Malana Village : यहां हैं सिकंदर के वंशज, ‘अछूत’ रहते हैं टूरिस्ट
Malana Cream | Malana Weed | Malana Village Travel Blog | Malana Secret Weed | Malana Travelling Tips | How to Visit Malana – 1952 में वेल्श के मानवविज्ञानी कोलिन रोसर मलाना (Malana) आए और उन्होंने हरमित गांव पर अपने सेमिनल पेपर लिखे. मलाना (Malana) आने के लिए उन्हें नगर से 45 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा था. रोसर ने ये यात्रा बर्फ पिघलने के बाद चंद्रखानी और देवटिब्बा पर्वत चोटी के बीच दर्रे को पार करते हुए की थी. रोसर के सेमिनल पेपर वर्चुअली एक्सेसिबल नहीं हैं.
आज यह दूरी घट चुकी है. कसोल (Kasol) से मलाना (Malana) कम से कम 21 किलमोमीटर की है. एक जीप आपको पहले 18 किलोमीटर की दूरी तय कराती है और उसके बाद आपको ऊंचाई की यात्रा के लिए ट्रेकिंग करनी पड़ती है. यहां चढ़ाई करना अभी भी मुश्किल काम है. 8,700 फीट की ऊंचाई पर मलाना (Malana) एक संकरी पर्वत चोटी पर बसा हुआ है. यहीं से सटकर कुल्लू घाटी की पार्वती नदी बहती है. मलाना (Malana) नाला जो पूरी घाटी में बहता है, वह देवटिब्बा से आता है जो 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यह पर्वत चोटी बर्फ से ढकी रहती है.
आज भी, सर्दियों में और बारिश में गांव में पहुंचना एक मुश्किल चुनौती रहती है. पहाड़ों का दरकना और भूस्खलन यहां एक आम बात है. मलाना (Malana) गांव समुद्री तल से 9,938 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. हिमाचल प्रदेश का मलाना (Malana) गांव अपने मिजाज के लिए देशभर में चर्चित है. ये जगह अपने एक अलग व्यवहार के लिए जानी जाती है जो आधुनिक जीवन से भी अछूती है. यहां की लाइफस्टाइल और सामाजिक संरचना आपको इसे गहराई से जानने के लिए मजबूर कर देगी.
मलाना (Malana) ने अंतराष्ट्रीय महत्व तब हासिल किया जब यहां की संस्कृति खबरों के माध्यम से दुनिया तक पहुंची. इस गांव को लेकर कई सारे फैक्ट्स हैं. यह आपको बेहद आकर्षक लगेगा और आप जरूरी चाहेंगे कि जिंदगी में एक बार इस गांव की यात्रा की जाए. यह गांव बेहद शांत है. इसकी खासियतों की वजह से ही इसे छोटी ग्रीस भी कहा जाता है. मलाना (Malana) में लोग अपनी परंपरा और रीति-रिवाजों को खासी अहमियत देते हैं और अगर आप यहां जाने का मन बना रहे हैं, जो झट से पढ़ लीजिए इस गांव की खास बातें
पुलिस को इजाजत नहीं
मलाना (Malana) में पुलिस को हस्तक्षेप की इजाजत नहीं है. जब पुलिस किसी केस से जुड़ती है तब भी उसे कोई सुराग पाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है. हालांकि, अगर किसी आरोपी को पुलिस की मदद चाहिए होती है तो वह विलेज काउंसिल को 100 रुपये जुर्माना देकर ऐसा कर सकता है.
सिकंदर के वंशज
मलाना (Malana) के लोगों के बारे में कहा जाता है कि ये आर्यन जाति से संबंध रखते हैं और सिकंदर की पीढ़ी के हैं. स्थानीय कोर्ट सिस्टम, जो अब भी गांव में मौजूद है, आपको पुराने ग्रीक सिस्टम का अहसास कराता है. मलाना (Malana) के लोगों का फेशियल फीचर रोमन से मेल खाता है.
स्थानीय लोग मानते हैं कि जो भी बाहरी लोग गांव में आ रहे हैं वो ‘untouchables’ हैं. आप अगर मलाना (Malana) जाते हैं तो आपको स्थानीय लोग और उनके सामान को बिना इजाजत छूने की आजादी नहीं होती है. दुकानदारों से सामान खरीदते वक्त आपसे रुपयों को काउंटर पर रखने के लिए कहा जाता है. आपको दुकान से सामान दुकानदारों के साथ फिजिकल कॉन्टैक्ट के बिना लेना होता है. अगर आप गलती से उन्हें छू लेते हैं तो दुकानदार तुरंत नहाने के लिए चले जाते हैं.
विचित्र परंपराओं से जुड़ा गांव
इस गांव में ऐसे कई नियम हैं जिन्हें एक बार यहां कदम रखने के बाद आपको मानना ही होगा. पेड़ों को काटना, लकड़ियों को जलाना, नाखूनों को फिक्स करना गांव में पूरी तरह प्रतिबंधित है. आप यहां जानवरों का शिकार नहीं कर सकते हैं. ऐसा करने के लिए साल में सिर्फ एक निश्चित समय के लिए इजाजत होती है.
मलाना (Malana) में श्रेष्ठता की सोच
मलाना (Malana) के लोग खुद को बाकी लोगों से श्रेष्ठ समझते हैं. मलाना के लोगों का पवित्र मंदिर जमदानी गांव के बीचों बीच बना है. आप मंदिर को नजदीक से देख सकते हैं लेकिन मंदिर की दीवार को न तो छू सकते हैं और न ही उसमें प्रवेश कर सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि गांव वाले बाहर से आने वालों को ‘अछूत’ समझते हैं. यह मंदिर पत्थर और लकड़ी से बना है और यहां बिजली नहीं है.
दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र
जब पूरी दुनिया तकनीकें ईजाद करने में व्यस्त है मलाना (Malana) मुख्यधारा से दूर है. इस प्राचीन गांव में खुद की संसदीय प्रणाली है, जिसे दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि गांव को मुगलकाल में ही तब आजादी मिल गई थी जब शहंशाह अकबर ने गांव का दौरा किया था और एक बीमारी जिससे वह जूझ रहे थे, उन्हें उसका इलाज मिला. उन्हें गांव की बूटियों से इलाज मिला जिसके बाद उन्होंने तय किया कि गांव के लोग कर यानी टैक्स नहीं देंगे. वहीं, किवदंती के मुतापबिक मलाना (Malana) को दुनिया में सबसे पुराना इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि यह आज भी पुराने ग्रीक सिस्टम को फॉलो करता है.
मलाना क्रीम (Malana Cream), दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गांजा
मलाना क्रीम (Malana Cream), यानी कि गांजा, भांग जो यहां मिलता है उसे दुनिया में सबसे बेहतर क्वालिटी का माना जाता है. सवाल ये है कि मलाना क्रीम (Malana Cream) को इतना खास क्या चीज बनाती है? इसमें हाई ऑयल कंटेट होता है और इसका एरोमा बेहद इंटेंस होता है. लोग तो ये भी दावा करते हैं कि यहां के गांजे में 30 से 40 फीसदी टीएचसी होता है जो बेहद स्ट्रॉन्ग होता है.
पूरी तरह से, मलाना (Malana) गांव अपने खुद के मिजाज और परंपराओं के लिए बेहद खास है. इसी कारण से यह टूरिस्ट नहीं बल्कि ट्रैवलर्स की पहली पसंद रहता है.