Keratosis Pilaris : क्या आपकी त्वचा स्ट्रॉबेरी जैसी है? केराटोसिस पिलारिस के कारण और बचाव के उपाय जानें
Keratosis Pilaris : बदलती जीवनशैली का हमारी त्वचा पर बहुत बुरा असर पड़ता है, जिसका सामना हम रोजाना करते हैं. बेजान और बेजान त्वचा की वजह से चेहरे पर दाग-धब्बे और दाग-धब्बे की समस्या भी बढ़ जाती है. आपको बता दें कि इन्हीं त्वचा संबंधी समस्याओं में से एक है केराटोसिस पिलारिस. अब आप सोच रहे होंगे कि यह कौन सी बीमारी है, तो आपको बता दें कि केराटोसिस पिलारिस में त्वचा की स्थिति खराब हो जाती है. हाथ-पैरों पर सख्त दाने जैसे पैच दिखने लगते हैं. आम भाषा में इस स्थिति को चिकन स्किन भी कहते हैं.
केराटोसिस पिलारिस क्या है || What is keratosis pilaris?
डॉ. स्मिता भोईर के अनुसार केराटोसिस पिलारिस, जिसे चिकन स्किन या स्ट्रॉबेरी स्किन के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी त्वचा संबंधी स्थिति है, जिसमें त्वचा पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं। इस स्थिति में हाथ, पैर, पेट, पीठ और नितंबों पर खुरदुरे पैच और दाने निकल आते हैं, जिन्हें छूने पर काटने जैसा दर्द होता है. ये छोटे-छोटे उभार बालों के रोम के आसपास केराटिन के जमा होने का नतीजा होते हैं.
केराटोसिस पिलारिस के कारण || Causes of Keratosis Pilaris
केराटोसिस पिलारिस आनुवांशिक है और पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता है. केराटोसिस पिलारिस एक्जिमा या डर्मेटाइटिस के कारण भी हो सकता है. रूखी त्वचा केराटोसिस पिलारिस को और भी बदतर बना सकती है. रूखी त्वचा पर शेविंग करने से भी केराटोसिस पिलारिस हो सकता है. इसके साथ ही, विटामिन ए और ई जैसे घुलनशील विटामिन की कमी, पित्त का कम होना और इंसुलिन प्रतिरोध के कारण भी लोग इस समस्या के प्रति संवेदनशील होते हैं.
केराटोसिस पिलारिस से छुटकारा पाने के तरीके || Ways to Get Rid of Keratosis Pilaris
अपने दैनिक आहार में स्वस्थ वसा और विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें जैसे अंडे की जर्दी, कॉड लिवर ऑयल, लिवर, सैल्मन और मैकेरल. आप कॉड लिवर ऑयल कैप्सूल जैसे सप्लीमेंट भी ले सकते हैं – इसमें विटामिन ए और डी भरपूर मात्रा में होते हैं.
अपने आहार में विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें जैसे सूरजमुखी के बीज, बादाम, जैतून का तेल और पालक.
अगर आपको पाचन संबंधी समस्या है या पित्त कम है, तो रोजाना पतला सेब साइडर सिरका (1 गिलास पानी में 2 चम्मच) पिएं.
आहार में ग्लूटेन, दूध, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और मैदा से भी बचना चाहिए.
नहाने के तुरंत बाद अपनी त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए नॉन-कॉमेडोजेनिक मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें.