नीर गढ़ झरना दिल्ली के नजदीक बेहतरीन झरनों में से एक है. यहां आप बेहतरीन समय बिता सकते हैं. ये झरना लक्षमण झूले से एक छोटी सी चढ़ाई के बाद है. ये झरना तीन झरनों से मिलकर बना है, जिस वजह ये और भी खूबसूरत लगता है. गर्मियों के मौसम इस जगह आपको अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल सकती है और अगर आप भीड़ के समय यहां नहीं जाना चाहते हैं तो सुबह जल्दी जाएं. इस समय यहां कम भीड़ होती है. यहां आपको फोटोग्राफी के लिए अच्छे स्पॉट्स भी मिलते हैं.
पटना फाल्स भी ऋषिकेश का दूसरा सबसे खूबसूरत झरना है. यहां भी आपको सुबह जल्दी पहुंचना होगा अगर आप भीड़ भाड़ में नहीं फंसना चाहते हैं. यहां तक पहुंचने के लिए आपको रास्ते पर किसी तरह का संकेत नहीं मिलेगा. आपको यहां जाने के लिए स्थानीय लोगों की ही मदद लेनी होगी. ये झरना घने जंगलों मे है, तो सावधानी से जाएं. हरे भरे जंगल में लगभग 2 किमी की ट्रैकिंग करने के बाद आप यहां पहुंचे जायेंगे.
मछरियाल झरना दिल्ली के पास के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है. झरने के पास की पहाड़ियां इस जगह की खूबसूरती को और भी बढ़ा देती हैं. यहां आप किसी भी मौसम में आ सकते हैं. यहां आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. फिसलन भरी चट्टानों, गीली मिट्टी और घने वनस्पति यहां चढ़ाई थोड़ी मुश्किल कर देते हैं इसलिए सावधानी बरतें.
स्थान: कांगड़ा दिल्ली से लगभग 250 किमी दूर।
How to Reach Machhrial Falls : आपको सबसे पहले पठानकोट के लिए ट्रेन या गग्गल हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरनी होगी, और फिर टैक्सी से आप धर्मशाला या मैक्लोडगंज पहुंच सकते हैं.
5. बद्री झरना, सोलन || Badri Falls
बद्री झरना ज्यादा फेमस नहीं है, क्योंकि इस झरने के बारे मे ज्यादा लोगों को पता ही नहीं है. इसके बारे में या वहां रहने वाले या फिर वहाँ काम करने वाले लोग ही ज्यादा जानते हैं. हिमाचल की गोद मे स्थित ये झरना खूबसूरत नजारों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है.
स्थान: सोलन दिल्ली से लगभग 291 किमी दूर.
How to Reach Badri Falls : आपको सबसे पहले कालका के लिए एक ट्रेन लेनी होगी, उसके बाद आपको कालका से शिमला चलने वाली टॉय ट्रेन लेनी होगी जो आपको सोलन तक आसानी से पहुंचा देगी.
6. टाइगर झरना, चकराता || Tiger Falls
टाइगर फॉल्स शिवालिक रेंज की खूबसूरत पहाड़ियों से लगभग 312 फीट की ऊंचाई से गिरता है. Waterfalls near Delhi की लिस्ट में इसे भी शामिल करना जरूरी है. यहां तक पहुंचने के लिए आपको 5 किमी तक की ट्रैकिंग करनी पड़ेगी, जो आपको ओक के पेड़ों के बीच से होकर गुजारेगी. आम तोर पर गर्मी में ही झरने को विजिट करना चाहिए. इस झरने की ऊंचाई इतनी ज्यादा नहीं है.
स्थान: चकराता दिल्ली से लगभग 300 किमी दूर ।
How to Reach Tiger Falls : आपको सबसे पहले देहरादून के लिए ट्रेन या फ्लाइट लेनी है, उसके बाद का सफर आप टैक्सी से पूरा कर सकते हैं.
7. भालू गाड़ झरना – मुक्तेश्वर || Bhalu Gaad Falls
भालु गाड़ फॉल्स भालु गाड़, जिसका अर्थ है ‘भालू का निवास’. ये झरना मुक्तेश्वर में है. इसमें प्रवेश शुल्क 10 के ग्रुप के लिए 300 रुपए है. यहां आपको गाइड के दिये निर्देश पर ही चलना होगा. जो आपको सीधे झरने तक ले जायेगा. हरे भरे घने जंगलों की गहराई मे स्थित है. इस झरने के पूल से थोड़ा सावधान रहे क्योंकि लोकल लोगों का कहना है कि झरने पूल काफी गहरा है.
स्थान: मुक्तेश्वर दिल्ली से लगभग 321 किमी दूर।
How to Reach Bhalu Gaad Falls : पहले काठगोदाम के लिए ट्रेन लें, फिर मुक्तेश्वर के लिए एक बस जाती है. जो आपको सीधे मुक्तेश्वर ले जाएगी.
8. चैडविक झरना, शिमला || Chadwick Falls
चैडविक फॉल्स की ऊंचाई लगभग 300 फिट है. ये झरना ग्लेन फ़ॉरेस्ट में गहराई में स्थित है. यह बारहमासी झरना है. लगभग 300 फीट ऊंचा है. इस झरने का पानी गर्मियों में बहुत ठंडा होता है क्योंकि ये बर्फ से ढके हिमालय से सीधे नीचे आता है. इस झरने तक पहुंचने के लिए आपको समर हिल से लगभग 1 किमी की ट्रेकिंग करनी होती है. ट्रेक के सफर में आपको बेहद खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं. अपनी शिमला ट्रिप मे इस झरने की यात्रा जरूर शामिल करें.
स्थान: शिमला दिल्ली से लगभग 334 किमी दूर।
How to reach Chadwick Falls : यहां पहुंचने के लिए अपको दिल्ली से कालका के लिए ट्रेन मिल जायेगी. कालका से आपको टॉय ट्रेन का सफर शिमला तक लाएगा. शिमला से आपको बस या टैक्सी दोनों मिल जायेगी.
9. भागसू झरना, मक्लोडगंज || Bhagsu Falls
Waterfalls near Delhi की लिस्ट में अगला नंबर है भागसू झरने का. भागसू फॉल्स त्रिउंड के रास्ते में लगभग 19000 फीट की ऊंचाई पर धौलाधार रेंज की तलहटी में है. यह भगवान शिव को समर्पित भागसूनाग मंदिर की वजह से बहुत प्रसिद्ध है, यहां लाखों मे भक्त आते हैं. मंदिर से आगे झरना है, जिसमें चारों ओर हरियाली और घने जंगल है. मंदिर और झरने का नाम के पीछे एक कहानी है, जो नाग देवता और एक स्थानीय राजा, भागसू के बीच लड़ाई की बात दर्शाती है.
स्थान: मैक्लॉडगंज दिल्ली से लगभग 450 किमी दूर।
How to reach Bhagsu Falls: दिल्ली से आप पठानकोट तक का सफर ट्रेन से कर सकते हैं. पठानकोट से मैक्लोडगंज के लिए टैक्सी और बसों के सेवाएं आपको आसानी से उपलब्ध हो जायेगी.
10. बुंदला झरना, पालमपुर || Bundla Falls
बुंदला फॉल्स झरने की ऊंचाई लगभग 330 फिट है. इस जगह पर आप बहुत से साधुओं को ध्यान लगाए भी देख सकते हो. ये जगह एक तीर्थ स्थल भी है. यहां का पानी इतना साफ है, कि आप इसके पानी में डूबे पत्थर भी देख सकते हो. यहां आपको मानसून के महीनों में नहीं जाना चाहिए क्योंकि यहां बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हो सकता है और ये झरना बारहमासी है मतलब है कि यह साल भर बहता रहता है. तो आप सिर्फ बरसात के मौसम को छोड़ कर कभी भी आ सकते हैं.
स्थान: पालमपुर दिल्ली से लगभग 457 किमी दूर।
How to reach Bundla Falls: सबसे पहले ट्रेन से पठानकोट पहुंचें, और फिर पालमपुर के लिए बस या फिर आपको टैक्सी मिल जायेगी, जो आपको यहाँ तक लायेगी.
11. पलानी झरना ,कुल्लू || Palani Falls
पलानी फॉल्स इसकी ऊंचाई की बात करें तो लगभग 500 फीट है, जो मनाली के पास स्थित पलानी में है. Waterfalls near Delhi की सूची में शामिल ये झरना देश के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है. ये झरना आपको हैरान कर देता है. यहां का ठंडा पानी और पानी की गर्जना धुंध पैदा करती है, जो किसी को भी हैरान करने के लिए काफी है.
इसके साथ ही चारों ओर की हरियाली लोगों को अपनी सारी फिक्र भुलाने के लिए एक खूबसूरत जगह का काम करती है. आप यहां घंटों बैठ सकते हैं, खूबसूरत नजारों को देख सकते हैं और अंदर से तरोताजा हो सकते हैं.
स्थान: कुल्लू दिल्ली से लगभग 482 किमी दूर।
How to reach Palani Falls: कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे से बसें और टैक्सियां आपको आसानी से मिल जायेंगी जो आपको यहां पहुंचा देंगी. दिल्ली से सीधी उड़ानें भी आपको कुल्लू पहुंचा देती हैं.
12. भीमलत झरना, बूंदी || Bhimlat Falls
भीमलत जलप्रपात… इस झरने पर आपको भारत के इतिहास का अलग ही अनुभव होता है. ये झरना राजस्थान में है. जी हां वो भी रेगिस्तान में… रेगिस्तान में बहुत पुरानी अरावली पर्वत मालाएं भी हैं. यहां देखे जाने वाले झरने लगभग 180 फीट ऊंचे होते हैं.
ऐसा कहा जाता है कि इन झरनों का निर्माण 8वीं सदी में आये भूकंप के कारण हुआ है लेकिन अगर पौराणिक कथाओं की माने तो पांडवों के अज्ञातवास के दौरान भीम ने सबकी प्यास बुझाने के लिए इन स्रोतों का निर्माण किया था.
स्थान: बूंदी दिल्ली से दूरी: 493 किमी
How to reach Bhimlat Falls: : कोटा तक कई ट्रेनें उपलब्ध हैं, जहा से आप बस या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.