Difference Between Mail, Express and Superfast Trains : दोस्तों अक्सर ही आपने ट्रेनों के नाम में मेल, एक्सप्रेस या सुपरफास्ट देखा होगा. ये देखकर आपके मन में सवाल भी आया होगा कि आखिर मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में अंतर क्या होता है? आइए आज सवाल की इसी गुत्थी को सुलझाते हैं Travel Junoon के खास आर्टिकल में…
आजादी के पहले हर मेन रूट पर एक मेल ट्रेन चलती थी. मेल का अर्थ है डाक. मेल गाड़ियों में लाल रंग का एक डिब्बा डाक ले जाने के लिए चलता था इसलिए कुछ लोग इसे ‘डाक गाड़ी’ भी कहते थे. 1970 तक हर रूट पर एक मेल, 1–2 एक्सप्रेस, एक जनता एक्सप्रेस जिसमें केवल स्लीपर क्लास और सेकंड क्लास के साधारण डिब्बे होते थे और एक या दो पैसेंजर ट्रेनें चलतीं थीं.
उस समय मेल को सबसे हाई रेंज की फास्ट ट्रेन माना जाता था ये सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनें प्रमुख नजदीकी शहरों के साथ-साथ लंबी दूरी के स्टेशनों को भी जोड़ती हैं. इंडियन रेलवे में कई तरह की ट्रेन होती है, कुछ फ़ास्ट होती है तो कुछ स्लो ट्रेन भी है. स्लो ट्रेन को लोकल या पैसेंजर ट्रेन कहा जाता है जबकि फास्ट ट्रेनें मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, राजधानी शताब्दी जैसी ट्रेन होती है. आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे मेल ट्रेन, एक्सप्रेस ट्रेन सुपरफास्ट ट्रेन में अंतर (Difference Between Mail, Express and Superfast Trains).
मेल ट्रेनें एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह ही होती हैं और आम तौर पर औसत गति कम होती है और बहुत स्टेशनों पर रुकती है. महाराष्ट्र संपर्क क्रांति एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज मेल एक्सप्रेस ट्रेन है.
एक्सप्रेस और मेल ट्रेन संख्या 1xxxx या 2xxxx से शुरू होती है और औसत गति 50 किमी/घंटा से कम है. इसके साथ ही कई साल पहले लोगों के डाक यानि की पोस्टल को देश में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन जिन ट्रेनों से इन पोस्टल को पहुंचाया जाता था उन ट्रेनों में एक स्पेशल कोच होते थे, ये रेल कोच एक खास कलर के पोस्ट बॉक्स या डस्टी रेड कलर के होते थे. जिसपर RMS यानि की रेल मेल सर्विस लिखा होता था.
तो ऐसी ट्रेन जो RMS कोच के साथ जाते थे उन ट्रेनों को मेल ट्रेन कहा जाता था. लेकिन समय बीतने साथ साथ ही RMS कोच को हटा दिया गया और नॉर्मल कोचे में पोस्टल ले जाया जाने लगा लेकिन इनके नाम वही रह गए.
पंजाब मेल
हावड़ा चेन्नई मेल
लखनऊ मेल
मुंबई मेल
एक्सप्रेस ट्रेनें
भारत में एक्सप्रेस ट्रेनें सेमी प्रायोरिटी वाली यात्री रेल सेवा हैं, जो भारत में 55 किलोमीटर प्रति घंटे की हाई स्पीड से चलती है. ये ट्रेनें हैं
हिमगिरी एक्सप्रेस
पुष्पक एक्सप्रेस
अवंतिका एक्सप्रेस
सुपरफास्ट ट्रेनें अपनी एवरेज स्पीड 55 किलोमीटर प्रति घंटा या इससे ज्यादा स्पीड के साथ चलती हैं बता दे की ये ट्रेनें छोटे स्टेशन पर नहीं रुकती हैं.और इन ट्रेनों के किराए पर कुछ एक्स्ट्रा चार्ज भी लागया जाता है. साथ ही साथ ये ट्रेन जिस रूट पर चल रही होती है उस रूट पर इन ट्रेनों को दूसरी ट्रेनों से ज्यादा प्रायोरिटी दी जाती है.
चेन्नई मुंबई सुपरफास्ट मेल,
बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस
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