Ranikhet Tour Guide- रानीखेत, ‘क्वीन मीडो’ के रूप में जाना जाता है. यह अल्मोड़ा जिले का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. एक लोककथा के अनुसार, कुमाऊं क्षेत्र की सुंदर रानी पद्मिनी ने रानीखेत का दौरा किया और इस जगह की सुंदरता से हैरान हो गईं. इसके बाद, उनके पति राजा सुखरदेव ने इस स्थान पर एक महल का निर्माण कराया और इसका नाम ‘रानीखेत’ रखा. हालांकि इस महल का कोई पुरातात्विक साक्ष्य नहीं है, लेकिन रानीखेत के हर नुक्कड़ पर यह कहानी आज भी जिंदा है. आइए आज जानते हैं कि रानीखेत की यात्रा के दौरान ऐसी कौन सी जगहें हैं, जहां आप घूम ( Best Places to Travel in Ranikhet ) सकते हैं…
झूला देवी मंदिर ( Jhula Devi Mandir ) और बिनसर महादेव ( binsar mahadev ), रानीखेत के दो सबसे प्रमुख मंदिर हैं. झूला देवी का मंदिर 8वीं शताब्दी के दौरान बनाया गया था. यह मंदिर हिंदू देवी दुर्गा को समर्पित है और कई तीर्थयात्री यहां देवता की पूजा करने के लिए आते हैं. रानीखेत से 15 किमी की दूरी पर स्थित बिनसर महादेव, हिंदू भगवान शिव को समर्पित है. Ranikhet Tour Guide में हम आपको इस जगह आने की सलाह देते हैं.
यह मंदिर देवदार के जंगल से घिरा हुआ है और इसमें एक प्राकृतिक जल स्रोत है. कुमाऊं रेजीमेंटल सेंटर संग्रहालय और स्मारक (Kumaon Regimental Centre Museum) इस जगह का एक अन्य प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है. यह रानीखेत के सैनिकों द्वारा दिखाए गए बलिदान और बहादुरी को प्रदर्शित करता है. 1978 में, कुमाऊं क्षेत्र की विरासत को संरक्षित करने के लिए एक संग्रहालय भी बनाया गया था. देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों के सम्मान में यहां परेड का आयोजन किया जाता है.
रानीखेत-अल्मोड़ा रोड पर स्थित मझखली एक और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. यात्री इस जगह से चोटियों के लुभावने व्यू का आनंद ले सकते हैं. पहाड़ी इलाकों, हरी-भरी घाटियों से भरपूर, यह छुट्टी मनाने वालों के लिए एक बेस्ट जगह है.
यहां एक और जगह ( Ranikhet Tour Guide ) है उपट, जो गोल्फरों के लिए जन्नत है. यहां मौजूद 9-होल गोल्फ कोर्स की गिनती देश के बेहतरीन गोल्फ कोर्स में होती है. चौबटिया स्वादिष्ट सेब, आड़ू, आलूबुखारा और खुबानी के हरे-भरे बागों के लिए प्रसिद्ध है. हरे-भरे बागों के अलावा, यह स्थान एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है जो नंदा देवी, नीलकंठ, नंदघुंटी और त्रिशूल जैसी चोटियों के सुंदर व्यू प्रस्तुत करता है.
रानीखेत घूमने का प्लान कर रहे हैं तो टूरिस्टों को रानी झील की यात्रा करने की सलाह दी जाती है, जो एक बड़ी सुंदर झील है जिसे छावनी बोर्ड द्वारा वर्षा जल संचयन के उद्देश्य से विकसित किया गया था. यह केन्द्रीय विद्यालय की दो प्राकृतिक लकीरों और रानीखेत के कैनोसा कॉन्वेंट स्कूल के बीच विकसित किया गया है.
रानी झील एक बड़ी झील है, जिसे छावनी बोर्ड द्वारा वर्षा जल संचयन के उद्देश्य के लिए विकसित किया गया है. केन्द्रीय विद्यालय और कैनोसा कॉन्वेंट स्कूल की दो प्राकृतिक लकीरों के बीच स्थित, यह रानीखेत का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. झील समुद्र तल से 7500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और बोटिंग का मजा लें सकते हैं.
समुद्र तल से 7500 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस झील में यात्री बोटिंग का मजा ले सकते हैं. अंग्रेजों ने 1869 में इस जगह की फिर से खोज की और इसे अपने समर रिट्रीट के रूप में बदल दिया. उन्होंने यहां ब्रिटिश कुमाऊं रेजीमेंट का मुख्यालय स्थापित किया. रानीखेत भारतीय सेना की प्रसिद्ध कुमाऊं रेजिमेंट के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है. हरे-भरे जंगल और घास के मैदानों के कारण इस मनमोहक जगह में पर्यटकों की बड़ी संख्या है.
पर्यटक सदर बाजार में खरीदारी का आनंद ले सकते हैं, जो रानीखेत का प्रमुख शॉपिंग सेंटर है. बाजार में कई रेस्टोरेंट और होटल हैं. टूरिस्ट कढ़ाई वाले कपड़ों की खरीदारी कर सकते हैं. रानीखेत से 54 किमी की दूरी पर स्थित चौखुटिया एक और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. रानीखेत के अन्य आकर्षणों में द्वाराहाट, भालू बांध, तारीखेत, कुमाऊं रेजीमेंट गोल्फ कोर्स, छावनी आशियाना पार्क, सनसेट पॉइंट और खुंट हैं. सीतालखेत, जौरासी और खैरना भी यहां के देखने लायक जगहें हैं.
सदर बाजार रानीखेत का एक व्यस्त और लीडिंग शॉपिंग सेंटर है. इस बाजार में कई होटल, रेस्टोरेंट और शॉपिंग आउटलेट हैं. कढ़ाई वाले कपड़े इस बाजार का प्रमुख आकर्षण हैं.
झूला देवी मंदिर, जिसे झूला देवी मंदिर ( Jhula Devi Mandir ) के नाम से भी जाना जाता है, रानीखेत शहर से 7 किमी की दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है. हिंदू देवी दुर्गा को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में किया गया था. एक हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण यहां के जंगली जानवरों के लिए देवी दुर्गा की सुरक्षा के लिए किया गया था. एक चरवाहे को देवी दुर्गा ने अपने सपने में अपनी मूर्ति की खुदाई करने की सलाह दी थी.
इस मंदिर का निर्माण उस स्थान पर किया गया था जहां मूर्ति मिली थी. मंदिर में पवित्र घंटियों को खूबसूरती से उकेरा गया है और इन घंटियों की आवाज दूर से ही स्पष्ट रूप से सुनाई देती है. तीर्थयात्रियों का मानना है कि देवी झूला देवी इस मंदिर में पूजा करने वाले भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं.
रानीखेत से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित बिनसर महादेव मंदिर ( Binsar Mahadev Mandir ) एक फेमस हिंदू मंदिर है. समुद्र तल से 2480 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर हरे-भरे देवदार के जंगल से घिरा हुआ है. हिंदू भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में किया गया था. मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण मात्र एक दिन में किया गया था.
कई महिलाएं ‘वैकुंठ चतुर्दशी’ के शुभ अवसर पर इस मंदिर में आती हैं, जहां वे अपनी हथेली पर दीपक जलाकर संतान की कामना करती हैं. महेशमर्दिनी, हर गौरी और गणेश जैसे हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों से सुसज्जित इस मंदिर की वास्तुकला बेहतरीन है. महेशमर्दिनी की मूर्ति नागरलिपि ग्रंथों के साथ खुदी हुई है, जिसका पता 9वीं शताब्दी में लगाया जा सकता है. इस मंदिर को बिंदेश्वर मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इसे राजा पिथु ने अपने पिता की प्रेमपूर्ण स्मृति में बनवाया था.
रानीखेत से 13 किमी की दूरी पर स्थित मझखली एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. रानीखेत-अल्मोड़ा रोड पर स्थित इस जगह से चोटियों के खूबसूरत नज़ारे दिखाई देते हैं. यह स्थान अपनी घाटियों और पहाड़ी इलाकों के लिए भी जाना जाता है.
पर्यटक समुद्र तल से 26,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित त्रिशूल चोटी के साथ हिमालय पर्वतमाला के खूबसूरत नजारों का भी आनंद ले सकते हैं. यहां उत्तर प्रदेश सरकार का एक कृषि फार्म भी स्थित है. वीकेंड पर दोस्तों के साथ आने के लिए बेस्ट जगह है.
उपट एक खूबसूरत शहर और रानीखेत का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. शहर से 5 किमी की दूरी पर स्थित, यह स्थान हिमालय पर्वतमाला की बर्फीली चोटियों के खूबसूरत नजारें दिखाई देते हैं. इसके अलावा, इस जगह में 9-होल गोल्फ कोर्स भी है जो बड़ी संख्या में खेल प्रेमियों को आपना ओर अट्रैक्ट करता है. यह भारत के सबसे ऊंचे गोल्फ कोर्स में से एक है.
हरे-भरे देवदार और ओक के जंगलों से घिरा, उपट अल्मोड़ा की सड़क पर स्थित है. कालिका शहर इस जगह से सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो अपने काली मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. इस मंदिर के अलावा यह जगह एक बड़ी नर्सरी के लिए भी जानी जाती है
मॉल रानीखेत में शॉपिंग करने के लिए बेस्ट जगह है. यात्री यहां के बाजार से खूबसूरत ट्वीड शॉल, ऊनी शर्ट, कुर्ता और जैकेट खरीद सकते हैं. कपास और ऊन और हाथ से बवे कपड़े सही दाम में मिल जाते हैं. यह स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय बैठक जगह है. सदर बाजार की भीड़-भाड़ की तुलना में मॉल में खरीदारी का आनंद लें सकते हैं.
रानीखेत देश के अन्य हिस्सों से हवाई, ट्रेन और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है.
इस क्षेत्र में साल भर मध्यम जलवायु का अनुभव होता है. इस खूबसूरत जगह को देखने के लिए गर्मी का मौसम अच्छा माना जाता है. टूरिस्ट यहां मानसून के दौरान भी जा सकते हैं, क्योंकि इस दौरान मौसम सुहावना रहता है.
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