा पी सकते हैं. सर्दी और खांसी से राहत पाने के लिए आप इसे दिन में 2 बार तक पी सकते हैं. आप तुलसी के काढ़े में थोड़ी हल्दी भी मिला सकते हैं. हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही तुलसी का काढ़ा पीना चाहिए. अगर आपको किसी तरह की एलर्जी है तो तुलसी का काढ़ा पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.