Myth Vs Fact : हॉलीडेज को जमकर इंजॉय कराने वाले शहर थाईलैंड (Thailand) के बारे में कई मिसकॉन्सेप्शंस ( Myth Vs Fact ) भी हैं. कई लोग इस जगह को सिर्फ मसाज पार्लर्स के रूप में जानते हैं तो कुछ सेक्स के अड्डे के तौर पर…
कुछ का मानना है कि यहां जमकर लूट मची रहती है तो कुछ मानते हैं कि सस्ती चीजों का इससे अच्छा ठिकाना कुछ भी नहीं. कुछ इसे अडल्ट्स के लिए डिज्नीलैंड मानते हैं. थाईलैंड को लेकिन ऐसे ही मिथक तोड़ने के लिए हम 8 ऐसी बातें आपको बताने जा रहे हैं तो इस जगह के बारे में सिर्फ झूठ ( Myth Vs Fact ) का प्रचार करती हैं-
पहला मिथकः बर्फ आपको मार डालेगा
ये सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन थाईलैंड में ऐसा है. कई थाई टैप वाटर नहीं पीते हैं. न ही वे इससे आइस बनाते हैं. अगर आप थाईलैंड में हैं तो ऐसी बातों को लेकर आपको घबराने की जरूरत नहीं है. आपके लिए सबसे सेफ तरीका सर्कुलर आइस क्यूब्स को यूज करने का है, जिनके मिडिल में होल रहता है. ये फैक्ट्री में बनते हैं और कंजप्शन के लिए बिल्कुल सेफ रहते हैं. होटल स्टाफ इस चीज का आदी है जब कई टूरिस्ट ऑटोमैटिकली या तो आइस मांगते नहीं है या फिर उसे ड्रिंक्स में से ही निकाल देते हैं.
दूसरा मिथकः अकेला मुसाफिर सिर्फ ‘एक चीज’ को तलाश रहा है
यह सच है कि थाइलैंड की सेक्स टूरिज्म को लेकर बुरी छवि बनी हुई है लेकिन ऐसा सोचना कि सभी पुरुष यहां सिर्फ एक चीज के लिए आए हैं तो गलत होगा. अगर आप पुरुष हैं और थाइलैंड में अकेले ही घूम रहे हैं तो लोगों के रवैये से हैरान मत होइएगा. वो भी तब जब आप रेड लाइट जोन से दूर ठहरे हों. आप खुद के पास प्रॉस्टिट्यूट्स के ऑफर्स आते देख सकते हैं. बैंकॉक खासतौर से एक ग्लोबल शहर हो चुका है. यहां इंटरनेशनल कंपनियों की भरमार है. ऐसे में सेक्स से इतर यहां बहुत कुछ ऐसा है जिसके लिए अकेला आदमी ही खिंचा चला आ सकता है.
तीसरा मिथकः थाइलैंड बच्चों के लिए बुरी जगह है
थाइलैंड की छवि ऐसी है कि यहां सिर्फ लड़कियों की चाहत में लोग आते हैं लेकिन सच्चाई ये है कि यहां फैमिली एक्टिविटीज की भरमार है. सच ये भी है कि स्थानीय लोगों के मन में बच्चों के लिए काफी प्यार है. खासकर पटाया में, किड फ्रेंडली फन है जिसमें गो कार्ट्स, वाटर पार्क और एम्यूजमेंट पार्क हैं. थाइलैंड के बड़े होटल फैमिली के लिए वेल इक्विप्ड हैं जिसमें बच्चों के लिए कई खास तरह की एक्टिविटीज हैं.
चौथा मिथकः सभी थाई गरीब हैं
थाइलैंड के बारे में एक और मिथक ये है कि यहां के अधिकतर लोग गरीब हैं. हां, ये एक विकासशील देश है जिसमें लोगों की कमाई कम स्तर पर है और गरीबी मौजूद है लेकिन ये पूरे देश की सूरत नहीं है. मिडिल क्लास की आबादी हर साल बढ़ रही है और उसका जीवनस्तर भी. एशोआराम की चीजों में भी इजाफा हो रहा है. सड़क पर हर साल और अधिक कारें उतर रही हैं. और मॉल की तो आप गिनती ही छोड़ दीजिए.
पांचवा मिथकः सभी ब्रैंड आइटम फेक हैं
अगर आपको थाइलैंड में कुछ ही कीमत में ब्रैंडेड बैग्स या घड़ी मिलने की बात किसी ने बताई हो तो हो सकता है ये सच हो लेकिन इसे सभी ब्रैंड्स या पूरे हालात से जोड़ देना गलत होगा. देश में सैंकड़ों मॉल हैं जो असली प्रॉडक्ट बेच रहे हैं. लग्जरी ब्रैंड्स के लिए आप सेंट्रल एंबेसी, पैरागॉन या गेसॉर्न प्लाजा, बैंकॉक का रुख कर सकते हैं.
छठा मिथकः हर थाइ फूड मसालेदार है
जिस तरह ब्रिटिश हर दिन हाई टी के लिए नहीं बैठते हैं और जापानी कच्ची मछली से दूर रहते हैं, थाइ फूड खाने का ये मतलब नहीं कि आप अपने सिर चकरा देंगे. यहां के मशहूर डिशेज जैसे नूडल्स सूप, चिकन और राइस, पैड थाइ और फ्राइड राइस, सभी माइल्ड रहते हैं. इसमें मिर्च सर्व करने के बाद डाली जाती है.
7वां मिथकः आप हर चीज पर बार्गेन कर सकते हैं
अगर आप सोच रहे हैं कि आपको रेशम का गलीचा आधी कीमत में मिल जाएगा और रे बैन के नकली चश्मे भी कम कीमत में मिल जाएंगे तो आप गलत हैं. बार्गेनिंग आप कर सकते हैं लेकिन सेंसिटिविटी के साथ और आराम से… आप डिस्काउंट को यहां की स्थानीय भाषा में ‘lod dai mai?’ भी कह सकते हैं. अगर आप खुशकिस्मत हैं तो आपको डिस्काउंट मिल सकता है. हां, आपको मसाज कर रही लेडी को आप थोड़ा ज्यादा पैसे दे सकते हैं. इससे उसे दोगुनी खुशी मिलेगी.
8वां मिथकः चॉपस्टिक के बिना आप बेकार हैं
चॉपस्टिक का प्यारा पेयर पूर्वी एशिया की छवि बन चुकी है लेकिन अगर आप ये सोच रहे हैं कि यहां खाने का यही एक तरीका है तो आप गलत हैं. वास्तव में, एक स्पून ही यहां सबसे मशहूर तरीका है. चॉपस्टिक सिर्फ नूडल्स वाली डिशेज तक ही सीमित है.
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