Jogini Waterfall Trip : जोगिनी झरना या जोगिनी वॉटरफॉल मनाली की खूबसूरत घाटी में स्थित है, जो हलचल भरे शहर से लगभग 4 किलोमीटर और वशिष्ठ मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जोगिनी झरना एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जहां पर पानी 160 फीट की ऊंचाई से गिरता है. जोगिनी वॉटरफॉल जाने के लिए वशिष्ठ मंदिर से देवदार के पेड़ों और बागों के बीच से ट्रेक करना पड़ता है. यह वॉटरफॉल नेचर प्रमियों और एडवेंचर पसंद करने वाले लोगों के लिए बहुत अच्छी जगह है.
जोगिनी झरने के लिए चढ़ने में लगभग 3 घंटे लगते हैं, इसलिए स्थान की सुंदरता को ध्यान में रखते हुए अपने साथ एक कैमरा जरुर लेकर जाएं. यदि आप पिट स्टॉप लेना चाहते हैं, तो रास्ते में चाय के गर्म कप के साथ स्थानीय स्नैक्स उपलब्ध कराने वाले रेस्तरां हैं.
मनोरम जोगिनी वॉटरफॉल को मनाली में सबसे रोमांटिक आकर्षणों में से एक माना जाता है, जो कपल्स द्वारा बेहद पसंद किया जाता है.यह क्षेत्र एडवेंचर और मनोरंजक एक्टिवीटी के लिए फेमस है और पर्यटकों के बीच एक पसंदीदा पिकनिक स्पॉट है.
अपने साथ उचित ट्रेकिंग गियर लेकर जाएं और गर्म कपड़े पहनें.
पर्यटक अपनी सुरक्षा के लिए सजग रहें.
पर्यटक ग्रुप में ट्रेक करें और अंधेरे से पहले सुरक्षित रूप से लौटने के लिए सुबह जल्दी ट्रेकिंग शुरू करें.
पर्याप्त पानी पिएं और अपनी बॉडी को हाइड्रेटेड रखें.
मार्ग पर कुछ गेस्ट हाउस हैं. जरूरत पड़ने पर पर्यटक वह रुक सकते हैं.
जोगिनी वॉटरफॉल मनाली में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, अगर जोगिनी वॉटरफॉल के अलावा इसके आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर करना चाहते हैं तो आपको जोगिनी वॉटरफॉल के पास के इन पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी जरूर होना चाहिए.
ओल्ड मनाली || Old Manali
ओल्ड मनाली कई विचित्र कैफे और रेस्तरांओं के लिए फेमस है. इसके अलावा शॉपिंग विशेष रूप से कपड़े और चेरी के लिए लोकप्रिय है. ओल्ड मनाली अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को आकर्षित करता है.
नग्गर || Naggar
नग्गर हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू जिले में स्थित है. यह एक छोटा शहर है जो अपनी आश्चर्यजनक प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यह पर्यटन स्थल उन लोगों के लिए बेहद खास जगह है जो प्रकृति की गोद में रहकर आराम करना चाहते हैं. नग्गर में आप ट्रेकिंग और कैंपिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं. आपको बता दें कि नग्गर में एक महल भी स्थित है जिसको अब एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है, जहां पर कोई भी जा सकता है. इसके अलावा नग्गर में एक लोक कला संग्रहालय और एक गर्म पानी का झरना है, जहां पर्यटकों को जरूर जाना चाहिए.
नग्गर कैसल || Naggar Castle
नग्गर कैसल जोगिनी एक महल हुआ करता था जिसको अब एक एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित कर दिया गया है. नग्गर कैसल लकड़ी और पत्थर से निर्मित यूरोपीय और हिमालयी वास्तुकला का एक संयोजन है. मध्ययुगीन नग्गर कैसल का निर्माण कुल्लू के राजा सिद्ध सिंह द्वारा 1460 के आसपास किया था. नग्गर कैसल अब हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा संचालित है जो ब्यास घाटी के जंगलों की शानदार दृश्यों की वजह से अब भी पर्यटकों का पसंदीदा है.
रोहतांग दर्रा || Rohtang Pass
रोहतांग दर्रा मनाली घूमने के लिए आने वालों लोगों के लिए यहां की बर्फबारी आकर्षण का केंद्र है. यहां की बर्फबारी आने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है. यह पर्यटन स्थल मनाली बस स्टैंड से 51 किमी की दूरी पर स्थित है.
मणिकरण साहिब || Manikaran Sahib
मणिकरण साहिब मनाली में स्थित सिखों का प्रसिद्ध गुरुद्वारा और तीर्थ स्थान है. यह जोगिनी वॉटरफॉल से करीब 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस गुरुद्वारे का संबंध सिख धर्म के पहले गुरु, गुरु नानक से संबंधित है. इस गुरुद्वारे अलावा यहां गर्म पानी के झरने हैं. मणिकरण साहिब, मनाली बस स्टैंड से 24 किमी की दूरी पर स्थित है.
गायत्री मंदिर || Gayatri Mandir
गायत्री मंदिर प्रसिद्ध जोगिनी वॉटरफॉल से 9 किमी दूर स्थित है जिसमें संगमरमर से बनी देवी गायत्री की मूर्ति स्थापित है. इस मंदिर की वास्तुकला शैली काफी शानदार है. गायत्री मंदिर की यात्रा करने के साथ आप इसके आस-पास के मंदिर जैसे शिकारा शैली शिव मंदिर की यात्रा भी कर सकते हैं.
भुंतर || Bhuntar
भुंतर एक हरियाली भरी जगह है जहां पर कई मंदिर स्थित है. भंटर एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहां आपको एक बार जरुर जाना चाहिए. यहां आप बहने वाली ब्यास नहीं में वाइट वाटर राफ्टिंग के लिए भी जा सकते हैं. भुंतर हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन और भीड़ भाड़ वाले पर्यटन स्थलों से अलग एक सरल और शांत जगह है.
सुल्तानपुर पैलेस || Sultanpur Palace
सुल्तानपुर पैलेस पहले रूपी पैलेस कहा जाता था. इसको नए रूप में पुराने अवशेषों पर बनाया गया था जो भूकंप में क्षतिग्रस्त हो गया था. इस महल में विभिन्न वाल पेंटिंग और पहाड़ी शैली की वास्तुकला और औपनिवेशिक शैली का अद्भुत मिश्रण है. बता दें कि इस पैलेस में महल कुल्लू घाटी के पूर्ववर्ती शासकों का निवास स्थान है.
जोगिनी वॉटरफॉल मनाली से लगभग 4 किलोमीटर दूर है यहां की यात्रा आप पैदल या प्राइवेट गाड़ी कर सकते हैं. जोगिनी वॉटरफॉल का नजदीकी रेलवे स्टेशन जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशन है जो मनाली से लगभग 165 किलोमीटर दूर है.
जोगिनी वॉटरफॉल जाने के लिए किराये की टैक्सी या कैब या सार्वजनिक वाहन की मदद ले सकते हैं. जोगिनी वॉटरफॉल का निकटतम हवाई अड्डा भुंतर में कुल्लू मनाली हवाई अड्डा है, जो जोगिनी वॉटरफॉल से 55 किलोमीटर की दूरी स्थित है.
फ्लाइट से कैसे पहुंचे जोगिनी वाटरफॉल –अगर आप जोगिनी वॉटरफॉल के लिए यात्रा हवाई जहाज से करना चाहते हैं तो बता दें कि इसका नजदीकी हवाईअड्डा भुंतर अड्डा में कुल्लू मनाली हवाई अड्डा है जो जोगिनी वॉटरफॉल से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
जोगिनी वॉटरफॉल जाने के लिए आप हवाई अड्डे से टैक्सी ले सकते हैं या या फिर राज्य परिवहन द्वारा चलने वाली बसों से यात्रा कर सकते हैं.
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे जोगिनी वाटरफॉल- दिल्ली से मनाली के लिए बसें आसानी से मिल जाएगी. दिल्ली से मनाली 570 किमी की दूरी पर है. शिमला, धर्मशाला, लेह और चंडीगढ़ से भी मनाली के लिए बस सेवाएं उपलब्ध हैं.
अगर आप बस से सफर नहीं करना चाहते तो आप मनाली की यात्रा के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं. हालांकि ये सुनिश्चित करें कि चालक को पहाड़ी क्षेत्रों में ड्राइव करने का अनुभव है. मनाली से जोगिनी वॉटरफॉल जाने के लिए पर्यटक टैक्सी या कैब की मदद ले सकते हैं.
ट्रेन से कैसे पहुंचे जोगिनी वाटरफॉल- अगर आप ट्रेन से जोगिनी वॉटरफॉल या मनाली जाने की योजना बना रहे हैं तो बता दें कि मनाली का निकटतम रेलवे स्टेशन अंबाला कैंट या चंडीगढ़ है. ट्रेन की मदद से चंडीगढ़ या अंबाला पहुंचने के बाद आपको मनाली के लिए बस से यात्रा करनी होगी.
जोगिनी झरने की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के मौसम मार्च और मई के बीच और सर्दियों के दौरान, यानी अक्टूबर और फरवरी के बीच होता है. सर्दियों के दौरान यहां पर तापमान काफी कम हो जाता है, जबकि यह पूरी गर्मी भर में सुखद रहता है.
दोनों मौसमों में झरने की यात्रा करना अच्छा है.
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