Pin Valley National Park Tour : पिन वैली नेशनल पार्क हिमाचल प्रदेश राज्य के लाहौल और स्पीति जिले में स्थित कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व में स्थित है. इस नेशनल पार्क की उंचाई लगभग 3,500 मीटर से लेकर इसके शिखर तक 6,000 मीटर से अधिक है.
पिन वैली नेशनल पार्क फेमस हिमालयी हिम तेंदुओं और उनके शिकार, इबेक्स की दुर्लभ प्रजातियों का घर है. पिन वैली नेशनल पार्क ट्रेक भी सबसे फेमस है.इस ट्रेक पर साल में ज्यादातर समय बर्फ रहती है.
पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान का कोर ज़ोन 675 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है और इसका बफर ज़ोन लगभग 1150 वर्ग किमी में फैला हुआ है.
आज यह लुप्तप्राय हिम तेंदुए सहित वनस्पतियों और जीवों की लगभग 20 से अधिक प्रजातियों का घर है.पिन वैली पार्क के सबसे खास जीवों में साइबेरियन इबेक्स, भारल, रेड फॉक्स, वीज़ल और मार्टेन भी हैं जिनके लिए यह पार्क घर है.
यहां पक्षियों की कई प्रजातियां भी पाई जाती हैं जिनमें पिका, स्नो कॉक, दाढ़ी वाले गिद्ध, ग्रिफॉन, चकोर, गोल्डन ईगल, हिमालयन चाउ और रेवेन के नाम शामिल हैं. यदि आप पिन वैली नेशनल घूमने जाने वाले है या फिर इसके बारे में जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पढ़े.
पिन वैली नेशनल पार्क की ऊंचाई और अत्यधिक तापमान के कारण यहां वनस्पति घनत्व विरल है, जिसमें मुख्य रूप से अल्पाइन के पेड़ और हिमालयी देवदार के पेड़ पाए जाते हैं. गर्मियों के मौसम में पार्क में दुर्लभ पक्षी जैसे हिमालयन स्नोकॉक, चकोर पार्ट्रिज, स्नो पार्ट्रिज और स्नो फिंच पाए जाते हैं.
अपने बर्फ से लदे बेरोकटोक ऊंचे स्थानों और ढलानों के कारण पार्क में हिम तेंदुए और साइबेरियन आइबैक्स सहित कई लुप्तप्राय जानवर भी प्राकृतिक आवास में देखे जा सकते हैं.पिन वैली नेशनल पार्क और इसके आसपास के स्थानों में बीस दुर्लभ और लुप्तप्राय औषधीय पौधों की प्रजातियों पाई गई हैं.
अगर आप कठिन मार्गों से ट्रैकिंग करना चाहते हैं तो पिन वैली नेशनल पार्क आपके लिए खास साबित हो सकता है. आपको बता दें कि इस पर्यटन प्लेस पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं, पहले वाले को समर रूट कहा जाता है जो जुलाई से अक्टूबर तक खुला रहता है, और दूसरे को विंटर रूट कहा जाता है जो मार्च से दिसंबर तक खुला रहता है.
इस पार्क तक का समर रूट कुल्लू से शुरू होता है जहां आप बस ले सकते हैं. इस स्थल तक आप कुल्लू से, मनाली, रोहतांग दर्रा, कुंजम दर्रा की सुंदर सुंदरियों के माध्यम से काजा तक पहुंचते हैं.
स्पीति के लोकल फूड का एक दिलचस्प मिश्रण है, जिसका स्वाद हर किसी को लेना चाहिए.यहां तिब्बती फूड काफी फेमस है. यहां उत्तर-भारतीय भोजन के साथ इजरायल के भोजन का भी मजा लिया जा सकता है. यहां के गांव में जौ के खेत होते हैं जो यहां के भोजन का सबसे बड़ा स्त्रोत है.
यहां पर अनाज का उपयोग (जौ व्हिस्की), चंग (जौ बीयर) का उत्पादन करने के लिए किया जाता है और भुना हुआ आटा लड्डू नाश्ते में उपयोग किया जाता है, जिसको थुंग्पा कहा जाता है. यहां के लोकल फूड में मोमोस, थुकपा, बटर टी, चांग के नाम शामिल है जिनका स्वाद आपको जरुर लेना चाहिए. इसके अलावा यहां की चाय नींबू, पुदीना, अदरक, शहद के गार्निश के काफी फेमस है.
चंद्रताल झील ।। Chandratal Lake
चंद्रताल झील टूरिस्ट और ट्रेकर का स्वर्ग है. यह झील शक्तिशाली हिमालय में लगभग 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है. “चंद्र ताल” (चंद्रमा की झील) नाम इसके अर्धचंद्राकार की वजह से पड़ा है। यह झील भारत की दो उच्च ऊंचाई वाली आर्द्रभूमि में से एक है जिसे रामसर स्थलों के रूप में नामित किया गया है.
काई मठ ।। Key Monastery
पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान से काई मठ की दूरी 35 किलोमीटर है. काई मठ भारत के लाहौल और स्पीति जिले में एक प्रसिद्ध तिब्बती बौद्ध मठ है. काई मठ समुद्र तल से 4,166 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में स्पीति नदी के बहुत करीब है.
कुंजुम दर्रा ।। Kunzum Pass
पिन वैली नेशनल पार्क से कुंजुम दर्रा की दूरी 50 किलोमीटर है. कुंजुम दर्रा को स्थानीय लोगों द्वारा कुंजुम ला भी कहा जाता है. यह भारत के सबसे ऊंचे भारत के सबसे ऊंचे मोटरेबल माउंटेन पासों में से एक है, जो समुद्र तल से 4,551 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह सुंदर पास कुल्लू और लाहौल से स्पीति घाटी के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता और मनाली से करीब 122 किमी की दूरी पर है.
धनकर झील ।। Dhankar Lake
पिन वैली नेशनल पार्क से 34 किमी की दूरी पर खतरनाक चट्टानों के पास पहाड़ के दूसरी तरफ धनकर झील स्थित है. पिन वैली नेशनल पार्क से झील तक जाने में लगभग एक घंटे का समय लगता है. आप इस झील के किनारे शांति भरा समय बिता सकते हैं और आकाश के बदलते रंगों को देख सकते हैं.
धनकर मठ ।। Dhankar Monastery
धनकर मठ भारत के हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले में स्थित है, जिसको 100 सबसे लुप्तप्राय स्मारकों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. 12,774 फीट की ऊंचाई पर, मठ एक चट्टान के किनारे पर अविश्वसनीय रूप से झुका हुआ है और स्पीति घाटी के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है.
त्रिलोकीनाथ मंदिर ।। Trilokinath Temple
त्रिलोकीनाथ मंदिर को श्री त्रिलोकीनाथजी मंदिर भी कहा जाता है, जो भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के लाहौल और स्पीति जिले के त्रिलोकीनाथ गाँव में स्थित है. यहां स्थित उदयपुर गांव से लगभग 9 किमी दूर स्थित है. यह मंदिर दुनिया में एक मात्र ऐसा मंदिर है यहा. पर हिंदू और बौद्ध दोनों पूजा करते हैं.
पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान जाने के लिए पर्यटक टैक्सी, कार या बस की मदद ले सकते हैं. कार / टैक्सी से पहुंचने के लिए, स्पीति में स्थित काजा तक पहुंचना पड़ता है.इसके बाद धनकर के लिए आगे बढ़ना होता है जो सीधे अटारगो ब्रिज के रास्ते पिन वैली नेशनल पार्क की ओर जाता है.
कुल यात्रा में लगभग 2 घंटे लगते हैं और पार्क 27 किमी की दूरी पर स्थित है. इसके अलावा एक ओर मार्ग शिमला, टापरी और काजा है जहां आप कार या टैक्सी की मदद से जा सकते हैं, हालांकि पहले वाला रास्ता ज्यादा पसंद किया जाता है क्योंकि यह रास्ता मौसम की स्थिति के आधार पर मध्य जुलाई से सितंबर तक ही खुला रहता है.
अगर आप पिन वैली नेशनल पार्क की यात्रा करने की योजना बना रहें हैं तो बता दें यहां जाने का सबसे अच्छा समय मध्य मई से सितंबर तक का समय होता है क्योंकि यह समय कम ठंडा होता है. सर्दियों के मौसम में पार्क के क्षेत्र में भारी बर्फबारी होती है.
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