Ludhiana Travel Blog : पंजाब की Historical city लुधियाना ( Ludhiana ) जो किसी पहचान की मोहताज नहीं है। ये शहर देश में भी अपना खास ओहदा रखता है। जो अपनी मेहमान नवाजी के लिए जाना जाता है। तो चलिए आपको लुधियाना ( Ludhiana ) के ऐतिहासिक और धार्मिक ( Historical and religious ) स्थलों के बारे में बताते है।
पहले हम ये जाने की लुधियाना ( Ludhiana ) और आसपास कौन-कौन सी घूमने की जगह है, उसके पहले हमें लुधियाना के इतिहास ( History of Ludhiana ) से वाकिफ होना जरूरी है।
लुधियाना ( Ludhiana ) का इतिहास: लुधियान ( Ludhiana ) पंजाब ( Punjab ) राज्य का सबसे बड़ा शहर है। यह शहर सतलुज नदी ( Sutlej River ) के पुराने तटों पर स्थित है। इस शहर की स्थापना सिकंदर लोदी ( Alexander Lodi ) द्वारा नियुक्त दो प्रमुखों ने की थी। लुधियाना ( Ludhiana ) का नाम लोदी ( Lodi ) राजवंश के नाम पर रखा गया था। लोदी ( Lodi ) राजवंश के पतन के बाद ये शहर मुगलों नियंत्रण में आ गया था। रियासत- वंश के पतन के बाद ये क्षेत्र ब्रिटिश सरकार के अधीन आ गया था। लुधियाना ( Ludhiana ) ने 1857 के विद्रोह के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव ( Freedom fighter Sukhdev ) का घर भी इसी शहर में था। यहां के स्थानीय लोगों को लुधियानवी कहा जाता है, जो अपनी मेहमान नवाजी के लिए प्रसिद्ध है। वर्तमान समय में लुधियान को एशिया के सबसे बड़े कपड़ा मार्केट ( Textile market ) के रूप में जाना जाता है।
अगर आप कभी लुधियाना ( Ludhiana ) घूमने जाएं तो इन 10 जगहों की सैर जरूर करें ।
लोदी किला : 500 साल पहले मुस्लिम शासक सिकंदर लोदी ( Alexander Lodi ) ने इस किले का निर्माण कराया था। ये किला सतलुज नदी ( Sutlej River ) के किनारे पर स्थित है। बताया जाता है कि इस किले के निर्माण का मकसद सैन्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए था। बाद में सुल्तान लोदी ने अपने दो जनरलों को यहां ठहराया। इस किले ने पिछले पांच सदियों में कई आक्रमणकारियों की मार झेली है।
नेहरू रोज गार्डन: नेहरू रोज गार्डन ( Nehru Rose Garden ) की स्थापना 1967 में हुई थी। ये जगह परिवार और बच्चों के साथ पल बिताने के लिए सबसे अच्छी है। रोज गार्डन ( Rose Garden ) एशिया का सबसे बड़ा पार्क है। यह गार्डन 27 एकड़ में फैला है, और यहां 17000 पौधे हैं, जिनमें गुलाब की 1600 से ज्यादा किस्में है। यहां पर हर साल Rose Festival मनाया जाता है जिसको देखने दूर-दूर से हजारों पर्यटक आते हैं।
दोराहा सराय: यह मुगल सराय शेरशाह सूरी ( Sher Shah Suri ) ने 17वीं सदी में बनवाई थी। यह सराय 168 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैली है, और ऊंची दीवारों से घिरी है। इस सराय के हर कोने पर अष्टभुजी परकोटे है। दक्षिण और उत्तरी दिशा में उभरे हुए प्रवेश द्वार काफी शानदार दिखते हैं।
टाइगर सफारी : Tiger safari लुधियाना से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे टाइगर सफारी इसलिए कहते है, क्योंकि यहां के घने जंगलों में झूमते बाघों को देखना काफी Thrilling होता है। पर्यटक यहां Tiger, black buck, rabbit, sambar and peacock देख सकते हैं।
हार्डीज वर्ल्ड: Hardy’s World पंजाब का सबसे बड़ा Water park है। ये पार्क लुधियाना- जालंधर जीटी रोड पर स्थित है। ये पार्क 20 एकड़ क्षेत्र से भी ज्यादा में फैला हुआ है। इसके परिसर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स ( Shopping complex ), पार्टी एरिया और खाने- पीने की दुकानें हैं। इस Water park में पर्यटक कई Water rides और Ice skating का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर Wave pool है जो बच्चों को अपनी ओर खींचता है।
फिल्लौर किला: शेर शाह सूरी ( Sher Shah Suri ) के शासनकाल के दौरान, लुधियाना के पास फिल्लौर ( Phillaur ) में किले का निर्माण किया गया था। शाहजहां ( Shahjahan ) के शासनकाल के दौरान इसे एक सैन्य किले और एक डाकघर में बदल दिया गया था। किले को बाद में अंग्रेजों ने सैन्य छावनी के रूप में इस्तेमाल किया था। वर्तमान में किले को रणजीत सिंह किला ( Ranjit Singh Fort ) कहा जाता है। किले में अब एक पुलिस प्रशिक्षण अकादमी ( Police Training Academy ) है। लुधियाना ( Ludhiana ) के दर्शनीय स्थलों में ये ऐतिहासिक इमारत काफी प्रसिद्ध है। हजारों सैलानी इसे देखने के लिए आते हैं।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय संग्रहालय: विश्व प्रसिद्ध Punjab Agricultural University संग्रहालय की स्थापना 1962 में हुई थी। ये शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित है। इसे अमेरिका के Land Grant College के रूप में बनाया गया है। संग्रहालय में 18 वीं और 19वीं शताब्दी के farm equipment आपको देखने को मिलेंगे। इसके अलावा और भी कुछ है जो आपका इंतजार कर रहा है। ऐसे में आप लुधियाना ( Ludhiana ) आएं तो इस जगह को नजरअंदाज ना करें।
महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय: अगर आप लुधियाना ( Ludhiana ) सैर के लिए आएं तो महाराणा रणजीत सिंह संग्रहालय ( Maharana Ranjit Singh Museum ) जरूर जाएं। ये संग्रहालय जीटी रोड पर स्थित है। और इसका नाम महाराजा रणजीत सिंह ( Maharana Ranjit Singh ) के नाम पर रखा गया है। ये संग्रहालय ( Museum ) न केवल सैनिकों को श्रद्धांजलि देता है, बल्कि देश की रक्षा के बारे में भारत के नागरिकों को शिक्षित करता है। जैसे ही आप Museum में एंट्री करते हैं, महाराजा रणजीत सिंह की गर्व से सिंहासन पर बैठी एक शानदार मूर्ति आप का स्वागत करती है। इसमें प्राचीन इतिहास गैलरी, पोस्ट स्वतंत्रता, (स्वतंत्रता के बाद का इतिहास) इतिहास गैलरी, युद्ध नायक की गैलरी, वायु सेना और नौसेना गैलरी जैसे कई हिस्सों के साथ 12 Galleries हैं। मुख्य हॉल में पंजाब के विभिन्न चक्र विजेता, चीफ मार्शल, जनरलों और एडमिरल्स की तस्वीरें लगी हुई हैं। दो शानदार लॉन में Navy, Army और Air Force की Trophies देश का मान बढ़ाते नजर आती है। ये म्यूजियम सुबह साढ़े 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। लेकिन, सोमवार को बंद रहता है। म्यूजियम देखने के लिए एंट्री फीस बड़ों के लिए 40 रूपये और बच्चों के लिए 20 रुपये हैं।
गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब आलमगीर: ये जगह लुधियाना ( Ludhiana ) से 10 किलोमीटर दूर स्थित है। इस स्थान पर मुस्लिम श्रद्धालु नबी खान और गनी खान ( Nabi Khan and Gani Khan ) गुरु गोविंद सिंह ( Guru Govind Singh ) को लाए थे, ताकि युद्ध से उनकी रक्षा की जा सके। गुरुद्वारे में एक कुंड है जिसके बारे में कहा जाता है कि गुरु गोविंद सिंह ( Guru Govind Singh ) ने धरती पर तीर मारकर यहां से पानी की धार निकाली थी। यहां हर साल दिसंबर महीने में मेला लगता है।
घंटाघर: लुधियाना ( Ludhiana ) की शान Clock tower 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। इसका निर्माण Queen victoria शासन के 25 साल पूरे होने पर यादगार के तौर पर बनवाया गया था। घंटाघर के सामने चौड़ी सड़क के दोनों तरफ बसे बाजार का नाम चौड़ा बाजार है, जो लुधियाना ( Ludhiana ) का सबसे बड़ा बाजार है।
वहीं, सैर सपाटे की बात हो तो लजीज व्यंजन का जिक्र ना हो ये कैसे हो सकता है। वैसे भी किसी ने कहा है कि ‘खाने को लेकर जो प्यार होता है, उससे बढ़कर कोई दूसरा प्यार नहीं हो सकता’ जी हां ये बात इसलिए क्योंकि अगर आप लुधियाना ( Ludhiana ) आएं और ( Street food ) के साथ ही अनोखे रेस्टोरेंट में ना खाएं तो कुछ अधूरा सा लग सकता है।
हवाई अड्डा ( Hawai Adda ) रेस्टोरेंट: अगर आप लुधियाना ( Ludhiana ) TRIP पर आएं तो अनोखे रेस्टोरेंट में जरूर जाएं, ये रेस्टोरेंट एक असली हवाई जहाज में खोला गया है। हालांकि, ये हवाई जहाज उड़ता नहीं है, बल्कि ये आपके पेट की भूख को शांत करता है। इस मशहूर रेस्टोरेंट का नाम हवाई अड्डा ( Hawai Adda ) है। यहां पर आप दोस्तों और परिवार के साथ शाम गुलजार करने आ सकते हैं। इसे कबाड़ हो चुके एयरबस-320 प्लेन ( Airbus-320 plane ) से तैयार किया गया है। अब लोग यहां बैठकर चिल्ल मारते हैं।
इसके अलावा आपको इस शहर का Food culture जो पंजाब के सबसे अच्छे टेस्ट से रूबरू कराता है। अगर आप यहां पर आएं तो गिल रोड पर पुन्नू के पकोड़े जरूर टेस्ट करें, यहां के पनीर के पकोड़े फेमस है। इसके अलावा आप यहां के प्रसिद्ध कुलचे समेत कई ऐसे लजीज व्यंजन है जिसका आनंद ले सकते हैं।
कैसे जाएं: अगर आप BY AIR लुधियाना TRIP पर आना चाहते हैं तो यहां सबसे करीबी हवाई अड्डा चंडीगढ़ 100 किमी, अमृतसर 140 किलोमीटर और लुधियाना से साहनेवाल 14 किलोमीटर दूर है।
रेल मार्ग- लुधियाना के लिए दिल्ली, कोलकता, मुंबई और भारत के कई दूसरे शहरों से भी रेल का सफर तय कर आप आ सकते हैं।
सड़क मार्ग- लुधियाना के लिए लगभग सभी बड़े शहरों से बस सेवा उपलब्ध है।
कब जाएं: अगर आप लुधियाना घूमने के लिए जाना चाहते हैं, तो सही समय नवंबर से मार्च के बीच का है।
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