चेरापूंजी में Wah kaba Falls नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा
Wah kaba Falls – शिलांग से चेरापूंजी जाने वाली सड़क काफी अच्छी है. पहाड़ों के साथ चहल कदमी करती सड़क के दोनों तरफ हरियाली खूब है. रास्ते में कई मोड़ आते हैं पर ये मोड़ तीखे नहीं हैं. रास्ता घुमावदार है पर चक्कर नहीं आते. अचानक हमें सड़क के बगल में नार्थ इस्ट की लोकप्रिय सब्जी इसकोस फले हुए नजर आते हैं. हम रुक कर उसकी फोटो लेने लगते हैं.
चेरापूंजी बस स्टैंड से 7.5 किमी की दूरी पर, Wah kaba falls चेरापूंजी, मेघालय में स्थित एक मौसमी झरना है. शिलांग चेरापूंजी रोड पर स्थित, यह चेरापूंजी में लोकप्रिय झरनों में से एक है और चेरापूंजी पर्यटन का अनुभव करने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है.
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झरना एक खड़ी चट्टानी तरफ से गिरता है और सैकड़ों मीटर नीचे एक गॉर्ज तक गिरता है. फॉल्स से बहता पानी क्रिस्टल क्लीयर है. सड़क के किनारे पर स्थित है, यह आसानी से देखा जा सकता है और झरने के दृश्य तक पहुंचने के लिए एक छोटी चढ़ाई करनी होगी. यहां तक कि पर्यटक झरने के किनारे भी जा सकते हैं. जहां दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कुछ सुरक्षाकर्मी खड़े होते हैं. झरने के ऊपर खड़े होने के साथ-साथ सावधान रहना चाहिए, यहां हर समय बहुत तेज हवा चलती है. बहुत बड़े वाह-काबा के रास्ते में एक छोटा झरना भी है.फॉल्स घूमने का सबसे अच्छा समय बारिश के मौसम में होता है. पूरे क्षेत्र में बारिश होती है.
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वाहकाबा फाल्स यह चेरापूंजी शहर से पहले बायीं तरफ पड़ता है. प्रवेश टिकट है 20 रुपये है, चाहे आप एक व्यक्ति हों या फिर समूह में टिकट इतना ही लगता है. इन झरनों का पानी इतना मीठा है कि क्या कहना. वास्तव में यही असली मिनरल वाटर है, जो पहाड़ों से प्राकृतिक तौर पर अलग-अलग स्तरों पर स्वच्छ होकर आता है.
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वाहकाबा फाल्स में आप 170 से 180 मीटर की ऊंचाई से पानी गिरते हुए देख सकते हैं. झरने के आसपास पहाड़ और सुंदर रास्ते बने हैं. झरने को देखने के लिए आपको सड़क से काफी सीढ़ियां उतर कर नीचे की ओर जाना पड़ता है. पर घबराइए नहीं नीचे तक जरूर पहुंचिए. नीचे पहुंचने पर आपको कुदरत का अदभुत नजारा दिखाई देता है.
यहां पर फोटो खिंचवाने और शूटिंग करने के लिए पर्याप्त संभावना है. झरने का सफेद पानी पहाड़ों से टकराता हुआ लगातार आगे बढ़ता नजर आता है, श्वेत निर्मल जल में अदभुत मिठास है. पर ये सारा पानी आखिर जाता कहां हैं. झरने के आसपास जहां तक आपकी नजर जाती हो सुंदर नजारे हैं. पर ये तो अभी शुरुआत है, चेरापूंजी के रास्ते में इससे भी सुंदर नजारे आपका इंतजार कर रहे हैं. चेरापूंजी जाने वाले सैलानियों का यह प्रमुख पड़ाव होता है। इस पड़ाव की दूरी शिलांग से चेरापूंजी के मार्ग पर कोई 15 किलोमीटर है. वाहकाबा फाल्स की बात करें तो सरदियों की सुबह में लोग बताते हैं कि यहां कुछ भी दिखाई नहीं देता.