Uttarakhand Full Travel Guide – हिमालय के ऊंचे शिखर, नदियां, झरने, घुमावदार सड़के, घने चीड़ और देवदार के जंगल, फूलों की घाटी, मनलुभावन झील का किनारा और हर पहाड़ पर पवित्र मंदिर…. जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत के उत्तर में स्थित पहाड़ी राज्य और देवभूमि उत्तराखंड की, जिसे पहले उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था. Uttarakhand Full Tour Guide से जुड़े इस आर्टिकल पर हम आगे बढ़ें उसके पहले आपको बता दें कि दून वैली पर बसा खूबसूरत शहर देहरादून इसकी राजधानी है, जो चारों ओर से लाज़वाब प्राकृतिक दृश्यों से घिरा हुआ है. इस राज्य का क्षेत्रफल लगभग 53,483 वर्ग किमी. है और यह भौगोलिक तौर पर मुख्यतः दो हिस्सों गढ़वाल और कुमाऊं में बंटा हुआ है. यह राज्य अपने प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों, घने जंगलों, ग्लेशियरों और बर्फ से ढंकी चोटियों के लिए जाना जाता है.
Uttarakhand Full Tour Guide की इस सीरीज में हम आपको उत्तराखंड की यात्रा से जुड़ी ऐसी जानकारी देंगे जो आपके बेहद काम आएगी. उत्तराखंड में भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं. उत्तराखंड को देवभूमि या ईश्वर की जगह के नाम से जाना जाता है. हिंदुओं की आस्था के प्रतीक पवित्र चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यहीं स्थित हैं. उत्तर का यह पहाड़ी राज्य गंगा और यमुना समेत देश की प्रमुख नदियों का उद्गम स्थल भी है. Uttarakhand Full Tour Guide में हम बता दें कि यहां कई खूबसूरत झीलें, हिल स्टेशन, लगभग 12 नेशनल पार्क, ग्लेशियरों और वैली ऑफ फ्लॉवर (फूलों की घाटी) का भी घर है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया है. ये सभी इस राज्य के टूरिज्म में चार चांद लगाते है.
उत्तराखंड को देव भूमि के नाम से भी जाना जाता है. Uttarakhand Full Tour Guide से जुड़ा ये लेख मंदिरों और धर्मस्थलों की बात न करे तो बेमानी होगी. इसका कारण है कि यहां वैदिक संस्कृति के कुछ अति महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं. उत्तराखंड के लगभग हर कोने में किसी ना किसी देवता या देवी का मन्दिर है. इस राज्य में भारत के सबसे प्रमुख धार्मिक नगरों में से एक हरिद्वार में प्रति वर्ष लाखों पर्यटक आते है. आइये अब बात करते है Uttarakhand Full Travel Guide से जुड़े 41 Best Travel Destinations के बारे में
उत्तराखंड ( Uttarakhand Full Travel Guide ) की राजधानी, देहरादून में हिमालय पर्वतमाला और शहर के दोनों और बहने वाली नदियों के सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं. मसूरी देहरादून से लगभग 38 किमी की दूरी पर स्थित है. इसे ‘पहाड़ियों की रानी’ कहा जाता है और उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थलों की यात्रा के लिए हर साल कई पर्यटक आते हैं, जो इसे उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगह बताते हैं.
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: पूरे साल
कम से कम : 2 से 3 दिन की योजना बनाएं
कैसे पहुंचे : सड़क रास्ते से दिल्ली से देहरादून पहुंचने में लगभग 5 घंटे लगते हैं. देहरादून से मसूरी केवल एक घंटे की दूरी पर है.
निकटतम हवाई अड्डा देहरादून : जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है।
देहरादून में घूमने की जगह: नेशनल पार्क, झीलें, केम्प्टी फॉल्स, बेनोग हिल और ज्वालाजी मंदिर जाएं. देहरादून में मठ, रिसॉर्ट और वन
ठहरने के स्थान: रामदा देहरादून चकराता रोड, अरुभी कॉटेज, होटल रिलैक्स, तपस्या होम स्टे, फेबहोटल बुकिंग
उत्तराखंड ( Uttarakhand Full Travel Guide ) में सबसे अच्छी जगहों में से एक नैनीताल जो कपल्स और परिवारों के लिए एक लोकप्रिय जगह है. बर्फ़ से ढ़के पहाड़ों के बीच बसा यह स्थान झीलों से घिरा हुआ है. नैनीताल का नाम `नैनी` झील के नाम पर पड़ा जो कि नैनीताल की सबसे खूबसूरत और सबसे लोकप्रिय झील है. बर्फ से ढके पहाड़ इसको और भी खूबसूरत बनाते हैं.
नैनीताल को `झीलों का शहर` भी कहा जाता है. यहां का सुहावना मौसम, हरे-भरे विशाल वृक्ष, पहाड़िया, आकर्षण झरने, नैनीताल को हमेशा तरोताजा रखते हैं. नैनीताल को `लेक डिस्ट्रिक्ट` भी कहा जाता है. रानीखेत उत्तराखंड का एक छोटा सा हिल स्टेशन है. जोकि समुद्र तल से 1824 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
यहां का शांत वातावरण, फूलों से ढके रास्ते, देवदार और पाईन के लम्बे लम्बे पेड़, बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं. यहां पर बर्फ से ढकी मध्य हिमालयी पहाड़ियां भी दिखाई देती हैं. रानीखेत में ट्रेकिंग ट्रेल्स का आनंद लें और मुख्य नजारों के बीच कैपिंग करें. नैनीताल के हरे भरे नजारे, पास में मुक्तेश्वर की घाटियां आपको दीवाना कर देंगे. मुक्तेश्वर में आप भालूगाड़ वाटरफॉल के साथ साथ, चॉली की जाली भी घूम सकते हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: हनीमून, सोलो और परिवार के साथ
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: साल भर
कम से कम 4 से 5 दिन का प्लान बनाएं
कैसे पहुंचे: नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम 34 किमी की दूरी पर स्थित है. दिल्ली से नैनीताल पहुंचने में लगभग 7 घंटे लगते हैं.
रानीखेत में करने के लिए चीजें: रानीखेत में मंदिरों के दर्शन के लिए जाएं, ट्रेकिंग करें, और नैनीताल चिड़ियाघर और नैनी झील की यात्रा करें. वन्यजीव अभ्यारण्य और हिल स्टेशन की अद्भुत जलवायु का आनंद लें.
ठहरने के स्थान: द मनु महारानी, द नैनी रिट्रीट
Uttarakhand Full Travel Guide की इस सीरीज में अब बात करेंगे जिम कॉर्बेट की. Wildlife lover और Nature lovers के लिए परफेक्ट जगह जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है. सर्दी के मौसम में यात्रियों के घूमने की यह पसंदीदा जगहों में से एक है. यदि आप भी जिंदगी के लुफ्त उठाना चाहते हैं और अपनी छुट्टियों के दिन को रोमांचक और यादगार बनाना चाहते हैं तो यह एक अच्छा ऑप्शन होगा. जिम कॉर्बेट के आसपास भी घूमने के लिए एक से एक जगहें हैं. आप यहां कोसी नदी के किनारे बैठकर शानदार शाम का मजा ले सकते हैं. गिरिजा देवी मंदिर जा सकते हैं. इसके अलावा पास में बने वाटरफॉल को भी देख सकते हैं.
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मानसून (जून से अगस्त) को छोड़कर पूरे वर्ष भर
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति उत्साही, फोटोग्राफर, भ्रमणशील
कम से कम 2 से 3 दिन का प्लान बनाएं
कैसे पहुंचे: रामनगर नजदीकी रेलवे स्टेशन है जबकि देहरादून हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है. यह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और रामनगर और दिल्ली से नियमित बस सेवाएं हैं.
जिम कॉर्बेट में करने के लिए चीजें: हाथी की सवारी, हाथी की सफारी, जीप सफारी, फोटोग्राफी
रहने के लिए स्थान: लेबुआ कॉर्बेट, द डेन कॉर्बेट रिज़ॉर्ट, वानघाट जंगल लॉज, द रिवरव्यू रिट्रीट, लेमन ट्री प्रीमियर, कॉर्बेट
ऋषिकेश, गढ़वाल के हिमालय ( gadhwal himalayan ) के नाम से जाना जाता है. वैसे तो यहां घूमने के लिए काफी सारी जगह हैं. यहां आप विभिन्न प्रकार के एडवेंचर का लुफ्त उठा सकते हैं. लेकिन यदि आप धार्मिक व्यक्ति हैं तो आपके लिए यह काफी उचित स्थान है. क्योंकि यहां बहुत सारे धार्मिक स्थल हैं. 2015 में राज्य के पर्यटन मंत्री द्वारा हरिद्वार और ऋषिकेश को देश के पहले दो राष्ट्रीय पारम्परिक शहर घोषित किया गया था.
ऋषिकेश एक ऐसा शहर है जहां परंपरा और आधुनिकता एक दूसरे में लिपटे नजर आते हैं. मां गंगा, नीलकंठ महादेव का मंदिर, पास ही स्थित कुंजापुरी देवी का मंदिर और साथ में परमार्थ निकेतन जैसे सैंकड़ों आश्रम सालभर भक्ति की शरणस्थली बने रहते हैं वहीं एडवेंचर स्पोर्ट्स और एक तरह से इस हिमालयी राज्य के गेटवे होने की वजह से विदेशी सैलानी भी यहां काफी संख्या में आते हैं. शांति और धर्म के लिए हरिद्वार भी लोगों की खासी पसंद है. यहां पर हर कोई,दोस्त, कपल और परिवार के साथ आ सकते हैं
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर वर्ष भर समय अच्छा है.
कम से कम 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून में है. ट्रेन ऋषिकेश और हरिद्वार दोनों को जोड़ती है.
हरिद्वार में करने के लिए चीजें: हरिद्वार में गंगा आरती में भाग लें, गंगा नदी में एक पवित्र डुबकी लगाएं, एक नाव की सवारी के लिए जाएं, रिवर राफ्टिंग करें, शिवपुरी में बंजी जंपिंग का आनंद लें. स्थानीय व्यंजनों को खाएं और आध्यात्मिक गुरुओं से बात करें. ऋषिकेश में आश्रमों का दौरा; ऋषिकेश में पहाड़ियों में ट्रैकिंग करें.
ठहरने के स्थान: ओम शिवाय इन, शांतम रिजॉर्ट्स एंड स्पा, शिव शक्ति हॉस्टल, स्विस कॉटेज ऋषिकेश, हिल वल स्विस कॉटेज
Uttarakhand Full Tour Guide – उत्तराखंड में अल्मोड़ा, कुमाऊं क्षेत्र का बेहद मशहूर हिल स्टेशन है. हरे भरे सुंदर जंगलों से घिरा यह शहर समुद्र तल से 1651 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कसार देवी मंदिर, नंदा देवी मंदिर, चित्तई मंदिर और कटारमल सूर्य मंदिर, यहां के कुछ प्रसिद्ध धार्मिक केंन्द्र हैं. कुमाऊं की वास्तुशिल्प शैली में बना नंदा देवी मंदिर एक प्राचीन तीर्थ स्थान है, जो चंद वंश की ईष्ट देवी को समिर्पत है.
इसमें हर साल श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. यहां का कसार देवी मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है, जो कि अल्मोड़ा से 5 किमी दूर है. ऐसा माना जाता है कि दूसरी शताब्दी में बने इस मंदिर में स्वामी विवेकानंद ने तपस्या की थी. यहां के ब्राइट इंड कॉर्नर से पर्यटक सूर्यास्त और सूर्योदय के खूबसूरत नजारे का लुत्फ उठा सकते हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: रोमांटिक कपल, सोलो यात्री, अडवेंचर के शौकीन लोग
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर पूरे वर्ष में कभी भी
कम से कम 3 से 4 दिन की योजना बनाएं
कैसे पहुंचें: अल्मोड़ा से 116 किमी की दूरी पर नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर है और निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम 90 किमी दूर है।
अल्मोड़ा में करने के लिए चीजें: हस्तशिल्प उत्पादों की दुकान, प्राकृतिक सेटिंग का आनंद लें, ट्रैकिंग के लिए जाएं
ठहरने के स्थान: सितारे और पाइंस, कसार हिमालय हॉलिडे होम, होटल कौसानी रिट्रीट, जंगल हाउस होमस्टे
Uttarakhand Full Travel Guide की सीरीज में अब बात औली की. औली स्कीइंग प्रेमियों की पसंदीदा जगह है. यदि आप बर्फबारी और स्कीइंग का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो साल के अंत यानी दिसंबर में औली जाना फायदेमंद होगा. रोमांच से भरे लोग औली जाना बेहद पसंद करते हैं. यदि आप भी एक एडवेंचर टूर की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इससे बेहतरीन शायद ही कोई और जगह हो. औली की यात्रा पर्वतीय प्रेमियों के लिए बहुत अच्छी जगह है. पहाड़ की खेल गतिविधियां एक साहसिक खेल प्रेमी की भावना को समृद्ध कर सकती हैं.
किन लोगों के लिए है यह जगह: पर्वतीय प्रेमी, दोस्त, कपल और स्कीइंग के शौकीन लोगों के लिए.
यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय: अप्रैल – जून और नवंबर – फरवरी बर्फबारी के लिए
कम से कम: 5 दिन के लिए आएं
कैसे पहुंचे: औली पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून में स्थित है. औली से लगभग 6 घंटे की दूरी पर देहरादून में निकटतम रेलवे स्टेशन भी है.
औली में करने के लिए चीजें: स्कीइंग- यह भारत में स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग, पर्वतारोहण और सुंदर जगह की शांति का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छी जगह है.
ठहरने के स्थान: द्वारिका, बरहबेश विला, कनासर इकोलॉज, एप्पल फार्म स्टे, जोस्टेल होम्स कोटखाई
Uttarakhand Full Tour Guide की सीरीज में, चकराता का छोटा और एकांत पहाड़ी शहर उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो शांत रहने के लिए एक जगह की तलाश में हैं और पहाड़ियों की सुंदरता का आनंद लेते हैं. यह निश्चित रूप से उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है. पोस्टकार्ड आकार के घर, पक्षियों के चहकने के साथ शांत, विचित्र पहाड़ियों से भरा चकराता शांति प्रेमियों के लिए एक जगह मानी जाती है. यह निश्चित रूप से उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है. एक सरल और शांत जगह की तलाश करने वालों के लिए जहां वह बस प्रकृति और अद्भुत जलवायु के दृश्य का आनंद ले सकते हैं.
किन लोगों के लिए है यह जगह: सोलो यात्री, कपल
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: साल के बीच में
कम से कम: 3-4 दिन की योजना बनाएं
कैसे पहुंचे: स्टेशन से 2 घंटे की दूरी पर देहरादून में नजदीकी रेलवे है.
करने के लिए चीजें: टाइगर झरना और बुधार गुफाओं की यात्रा करें, शांत वातावरण में रहें और आनंद लें.
ठहरने के लिए स्थान: होटल हिमालयन फॉक्सहोल, स्टनिंग हिल्स, असमर, वाटर वैली रिसोर्ट ग्वासापुल, वर्टिकल पार्क रिज़ॉर्ट
Uttarakhand Full Travel Guide की सीरीज में अब बात चोपता हिल स्टेशन की. चोपता एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में समुद्री तल से 2680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित स्टेशन है. लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे भरे घास के मैदानों जिसे बुग्यल्स भी कहा जाता है, के लिए इसकी खासी पहचान है. पर्यटक यहां से त्रिशूल और नंदा देवी जैसी पर्वत श्रृंखलाओं का शानदार नजारा देख सकते हैं. चोपता उन हिल स्टेशनों में से एक है जो रोमांच के साथ साथ शांति का अहसास कराता है. यह लगभग यहां आने वाले सभी लोगों को पसंद आता है.
किन लोगों के लिए है यह जगह: साहसिक लोगों, फोटोग्राफी के शौकीनों, दोस्तों के साथ
घूमने का सबसे अच्छा समय: दिसंबर, जनवरी और फरवरी के सर्द महीने में.
कम से कम: 5 से 6 दिन
कैसे पहुंचे: नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट 221 किमी की दूरी पर है. निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से 202 किमी की दूरी पर है. यह ऋषिकेश, श्रीनगर और पौड़ी जैसे सभी प्रमुख शहरों से सड़क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है.
चोपता में करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी
ठहरने के स्थान: विलोतले चोपता सीएचसी, आकाशदीप रिसोर्ट चोपता, होटल गोविंद, द्वाराहाट घर
Uttarakhand Full Travel Guide की सीरीज में अब बात लैंसडाउन की. लैंसडाउन एक ऐसा ही हिल स्टेशन है, जहां जाने के लिए आपको लंबी छुट्टियों की ज़रूरत नहीं है. लैंसडाउन खूबसूरत और शांत होने के साथ सुरक्षित भी है, क्योंकि यहां सैनिक छावनी है. लैंसडाउन एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहां पर पर्यटकों के आकर्षण की एक बड़ी संख्या नहीं है, लेकिन जो भी लोग यहां आते हैं इस जगह को कभी नहीं भूल पाते. लैंसडाउन में सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल टिप-एन-टॉप (टिफिन टॉप के रूप में भी जाना जाता है) है, जो लैंसडाउन में एक पहाड़ी इलाका है और यह शिवालिक रेंज का एक लुभावना मनोरम दृश्य दिखाता है. विशाल ओक और देवदार के जंगलों से घिरा यह हिलटॉप व्यू पॉइंट एक बहुत ही शानदार जगह है, जहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा देखा जा सकता है. जो लोग प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं यहां जरूर आएं.
किन लोगों के लिए है यह जगह: हर कोई – परिवार, दोस्त, और कपल्स
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से जून
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: कोटद्वार 1 घंटे की दूरी पर नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
लैंसडाउन में करने के लिए चीजें: प्रकृति का आनंद लें, चलें और आस-पास के शहरों, संग्रहालयों, नजारों को तलाशें.
रहने के लिए स्थान: अवकाश रेंटल लैंसडाउन, द अल्पाइन रिज़ॉर्ट, हिल्स ऑफ़ एडवेंचर, संस्कार और संसार रिज़ॉर्ट
उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है फूलों की घाटी. जो लोग प्रकृति की सुंदरता की प्यार करते हैं, उनके लिए हेमकुंड साहिब के पास फूलों की घाटी एक स्वर्ग जैसा साबित हो सकता है. इसके अलावा, यह ट्रेकिंग के लिए एक शानदार जगह है. हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पूरी दुनिया में सिखों के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. केदारनाथ मंदिर से भी अधिक ऊंचाई पर होने के कारण यहां साल के अधिकतर समय बर्फ गिरती रहती है. प्रकृति और आध्यात्मिक पूजा के मिश्रण के साथ ये जगह आपका स्वागत करती है. अपनी छुट्टी को बचा कर इस स्थान पर घूमने जरूर जाएं.
किन लोगों के लिए है यह जगह: परिवार और कपल
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जुलाई से सितंबर
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: हेमकुंड तीर्थस्थल से 149 किमी की दूरी पर जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है. निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है.
करने के लिए चीजें: फूलों की घाटी की यात्रा करें, ट्रेक करें, हेमकुंड मंदिर जाएं.
ठहरने के स्थान: कुबेर एनेक्स, होटल कुबेर, होटल हिमालयन हॉलीडे, ओएम कुतेर, भौमिका हाउस हाउस
उत्तराखंड पर्यटन स्थलों की खोज के दौरान भारत के विविध आध्यात्मिक रूप का अनुभव करने के लिए अगर आप किसी जगह की तलाश कर रहे हैं, तो चारधाम- यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा से बेहतर कुछ नहीं है. इसे हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है.
किन लोगों के लिए है यह जगह: धार्मिक यात्री और हिंदू पौराणिक कथाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले पर्यटक, तीर्थयात्री, एडवेंचर के शौकीनों के लिए
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर पूरे वर्ष में कभी भी
कम से कम: 10 से 12 दिन
कैसे पहुंचे: सड़क मार्ग से बद्रीनाथ और गंगोत्री पहुंचा जा सकता है. केदारनाथ और यमुनोत्री के शेष दो जगहों के लिए व्यापक ट्रेकिंग की आवश्यकता है. हिमालय दर्शन हेलीकॉप्टर सेवा भी है जो लोगों को यात्रा को दो दिनों में पूरा करने की अनुमति देती है. ऋषिकेश में नजदीकी रेलवे स्टेशन है. वहां से, पर्यटकों को साइट तक पहुंचने के लिए एक वाहन या बस सेवा किराए पर लेनी होगी.
करने के लिए चीजें: आध्यात्मिक तीर्थयात्रा, मंदिरों की यात्रा करें और पहाड़ी क्षेत्रों का आनंद लें.
लंबी जंगली ढलानें, ठंडी व शीतल हवाएं, दिल खुश कर देने वाला मौसम, बर्फ़ से ढंके पहाड़… ये नजारा होता है उत्तराखंड के मनमोहक हिल स्टेशनों में शुमार धनौल्टी का. ये मसूरी से 24 किमी और चंबा से 29 किमी दूर समुद्र तल से 2286 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. धनौल्टी पहाड़ों में पाये जाने वाले वृक्ष जैसे बांज, देवदार, बुरांश, चीड़ आदि के ऊंचे-ऊंचे वृक्षों के लिए भी काफी मशहूर है. धनौल्टी काफ़ी शान्तिपूर्ण स्थल के रूप में भी जानी जाती है जिस कारण यहां पर्यटकों की भीड़ अधिक रहती है. यदि आप सर्दियों में जा रहे हैं, तो एक शानदार बर्फबारी देखेगें यदि आप गर्मियों में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो शांत और सुखद मौसम होगा.
किन लोगों के लिए है यह जगह: परिवारों और दोस्तों के साथ
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से जनवरी और अप्रैल से जून
कम से कम: 2 दिन की योजना बनाएं
कैसे पहुंचे: धनौल्टी मसूरी से लगभग 60 किमी दूर है, और यह देहरादून से आसानी से पहुंचा जा सकता है. सार्वजनिक परिवहन सुविधा नहीं है, लेकिन आप एक साझा / निजी टैक्सी ले सकते हैं.
धनोल्टी में करने के लिए चीजें: एक पूर्ण सूर्योदय और सूर्यास्त, कैंपिंग, और घने देवदार और देवदार के जंगलों के बीच लंबी पैदल यात्रा करें
ठहरने के स्थान: रंसुली रिज़ॉर्ट, होटल ड्राइव इन, गार्डन कॉटेज, द ग्रीन वैली रिज़ॉर्ट, धनोल्टी कैंप होम्स और नेचर रिज़ॉर्ट
मसूरी में एक शांत और मनोरम गांव, कनातल चंबा-मसूरी मार्ग पर स्थित है. 8,500 फीट की ऊंचाई पर यह जगह शिवालिक पर्वत श्रृंखला और हरे-भरे देवदार के जंगलों के शानदार नजारे दिखाती है. आप यहां दोपहर तीन बजे के बाद ही सर्दी का अहसास करने लगेंगे, वो भी मई के महीने में. इस मजेदार जगह पर आप एक वीकेंड की छुट्टी में आ सकते हैं. यह उत्तराखंड के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है. कुछ अडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ साथ आप यहां कैंपिंग भी कर सकते हैं.
कनातलः मई में भी हम ठंड से ठिठुर रहे थे, 250 रुपये में किया था होम स्टे!
किन लोगों के लिए है यह जगह: कपल्स, परिवार और दोस्त
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से जनवरी और अप्रैल से जून
कम से कम: 2 दिन
कैसे पहुंचे: देहरादून, कनातल से लगभग 75 किमी दूर है. कोई भी देहरादून ISBT से इस शहर के लिए प्राइवेट टैक्सी बुक कराकर यहां आसानी से आ सकता है.
रहने के लिए स्थान: जीवन रिसॉर्ट्स, द हरमिटेज कनाटल, द हिलसाइड कॉटेज, टीजीवी एस्केप, हिमालयन एफीसिटी
नैनीताल से लगभग 50 किमी दूर स्थित, मुक्तेश्वर उत्तराखंड का एक छोटा सा पहाड़ी शहर है. यह हिमालय पर्वतमाला और मजेदार साहसिक खेलों के लिए जाना जाता है. हरे-भरे हरियाली और पतली पगडंडियों के साथ, यहां के प्रमुख आकर्षण शंकुधारी वन, रोलिंग घास के मैदान, नाशपती के बगीचे और छोटे छोटे कॉटेज हैं. यदि आप शांत माहौल से प्यार करते हैं तो ये जगह आप ही के लिए है. यहां आप चॉली की जाली तक के लिए ट्रेकिंग कर सकते हैं. वहां जाकर रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग कर सकते हैं. शिव का प्राचीन मंदिर भी यहीं पर है.
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से जून
कम से कम: 1 से 2 दिन
कैसे पहुंचे: काठगोदाम रेलवे स्टेशन, मुक्तेश्वर (62 किमी दूर) के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन है और निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है। आप मुक्तेश्वर के लिए हवाई अड्डे से आसानी से टैक्सी प्राप्त कर सकते हैं।
मुक्तेश्वर में करने के लिए चीजें: मुक्तेश्वर मंदिर की यात्रा करें, ट्रैकिंग का आनंद लें, रॉक क्लाइम्बिंग करें, अपने आप को हिमालय पर्वतमाला से प्यार करने का अवसर दें
रहने के लिए स्थान: मुग्ध पहाड़, घाटी का दृश्य होमस्टे, ओजस्वी हिमालयन रिज़ॉर्ट, शिवालय
बिनसर या भिंसर, किसी ख्वाब सरीखा स्थान है. पूरे वन्यजीव अभयारण्य के बीच स्थित ये जगह कई लोगों के ड्रीम डेस्टिनेशन में शामिल है. यह उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. लगभग 2,400 मीटर की ऊंचाई पर, यह नंदादेवी, नंद कोट, केदारनाथ के पास का एक छोटा हिल स्टेशन है. बिनसर में होमस्टे हिमालय क्षेत्र में सबसे अच्छे होमस्टे में से एक हैं. अगर आप शहर के जीवन के शोर से आराम की तलाश कर रहे हैं, तो यह जगह परफेक्ट है.
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: गर्मियों के महीने; अक्टूबर नवम्बर
किन लोगों के लिए है यह जगह : लेखक, प्रकृति प्रेमी, शांति को तलाशने वालों के लिए
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है जो बिनसर से 143 किमी की दूरी पर है. काठगोदाम नजदीकी रेलवे स्टेशन (110 किमी) है और प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. यदि व्यक्तिगत वाहन पर यात्रा करते हैं, तो शहर प्रवेश शुल्क के रूप में INR 50 चार्ज करता है.
बिनसर में करने के लिए चीजें: दर्शनीय स्थल, फ़ोटोग्राफ़ी, चारों ओर से घूमना, ट्रैकिंग, वन्यजीव अभयारण्य के लिए सफारी
ठहरने के लिए स्थान: बिनसर एडवेंचर कैंप, सिम्बा कैफे एंड लॉज, बिनसर फॉरेस्ट रिट्रीट, द कुमाऊं
यह स्थान भी समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर है और अपने मंदिरों के लिए जाना जाता है जो लुभावने पहाड़ों के बीच स्थित हैं. भीमताल शहर पुराने समय से ही प्रसिद्ध है. यहां प्रकृति अपने सबसे अच्छे स्थान पर है और यहां पर आपको शांति का अनुभव होगा. पूरे शहर को घने बांज, पाइंस और झाड़ियों के भीतर आश्रय दिया गया है – प्रकृति के करीब पहुंचने के लिए एक अद्भुत जगह. यदि आप दिल्ली से यात्रा कर रहे हैं, तो यह एक आदर्श स्थान हो सकता है.
घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से दिसंबर
कम से कम: 2 से 3 दिन
कैसे पहुंचे: भीमताल से 58 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम है. रेलवे स्टेशन थाई को काठगोदाम में निकटतम माना जाता है. दोनों स्थानों से कैब उपलब्ध हैं.
भीमताल में करने के लिए चीजें: मंदिरों की यात्रा करें, नौका विहार करें
ठहरने के स्थान: द फ़र्न हिलसाइड रिज़ॉर्ट, नीलेश इन, टीएजी रिसॉर्ट्स लावण्या, द प्रिंस, द वेरैंडाह
उत्तराखंड के प्राकृतिक खजानों के मध्य स्थित उत्तरकाशी राज्य का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जिसे प्यार से देवभूमि के नाम से भी संबोधित किया जाता है. समुद्र तल से 1158 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पहाड़ी शहर सैलानियों के मध्य काफी ज्यादा लोकप्रिय है. गर्मियों के दौरान यहां सैलानियों को आराम फरमाते देखा जा सकता है. सर्दियों के दौरान यह पूरा शहर बर्फीला हो जाता है, साहसिक ट्रैवलर्स इस बीच रोमांचक एहसास के लिए यहां प्रवेश करते हैं. यह न केवल धार्मिक यात्रियों के लिए है, बल्कि विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के कारण गैर धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित करता है.
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किन लोगों के लिए है यह जगह: धार्मिक यात्री और साहसिक उत्साही
घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से नवंबर
कम से कम: 1 से 2 दिन
कैसे पहुंचें: उत्तरकाशी का नजदीकी हवाई अड्डा और रेल संपर्क देहरादून है. सबसे अच्छा विकल्प बस लेना है जो नियमित रूप से देश के प्रमुख शहरों से प्लाई करता है,
उत्तरकाशी में करने के लिए चीजें: डोडीताल झील, नचिकेता झील, शक्ति मंदिर जाएं और ट्रेकिंग का आनंद लें
मसूरी की हलचल से कुछ ही किलोमीटर दूर, लंढौर नामक एक शांतिपूर्ण स्वर्ग है. आपने इसके बारे में बहुत नहीं सुना होगा, लेकिन यह उत्तराखंड में देखने के लिए सबसे शांत स्थानों में से एक है. आप या तो लंढौर में एक प्राकृतिक विरासत से भरी जगह में रह सकते हैं या मसूरी से एक दिन की यात्रा कर सकते हैं. लेकिन अगर आप भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो हम आपको सलाह देंगे यहां ठहरने की.
किन लोगों के लिए है यह जगह : कपल और शांति चाहने वाले
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: पूरे वर्ष
कम से कम: 2 दिन
कैसे पहुंचे: यह मसूरी से आसानी से सुलभ है. आप मॉल रोड से कैब ले सकते हैं या ठंडी लकड़ियों से चलना पसंद कर सकते हैं.
करने के लिए चीजें: घर का बना मुरब्बा, जैम, पनीर खरीदें और उनकी रोटी की कोशिश करें. चार डुकन में, उनके स्वादिष्ट पिज्जा और पेनकेक्स का टेस्ट जरूर करें.
ठहरने के लिए स्थान: कैसल व्यू, ला विला बेथनी, द क्लिफ, रोकेबी मनोर
गढ़वाल के चमोली जिले में कई छोटे-बड़े झरने मौजूद हैं लेकिन चुनिंदा सबसे खास झरनों में वसुंधरा फॉल का नाम आता है. यहां तक पहुंचने के लिए बद्रीनाथ का सफर करना होगा. यह खूबसूरत झरना अलकनंदा नदी पर बना है. बद्रीनाथ से यहां तक की दूरी मात्र 9 किमी की है. इसके लिए आपको सबसे पहले सड़क रास्तों के द्वारा (3 किमी) माणा गांव तक का सफर तय करना होगा. जिसके बाद अंतिम 6 किमी आपको ट्रेकिंग के जरिए पूरे करने होंगे. इस झरने की ऊंचाई लगभग 400 फीट की है. चमोली के भ्रमण के दौरान वसुंधरा फॉल पर्यटकों द्वारा अपने गांवों और समृद्ध गढ़वाली परंपराओं के लिए बनाई गई है. चमोली तीर्थयात्रा, रोमांच और प्राकृतिक शांति का एक आदर्श मिश्रण है. यह उत्तराखंड के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है.
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: मानसून के अलावा वर्ष भर में
किन लोगों के लिए है यह जगह : शांति प्रेमी, फोटोग्राफर, तीर्थयात्री, अडवेंचर के शौकीनों के लिए
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट 222 किमी की दूरी पर है. यह ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर और पौड़ी जैसे सभी प्रमुख शहरों से सड़क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है.
चीजें करने के लिए: ट्रेकिंग, दर्शनीय स्थल, फोटोग्राफी, स्कीइंग और केबल कार की सवारी
ठहरने के स्थान: बर्डसॉन्ग एंड बियॉन्ड, द रुद्रलोक होटल, सागर (रुद्र) होम स्टे, होटल आराधना
पिथौरागढ़ उत्तराखंड का एक जिला है. अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध, पिथौरागढ़ को छोटा कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है. पिथौरागढ़ की बहुत सारी ऐतिहासिक कहानियां हैं. यहां से बर्फ से ढका नंदा देवी पर्वत का शानदार सौन्दर्य देखने को मिलता है. यह जगह शांति, और मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है.
किन लोगों के लिए है यह जगह: दोस्त या सोलो ट्रिप
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: मानसून को छोड़कर वर्ष के दौरान कभी भी अच्छा होता है.
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: नजदीकी हवाई अड्डा दिल्ली में लगभग 10 घंटे की दूरी पर स्थित है।
करने के लिए चीजें: मठ, स्थानीय मंदिरों पर जाएं, स्थानीय भोजनालयों में लोकल फूड्स का मजा लें।
ठहरने के स्थान: सतकर होटल, होटल किंग, हिपोस्टल पिथौरागढ़, एडीबी रूम होटल माउंटेन व्यू और रूफटॉप
मुनस्यारी के पहाड़ी भू-भाग हिमालय क्षेत्र के निचले भाग में स्थित हैं, जो हिमालय के बर्फ से ढंके हुए हैं. यह वह जगह है जहां ट्रेकिंग गतिविधियां रेंज के अंदरूनी हिस्से में आयोजित की जाती है. इसके अतिरिक्त यह जगह एबीसी जैसे बाइकिंग क्लबों के बीच काफी लोकप्रिय है.
Munsiyari Travel Guide: कब जाएं, कैसे जाएं, Best Places to Visit
किन लोगों के लिए है यह जगह: कोई भी प्रकृति और ट्रैकिंग प्रेमी, जो रोमांच के खूबसूरत दृश्य की तलाश में है
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जुलाई से नवंबर
कम से कम:: 3-4 दिन
कैसे पहुंचे: नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डे पर मुनस्यारी से 249 किलोमीटर की दूरी पर निकटतम रेलमार्ग काठगोदाम में लगभग 6 घंटे की दूरी पर है.
चीजें करने के लिए: पंचकूली पीक पर दृष्टिकोण से सुंदर सूर्यास्त का आनंद लेते हुए ट्रेकिंग.
ठहरने के स्थान: होटल लक्ष्मी लॉज, पीपल फूल, हिमस्टे, ठाकुर होमस्टे मुनस्यारी, मिलम इन
जैसा कि नाम से पता चलता है, इस जगह पर सात झीलों का एक समूह है जो हरे-भरे हरियाली और आंखों को लुभाने वाले दृश्य चारों और नजर आएंगे. यह स्थान कुमाऊ क्षेत्र में समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां पाई जाने वाली सात खूबसूरत झीलें हैं- नलदयंती ताल, लक्ष्मण ताल, सुखा ताल, भरत ताल, राम ताल, सीता ताल और पन्ना ताल. यह उत्तराखंड के सबसे अधिक पसंदीदा स्थानों में से एक है. मीठे पानी की झीलें इस जगह का मुख्य आकर्षण हैं और सबसे बड़ी वजह है कि कोई भी यहां वापस आना पसंद करेगा.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: पिकनिक, हनीमून, परिवार
घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से दिसंबर
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचें: सत्तल से नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर में है जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम में है. दोनों जगहों पर कैब उपलब्ध हैं जो आपको सत्तल तक ले जाएंगी
चीजें करने के लिए: बर्डवॉचिंग, बोटिंग, प्रकृति में चलना
ठहरने के स्थान: तीर्थयात्री झील के दृश्य, होम स्टे, हैनफोर्ड रिसॉर्ट्स सत्तल, योगालय सत्तल रिट्रीट, वाइल्ड लिफ्ट एडवेंचर्स, कर्नल विला
यह सबसे अच्छे पहाड़ी शहरों में से एक है. 6,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित, यह उत्तराखंड में घूमने के लिए ठंडे स्थानों में से एक है. यहां तक कि आप यहां से वैली ऑफ फ्लावर्स के लिए भी ट्रैकिंग कर सकते हैं. इस स्थान से जुड़ा एक प्रमुख पौराणिक महत्व है जो अथर्ववेद के हिंदू पाठ से जुड़ा हुआ है. यह हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए धार्मिक केंद्र के रूप में माना जाता है और बद्रीनाथ के करीब स्थित है. गुरु श्री शंकराचार्य द्वारा खोजे गए ‘गणित’ में से एक
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: धार्मिक यात्री
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अप्रैल से नवंबर
कम से कम: 4 से 5 दिन
कैसे पहुंचे: देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा 268 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. ऋषिकेश रेलवे स्टेशन 251 किलोमीटर पर है. जगह रोडवेज के माध्यम से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है
करने के लिए चीजें: मंदिरों की यात्रा, ट्रेकिंग
ठहरने के स्थान: द स्लीपिंग ब्यूटी होटल, माउंटेन रोवर, ज्योतिर द्वार, होटल रुद्र एंड फैमिली रेस्टोरेंट
यह एक सुरम्य झील वाला एक छोटा सा गांव है और एक प्राकृतिक वातावरण में स्थित है. यह स्थान नैनीताल के करीब स्थित है, लेकिन उबाऊ नहीं है. जैसा कि नाम से पता चलता है, यह स्थान अपनी झील के लिए जाना जाता है जिसमें नौ कोने हैं. पूरे साल मौसम सुहावना रहता है. आप इस खूबसूरत जगह की खोज करते हुए नौकुचियाताल में पैराग्लाइडिंग के लिए भी जा सकते हैं. इसकी नौ कोनों वाली झील जो कि 1 किमी लंबी है और 40 मीटर गहरी एक ऐसी साइट है जिसे आपको देखना चाहिए.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: हनीमून कपल, बैकपैकर, परिवार
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से जून
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: काठगोदाम रेलवे स्टेशन निकटतम है जबकि पंतनगर नजदीकी हवाई अड्डा है. इस स्थान पर दोनों स्थानों के कैब आपको ड्रॉप कर सकते हैं
करने के लिए चीजें: बोटिंग, मंदिरों का दौरा
ठहरने के स्थान: ड्रीम होम स्टे, रुद्राक्ष रिजॉर्ट, क्लब महिंद्रा, कोनिफर्स विला
यह उत्तराखंड की उन जगहों में से एक है जो रहस्यवाद और सुरम्यता का मिश्रण हैं. यह स्थान मध्यमहेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जिसे विशेष रूप से भगवान शिव के लिए स्थापित किया गया है. पूरा गांव इस मंदिर में प्रार्थना करने आता है. यह स्थान उत्तराखंड के निवास स्थानों में विकसित संस्कृति पर ज्ञान प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम है. उत्तराखंड के इस हिस्से में महसूस किए जा सकने वाले मजबूत आध्यात्मिक स्वर हैं जो मध्यमाश्वर मंदिर की उपस्थिति के कारण हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: धार्मिक यात्री, परिवार
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मई से अक्टूबर
कम से कम: 4 से 5 दिन
कैसे पहुंचे: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट है जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में है. कैब आपको इस गंतव्य तक पहुंचा सकती हैं.
चीजें करने के लिए: ट्रेकिंग, प्रकृति-सैर, शिविर और घाटी पार करना
ठहरने के लिए स्थान: मद्महेश्वर परिजात सम्मुह, मद्महेश्वर होम स्टे, मद्महेश्वर होमस्टे नं 8, बज्वाल होम-स्टे और रेस्टोरेंट
टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड के खूबसूरत पहाड़ी राज्य में एक जिला है. यह स्थान अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. सभी स्थानों पर कई मंदिर स्थित है. खूबसूरत नज़ारों का आनंद लेने के लिए भी लोग इस मंत्रमुग्ध जगह पर जाते हैं. अन्य प्रमुख आकर्षणों में एक विशाल झील और एक बांध शामिल हैं. यह जगह ट्रेक फ्रीक्स के लिए भी सूची में सबसे ऊपर है क्योंकि यह अनगिनत ट्रेकिंग ट्रेल्स प्रदान करता है. गढ़वाल में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं और अपने परिवार के साथ एक सुंदर समय बिता पाएंगे. यह कई आध्यात्मिक महत्व के साथ एक जगह है, जो कुछ लुभावने दृश्यों के लिए, मंदिर की सैर और ट्रेकिंग के लिए जाना जाता है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: शांति की तलाश करने वालों और अडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से मई
कम से कम: 3 से 4 दिन
कैसे पहुंचे: टिहरी गढ़वाल का नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून 130 किमी की दूरी पर स्थित है और निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में लगभग 115 किमी दूर .टिहरी गढ़वाल शहर के लिए सीधी बस सेवा सुविधाएं हैं.
चीजें करने के लिए: ट्रेकिंग, मंदिर होपिंग और टिहरी बांध का दौरा
ठहरने के स्थान: होटल देवकी पैलेस, टीएचआरआरआई क्लब और रिज़ॉर्ट, होटल फ्रेंड्स क्लब रिज़ॉर्ट और रेस्तरां, हिमालय हॉलिडे इन
उत्तराखंड का यह खूबसूरत छोटा सा शहर हिमालय की सीमा के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है. इस जगह पर पर्यटकों को आकर्षित करने वाले मंदिर, नदी और पहाड़ हैं. बहुत प्रसिद्ध मंदिर बागनाथ भगवान शिव को समर्पित है और सैलानी इस जगह को बहुत शुभ मानते हैं. इस जगह पर बहुत सारी साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं और साथ ही बागेश्वर घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं. पहाड़ों, मंदिरों और नदियों का अनुभव करने वालों के लिए बिल्कुल सही जगह है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: साहसिक प्रेमी
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से जून
कम से कम: 1 से 2 दिन
कैसे पहुंचें: बागेश्वर के लिए नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून है. (200 किलोमीटर दूर) काठगोदाम शहर, जिसमें दिल्ली, लखनऊ और अन्य शहरों से सीधी ट्रेनें हैं, निकटतम रेलहेड है. यहां से आप प्रीपेड टैक्सी ले सकते हैं और बागेश्वर पहुंच सकते हैं. इस स्थान की नैनीताल से बस के माध्यम से सीधी कनेक्टिविटी है.
चीजें करने के लिए: विभिन्न मंदिरों, शिवरात्रि मेले और उत्तरायणी मेले पर जाएं और साहसिक खेलों का प्रयास करें
ठहरने के स्थान: तपस्या, प्रतिष्ठा हिमालयन रिट्रीट, तमन्ना होटल, होटल हिल पैलेस
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. कौसानी में हिमालय के चित्र-परिपूर्ण हिम-दृश्य, पंचूली चोटियों, त्रिसूल और नंदा देवी का प्रभुत्व है. यदि आप एक बर्फ प्रेमी हैं, तो सर्दियों के महीनों के दौरान यहां बर्फ की झलक देखने के लिए जाएं. यहां के प्रसिद्ध आकर्षण कौसानी में सूर्यास्त के दृश्य, ट्रेकिंग और राजसी स्थानों की प्राकृतिक सुंदरता को जरूर देखें. एक शानदार सूर्यास्त दृश्य का आनंद लेने के लिए बिल्कुल सही और विशेष रूप से साहसिक खेलों के साथ सुंदर जगह की तलाश में हनीमून के लिए सबसे अच्छी जगह है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: हनीमून कपल और प्रकृति प्रेमी
घूमने का सबसे अच्छा समय: अप्रैल से जून और सितंबर से दिसंबर
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचे: यहां पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका कैब को किराए पर लेना या नई दिल्ली से नियमित रूप से आने वाली बस लेना है. पंतनगर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा (162 kms दूर) है. आप हवाई अड्डे के बाहर से आसानी से टैक्सियां पा सकते हैं.
कौसानी में करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग (कौसानी के लोकप्रिय ट्रेक रूट बेस कौसानी ट्रेक, आदि कैलाश ट्रेक और बागेश्वर- सुंदरधुंडा ट्रेक) हैं, जो सूर्यास्त देखते हैं और प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हैं.
रहने के लिए स्थान: आलिया हेलायन गाँव, होटल दीपराज, ज़ोमोटेल सुनीता हिमालयन पैराडाइज, होटल विश्वनाथ
कैसे पहुंचें: बहगेश्वर का नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून है. (200 किलोमीटर दूर) काठगोदाम शहर, जिसमें दिल्ली, लखनऊ और अन्य शहरों से सीधी ट्रेनें हैं, निकटतम रेलवे स्टेशन है. यहां से आप प्रीपेड टैक्सी ले सकते हैं और बागेश्वर पहुंच सकते हैं. इस स्थान की नैनीताल से बस के माध्यम से सीधी कनेक्टिविटी है.
चीजें करने के लिए: विभिन्न मंदिरों, शिवरात्रि मेले और उत्तरायणी मेले पर जाएं और साहसिक खेलों का प्रयास करें
प्राकृतिक दृष्टि से कुमाऊं का पूरा क्षेत्र काफी ज्यादा मायने रखता है. हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियों से लेकर आप यहां पहाड़ी और वन्य जीवन को करीब से देख सकते हैं. गर्मियों के दौरान कुमाऊं देश-दुनिया के सैलानियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन जाता है. ऐतिहासिक तौर भी कुमाऊं काफी प्रसिद्ध माना जाता है. यहां कत्यूरी राजवंश का काफी लंबे समय तक शासन रहा है.कई धार्मिक स्थानों के साथ-साथ पार्क भी हैं, झीलें इसे एक कायाकल्प करने वाली छुट्टी बनाती हैं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: परिवार, धार्मिक यात्री
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: पूरे वर्ष
कम से कम: 2 से 3 दिन
कैसे पहुंचें: नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम में स्थित है जो 34 किमी की दूरी पर है. दिल्ली से इस स्थान के लिए दैनिक ट्रेनें चलती हैं. यह सड़क द्वारा प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है.
करने योग्य चीजें: नैनी झील, जिम कॉर्बेट पार्क, नारायण आश्रम और नंदा देवी मंदिर जाएं. किसी गांव की सैर भी कर सकते हैं.
ठहरने के स्थान: कुमाऊंनी कारवां, कोनिफ़र्स विला, जे रिसॉर्ट डोलमार नैनीताल, प्रगति रिज़ॉर्ट
रामगढ़ उत्तराखंड राज्य का एक उभरता हुआ ट्रेवल डेस्टिनेशन है. यह स्वर्गीय हिल स्टेशन कुमाऊं क्षेत्र के छिपे हुए गहनों में से एक है. इसे उपयुक्त रूप से कुमाऊं के फलों के कटोरे के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह आड़ू, सेब और नाशपाती के बागों का घर है. यदि आप शहर की हलचल से दूर एक शांत स्थान का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस जगह का चयन करें. प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन वातावरण के प्यार के लिए यह जगह है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, परिवार, साहसिक साधक
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मई
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचे: रामगढ़ पहुंचने का सबसे अच्छा साधन बस है. यह भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है. हालांकि, कोई सीधी उड़ान या रेल संपर्क नहीं है. निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है और निकटतम रेल नेटवर्क काठगोदाम है.
करने के लिए चीजें: बर्ड वाचिंग, ट्रेकिंग, जंगल वॉक
रहने के लिए स्थान: एकांत स्थान रामगढ़, दिव्य रहने वाला घर, रामगढ़ में लेविट, हिमालय में आत्मा
केदारनाथ से 47 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, गुप्तकाशी में बर्फ से ढकी चोटियों और निश्चित रूप से उत्तराखंड के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है. यह शहर भगवान शिव और अर्धनारेश्वर मंदिर को समर्पित है. इस स्थान का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है जो तीर्थयात्रियों को दूर से ही आकर्षित करता है. शहर में एक और लोकप्रिय स्थान मणिकर्णिक कुंड है.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : धार्मिक यात्री
घूमने का सबसे अच्छा समय : मार्च से जून और सितंबर से नवंबर
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचें: गुप्तकाशी से ऋषिकेश नजदीकी रेलवे स्टेशन (168 किमी) है. स्टेशनों के बाहर टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं. निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देहरादून में स्थित है.
चीजें करने के लिए: मंदिर, प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा, शांति में समय बिताना
ठहरने के स्थान: चोपता मीडोज कैम्प, महराष्ट्र मंडल, केदार कैम्प रिसॉर्ट, कृष्णा लॉज, होटल विष्णु पैलेस
उत्तराखंड में सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से, धारचूला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यह कैलाश मानसरोवर नाम से भारत के एक लोकप्रिय तीर्थस्थल के रास्ते पर स्थित है. यहां के लोग नेपाल के समान परंपरा और संस्कृति का पालन करता है. इस जगह पर देवदार, सेब और देवदार के पेड़ों से लेकर भालू, तेंदुए जैसे कई प्रकार के वनस्पतियों और जीवों देखने को मिलता है. अगर आप शांती की तलाश में हैं तो इस शांतिपूर्ण जगह पर जाएं.
इस किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: शांति चाहने वाले यात्री
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मई से जून और सितंबर से दिसंबर
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचें: धारनगर के लिए निकटतम हवाई अड्डा पाटनगर हवाई अड्डा है. आप वहां से टैक्सी किराए पर ले सकते हैं और दारचुला पहुंच सकते हैं जो सबसे अच्छे तरीकों में से एक है. यह स्थान उत्तरांचल के शहरों से बस के माध्यम से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है.
करने के लिए चीजें: प्रकृति की सुंदरता को देखना.
ठहरने के स्थान: उदई पैलेस एंड बैंक्वेट हॉल, एपि गेस्ट हाउस, हिपोस्टेल पिथौरागढ़, होटल किंग
यदि आप उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों की तलाश में हैं, तो गौमुख उत्तराखंड की सबसे पवित्र भूमि में से एक है. यह एक पर्यटक शहर नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के भीतर स्थित एक ट्रैकिंग की जगह है. इसका नाम गौमुख हो गया क्योंकि गंगोत्री ग्लेशियर का अंत गाय के मुंह के आकार में है. पवित्र शहर के बर्फबारी और हिमनद ट्रेकिंग के लिए यहां जरूर आएं.
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: धार्मिक यात्री, ट्रेक प्रेमी
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: फरवरी से सितंबर
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचे: देहरादून हवाई अड्डा गौमुख (121 किलोमीटर दूर) के लिए निकटतम हवाई अड्डा है. निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है.
करने के लिए चीजें: हिमनद ट्रेकिंग
ठहरने के स्थान: होटल मनीषा, कृष्णा विला रिजॉर्ट, भोपाल भवन, प्राकृत रिट्रीट, चंद्रलोक टूरिस्ट लॉज
पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है जो बर्फ से ढके हिमालय की चोटियों और हरे-भरे हरियाली के दृश्य के लिए जाना जाता है. एक शांत आकर्षण रखते हुए, यह स्थान समुद्र तल से 1814 मीटर की ऊंचाई पर है. सूर्यास्त देखने के लिए बड़ी संख्या में मंदिरों और अन्य शानदार स्थानों को सैलानी आते हैं, पौड़ी गढ़वाल के आसपास बहुत सी चीजें हैं. पहाड़ों, घाटियों और हरे-भरे हरियाली के दृश्य का आनंद सकते हैं
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अप्रैल-जून
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, शांति चाहने वाले
कम से कम: 2-3 दिन
कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग, पर्यटन स्थलों का भ्रमण, सूर्यास्त देखना, फोटोग्राफी
ठहरने के लिए स्थान: तारकेश्वरम हिल व्यू रिज़ॉर्ट, द रॉक हेवन रिज़ॉर्ट, आइवी ग्रीन नेचर रिज़ॉर्ट, द गढ़वाली इन
अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम पर विश्राम करते हुए, रुद्रप्रयाद को पंच प्रयागों में से एक पवित्र स्थल माना जाता है. उत्तराखंड में स्थित, यह खूबसूरत शहर एक शांतिपूर्ण आकर्षण का आनंद लेने के लिए यहां की यात्रा कर सकते हैं. नदियों के सुंदर संगम को देखने के के साथ दो तीर्थों के दर्शन – केदारनाथ और बद्रीनाथ कर सकते हैं.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अप्रैल-दिसंबर
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : धार्मिक पर्यटन, प्रकृति प्रेमी
कम से कम: 1-2 दिन
कैसे पहुंचें: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
करने के लिए चीजें: मंदिरों की खोज करना और प्रकृति की सुंदरता देखना
रहने के लिए स्थान: विल्लोटले चोपता सीएचसी, होटल गोविंद, नीलकंठ कैफे, गीज़लिंग इन – डेवेड कैंप
अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम से चिह्नित, देवप्रयाग एक धार्मिक स्थान है जो तीर्थ के रूप में काफी प्रसिद्ध है और उत्तराखंड में सबसे सुंदर स्थानों में से एक माना जाता है. Uttarakhand Full Tour Guide हिमालय पर्वतमाला पर स्थित, देवप्रयाग प्राचीन मंदिरों और हरे-भरे हरियाली से घिरा हुआ है. एक मजबूत धार्मिक महत्व रखते हुए, यह उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है. सुंदर संगम के दर्शन के लिए, दशरथ चल चोटी और चंद्रबदनी मंदिर जाएं.
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: सालभर
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : धार्मिक लोग, प्रकृति प्रेमी
कम से कम: 1-2 दिन
कैसे पहुंचें: नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
देवप्रयाग में करने के लिए चीजें: मंदिरों पर जाएं और दशरथ की चोटी पर जाएं
ठहरने के स्थान: बरगद, नदी के किनारे के रिसॉर्ट, मंडला, मंजू वाटिका होली हिल्स होम स्टे, मोटल देव
यह एक शांतिपूर्ण और विचित्र पुराना शहर है, जो वर्तमान समय में अभी भी बीते युग के खजाने के लिए जाना जाता है. एक अद्भुत चर्च है जो इस जगह का मुख्य आकर्षण है और साथ ही 13 अलग-अलग कॉटेज हैं जो पूरी पहाड़ी पर स्थित हैं. शहर 20 वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था और समुद्र तल से 6400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग और फोटोग्राफी के लिए यह जगह सबसे अच्छी मानी जाती है.
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: सालभर
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफर, शांति चाहने वाले
कम से कम: 1-2 दिन
कैसे पहुंचें: नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
करने के लिए चीजें: ट्रेकिंग, बर्ड वॉचिंग, फोटोग्राफी, शांति
ठहरने के स्थान: कल्पतरु गेस्ट हाउस और होमस्टे, होटल एन ग्रीन सिटी, पैलेट रिसॉर्ट्स, होटल देव भूमि, सतना होटल
उत्तरांचल में हिमालय की अधूरी चोटियों के बीच बसे चौकोरी एक कटोरे के आकार का एक छोटा शहर है. समुद्र तल से 2010 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह उत्तराखंड के आदर्श पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसे कोई भी याद किए बिना नहीं रह सकेगा. हरे-भरे चाय के बागानों से लेकर नंदादेवी की सफेद बर्फ से ढकी चोटियों तक, यह काफी आरामदायक दृश्य है का आनंद लें. रियाली, बर्फ से ढकी पहाड़ की चोटियां, शांत वातावरण भी आपको अपनी तरफ खींचेगा.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर-मार्च
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी, शांति चाहने वाले
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचें: नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून हवाई अड्डा है, जहां से लोग यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
ठहरने के स्थान: मिस्टी पर्वत, होटल बॉर्डर वे और रेस्तरां, होटल सनराइज, हार्दिक रिज़ॉर्ट
उत्तराखंड में एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण, यह नेशनल पार्क हाथियों और बाघों के साथ-साथ एक समृद्ध वनस्पतियों और जीवों का घर है. यह नेशनल पार्क 34 किमी के जंगल में फैला है. यह शिवालिक पर्वतमाला और वन्यजीवों और पशु प्रेमियों के लिए पसंदीदा अड्डा है.
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय: नवंबर-जून
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह : वन्यजीव और प्रकृति प्रेमी
कम से कम: 1 दिन
कैसे पहुंचे: शानदार नेशनल पार्क हरिद्वार, गढ़वाल और देहरादून से कई बसों और टैक्सियों के माध्यम से पहुँचा जा सकता है. देहरादून पार्क से सिर्फ 21 किमी दूर है, जबकि हरिद्वार 43 किमी के आसपास है. आप टैक्सी भी ले सकते हैं.
करने के लिए चीजें: जीप सफारी, एक्सप्लोर द वाइल्डलाइफ
ठहरने के लिए स्थान: सन एन सॉइल बैकपैकर हॉस्टल, रेगेंटा ऑर्कोस का हरिद्वार, तपस्या होम स्टे, डीलक्स रूम विशाल और स्टाइलिश
Uttarakhand Full Tour Guide की सीरीज में नैनीताल और भीमताल के बीच में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन, यह 1706 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो आसपास की पहाड़ियों के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है और प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. उत्तराखंड में घूमने के लिए यह सबसे अच्छी जगहों में से एक है.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: फरवरी-अप्रैल
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: प्रकृति प्रेमी
कम से कम: 2 दिन
कैसे पहुंचे: पंतनगर हवाई अड्डा नजदीकी हवाई अड्डा है. भवाली बसों के माध्यम से आसानी से पहुंचने योग्य है. काठगोदाम निकटतम रेलवे स्टेशन है.
करने के लिए चीजें: पहाड़ियों और घाटियों को एक्सप्लोर करें
ठहरने के स्थान: ले रीव वैली, मिस्टलेटो हाउस, होटल विस्टा, एक्वा डी विडा रिज़ॉर्ट
एक स्वर्ग जो राजसी हिमालय के बीच छिपा हुआ है, यह समुद्र तल से 1350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और आध्यात्मिक लोगों के लिए है परफेक्ट जगह है. यह एक शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. भक्तों को मंदिर की यात्रा करना बहुत पसंद है.
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर-जून
किन लोगों के लिए है परफेक्ट जगह: आध्यात्मिकता, आराम करने के लिए
कम से कम: 2 दिन
कैसे पहुंचें: पाताल भुवनेश्वर सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. देहरादून, ऋषिकेश जैसे मुख्य शहरों से जुड़ते हुए पाताल भुवनेश्वर के लिए नियमित बस सेवाएं चलती हैं.
करने के लिए चीजें: शिवटेम्पल पर जाएं
ठहरने के स्थान: पाताल भुवनेश्वर होमस्टे, प्राकृतिक निवास स्थान, मिस्टी पर्वत, होटल हिमालय दर्शन बेरीनाग
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