Himachal Pradesh Tour Guide – दुनिया में बहुत से देश बेहद खूबसूरत है अगर भारत की बात की जाए तो बहुत सारे राज्य हैं जैसे उतराखंड, जम्मू-कशमीर और हिमाचल प्रदेश जिसकी खूबसूरती को बयां करना शब्दों में थोड़ा कठिन होगा. बहुत से सैलानियों की हिमाचल घूमने आने की आलग ही चाह होती है. Himachal Pradesh Tour Guide- हिमाचल में Shimla, Manali, Kufri, Dalhousie, Mcleodganj, Dharamshala जैसी बहुत सी जगह हैं जहां हर साल सैलानी लाखों की सख्यां में यहा घूमने आते हैं. मनाली में जैसे पार्वती नदी के दाई ओर स्थित, मणिकर्ण अपने गर्म पानी के झरने के लिए प्रसिद्ध है, तो वहीं ब्रिटिश समय में ग्रीष्म कालीन राजधानी शिमला राज्य का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र हैं. इसके पड़ोस में घने जंगल और टेढ़े-मेढे़ रास्ते हैं, जहां पर हर मोड़ पर मनोहारी दृश्य देखने को मिलते हैं. Himachal Pradesh Tour Guide धर्मशाला जिला यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, जहां पाइन के ऊंचे पेड़, चाय के बागान और इमारती लकड़ी पैदा करने वाले बड़े वृक्ष ऊंचाई, शांति और पवित्रता के साथ यहां खड़े दिखाई देते हैं. मैकलॉडगंज में टूरिस्ट को अपनी ओर खींचता है. हिमाचल के Malana में मौज मस्ती और लाइफ को बेफिक्री से जीने वाले लोग जुटे रहते हैं. यहां का मजा ऐसा है कि इसे छोटा इजरायल ( Small Israel in India ) भी कहा जाता है.
खूबसूरत बर्फ की चादर ओड़े पहाड़, हरियाली लकड़ी के बने घर और बेहद सुदंर लड़कियां जी हां आप सही सोच रहें हैं हिमाचल प्रदेश कपल्स के लिए हनीमून डेस्टीनेशन तो है ही इसके अलावा भी हिमाचल पदेश में बहुत कुछ है. यहां प्रसिद्ध चीजों में सबसे प्रसिद्ध यहां की टॅाय ट्रेन है यह भारत में ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय है.
आपको यह जानकर आशचर्य होगा हिमाचल में स्थित कसोल मिनी इजरायल के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यहां सिर्फ इजराइली लोग रहते हैं. दुनिया के सबसे सुदंर स्टेडियमों में से एक HPCA क्रिकेट स्टेडिम जोकि धर्मशाला में है. पैराग्लाइडिंग का शौक रखने वालों के लिए यह जगह जन्नत से कम नहीं है. कागड़ा का बिलींग जगह उड़ान भरने के लिए दुनिया भर के पयलेटों की यह पहली पसंद है.
एडवेंचर की तलाश में घूम रहे युवाओं के लिए सबसे बेहतर जगह इससे ज्यादा कोई हो ही नहीं सकती. इसी राज्य का एक महत्वपूर्ण स्थल मणि महेश कैलाश सिखर है कहा जाता है कि भगवान शिव यहीं वास करते हैं.
हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ “बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत” है. हिमाचल प्रदेश को “देव भूमि” भी कहा जाता है. हिमाचल विश्वभर में खूबसूरती के अलावा हेल्थ और पर्यावरण के बारे में काफी जगरूक है. भारत एक पहला ऐसा राज्य है जहां पर पॉलीथिन पूरी तरह से बैन है. यहां की एक और खास बात यह है कि यहां घूमने आए सैलानियों के साथ ठगी नहीं की जा सकती. आज हम इस आर्टिकल के जरिए हिमाचल के सबसे खूबसूरत 10 जगहों से आपको रूबरू कराने के साथ हिमाचल के इतिहास, खाना, कब जाएं. कैसे जाए सब बताएंगे.
हिमाचल प्रदेश की राजधानी और ब्रिटिश कालीन समय में ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला विश्व का एक महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल है. यहां का नाम देवी श्यामला के नाम पर रखा गया है जो काली का अवतार है. शिमला लगभग 7267 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यह अर्ध चक्र आकार में बसा हुआ है. यहां घाटी का सुंदर दृश्य दिखाई देता है और हिमालय पर्वती की चोटियां चारों ओर दिखाई देती है. यहां हर साल देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं. बर्फ से ढकी हुई यहां की पहाड़ियों में बड़े सुंदर दृश्य देखने को मिलते हैं जो पर्यटकों को बार-बार आने के लिए आकर्षित करते हैं.
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शिमला संग्रहालय हिमाचल प्रदेश की कला एवं संस्कृति का एक अनुपम नमूना है, जिसमें यहां की विभिन्न कलाकृतियां विशेषकर वास्तुकला, पहाड़ी कलम, सूक्ष्म कला, लकडि़यों पर की गई नक्काशियां, आभूषण एवं अन्य कृतियां संग्रहित हैं. शिमला में दर्शनीय स्थलों के अतिरिक्त कई अध्ययन केंद्र भी हैं, जिनमें लार्ड डफरिन द्वारा 1884-88 में निर्मित भारतीय उच्च अध्ययन केंद्र बहुत ही प्रसिद्ध है. यहां कुछ ऐतिहासिक सरकारी भवन भी हैं. चैडविक झरना भी एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है. इसके साथ ही ग्लेन नामक स्थल भी है.
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बर्फ से भरे रोहतांग पास के चारों ओर गर्म पानी के झरने मंत्रमुग्ध कर देते हैं, प्रकृति प्रेमियों और रोमांच पसंद लोगों के लिए मनाली में घूमनें की बहुत सी जगहें है. बर्फ से ढके पहाड़, नदी घाटियां, अदभुत कैफे और शांत स्थानों का नज़ारा चारो ओर दिखाई देता है. हिमाचल में स्थित यह हिल स्टेशन भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए छुट्टी बिताने की बेहद मशहूर जगह है. यह स्थान एडवेंचर के शौकिनों, छुट्टी मानने वाले परिवारों और हनीमून कपल्स को अपनी पसंदीदा जगह है.
अनंत दूरी तक चलता आकाश, बर्फ से ढकी चोटियां, गहरी घाटियां और मीठे पानी के झरने, कुफरी में यह सब है. यह पर्वतीय स्थान शिमला के पास समुद्री तल से 2510 मीटर की ऊंचाई पर हिमाचल प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित है. कुफरी में ठंड के मौसम में अनेक खेलों का आयोजन किया जाता है जैसे स्काइंग और टोबॉगनिंग किया जाता है. ठंड के मौसम में हर साल खेल कार्निवाल आयोजित किए जाते हैं और यह उन पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण है जो केवल इन्हें देखने के लिए यहां आते हैं. यह स्थान ट्रेकिंग और पहाड़ी पर चढ़ने के लिए भी जाना जाता है जो रोमांचकारी खेल प्रेमियों का आदर्श स्थान है.
कुल्लू घाटी को पहले कुलंथपीठ कहा जाता था. कुलंथपीठ का शाब्दिक अर्थ है रहने योग्य दुनिया का अंत। कुल्लू घाटी भारत में देवताओं की घाटी रही है। यहां के मंदिर, सेब के बागान और दशहरा हजारों पर्यटकों को कुल्लू की ओर आकर्षित करते हैं। यहां के स्थानीय हस्तशिल्प कुल्लू की सबसे बड़ी विशेषता है। बिलिंग की टेक ऑफ साइट से कांगड़ा और मंडी के सुदूर इलाकों का विहंगम नज़ारा देखा जा सकता है. बिलिंग से टेक ऑफ के बाद मानव परिंदे बीड़ के चौगान में लैंड करते हैं. बीड़-बिलिंग लगभग पूरे साल उड़ने के शौकीनों से गुलजार रहता है जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसाय खूब फल-फूल रहा है.
पालमपुर भारत के उत्तरी राज्य हिमाचल प्रदेश का एक हिल स्टेशन है. यह अपने चाय बागानों के लिए जाना जाता है. पालमपुर उत्तर-पश्चिम भारत की चाय की राजधानी है, लेकिन चाय ही एक ऐसा पहलू नहीं है जो पालमपुर को एक विशेष रूचि स्थल बनाता है. पहाड़ों की निकटता और पानी की बहुतायत ने इसे हल्के जलवायु के साथ संपन्न किया है.
शहर ने अपना नाम स्थानीय शब्द “पलुम” से प्राप्त किया है, जिसका अर्थ है बहुत पानी. पहाड़ी से पालमपुर के मैदानों तक बहने वाली कई नदियों हैं, हरियाली और पानी का संयोजन पालमपुर को एक विशिष्ट रूप देता है, पालमपुर मैदानों और पहाड़ियों के संगम पर है और इसलिए बहुत सुन्दर दिखता है. एक तरफ मैदानी और दूसरी तरफ धौलाधार की हसीन पहाड़ियां हैं, जो वर्ष केअधिकांश समय के लिए बर्फ से ढके हुए रहती है.
सोलांग घाटी का नाम सोलंग (निकटवर्ती गांव) और नाला (जलधारा) शब्दों के संयोजन से पड़ा है. यह हिमाचल प्रदेश में कुल्लू घाटी के शीर्ष पर एक साइड वैली है, कुल्लू घाटी के शीर्ष पर स्थित एक टूरिस्ट साइड वैली है. सोलांग घाटी मनाली के मुख्य शहर के 14किमी दूर उत्तर पश्चिम में स्थित है और हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. सोलंग वैली में यह घाटी ब्यास कुंड और सोलंग गाँव के बीच मनाली से रोहतांग दर्रे के रास्ते में पड़ती है. सोलंग घाटी को देखने हर साल भारी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. यह एडवेंचर के शौकीनों के लिए एक पसंदीदा जगह है. इसके अलावा यहां पैराग्लाइडिंग, पैराशूटिंग, घुड़सवारी से लेकर मिनी ओपन जीपों की सवारी विशेष रूप से सभी आयु वर्ग के पर्यटकों के लिए उपलब्ध है. सर्दियों के दौरान जब घाटी बर्फ से ढकी होती है इस दौरान स्कीइंग यहां एक लोकप्रिय खेल है.
धर्मशाला हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थल है. यह जगह दलाई लामा के पवित्र निवास के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है और यहां आर निर्वासन में तिब्बती भिक्षु रहते हैं. धर्मशाला कांगड़ा से 8 किमी की दूरी पर कांगड़ा शहर में स्थित है. यह शहर अलग-अलग उंचाई के साथ ऊपरी और निचले डिवीजनों के रूप में बंटा हुआ है.धर्मशाला की राजसी हिमालय पर्वत श्रृंखला की गोद में बसा एक छोटा सा क्रिकेट स्टेडियम है जो समुद्र तल से 1,457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
स्पीति घाटी ट्रैकिंग करने वालों के लिए सबसे सही जगह मानी जाती है. यहां आपको प्राकृतिक सौंदर्य से रूबरू होने का मौका भी मिलेगा. स्पीति को छोटा तिब्बत भी कहा जाता है क्योंकि इन दोनों की वनस्पति, परिदृश्य और जलवायु में काफी समानता देखने को मिलती है.स्पीति में समान रूप से बौद्ध और हिंदू धर्म को माना जाता है.
रंग-बिरंगे बौद्ध प्रार्थना के झंडे से लेकर हवा की सरसराहट यहां की संस्कृति को बयां करती है. इस स्थान पर कई तरह के मेले लगते हैं जैसे पौड़ी, लदारचा, त्शेशु, ट्राइबल, फगली और गोची आदि।स्पीति में अनके मठ, प्रचुर वनस्पति और जीव, ऊंचे पर्वत और नदियां हैं.
कसौली समुद्र तल से 1927 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो शिमला से मात्र 280 मीटर कम है। अतः यहां की जलवायु शिमला जैसी ही है. यहां शिमला जैसा बड़ा बाजार, भीड़−भाड़, दुकानदारों की लूट और महंगाई नहीं है. जो लोग रोज की भागदौड़ की जिंदगी से ऊबकर कुछ दिन आराम करना चाहते हैं, उनके लिए कसौली एक आदर्श जगह है।कसौली में सबसे ऊंची जगह है, मंकी प्वाइंट. यहां से प्रकृति की दूर−दूर तक फैली अनुपम छटा दिखाई पड़ती है. मंकी प्वाइंट और दूसरी ओर गिलनर्ट पहाड़ी पर लोग सुबह-शाम टहलने निकलते हैं.. इन दोनों जगहों पर पिकनिक मनाने वालों की हमेशा भीड़ लगी रहती है.
हिमालय प्रदेश स्थापित किन्नौर घाटी शिमला से करीब 200 किलोमीटर दूर है. गर्मी की छुट्टी बिताने की या बेहतर जगह है . किन्नौर का दृश्य ऐसा है कि एक पल के लिए शायद आप सांस लेना भूल जाए पर वहां के प्रकृति सौंदर्य को कभी नहीं भूल पाएगा छुट्टी में मोहक प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना है, तो यह जगह आपके लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं भगवान का है. किन्नौर की सुंदरता वहां के बादलों से निकलती है. जिससे भगवान का वरदान कहते हैं जहां हजारों फीट गहरी घाटी देखने लायक है.
रिवालसर झील मंडी में पर्यटकों का मुख्य आकर्षण केंद्र है जो समुद्र स्तर से 1350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. झील लगभग 735 मीटर के तटरेखा के साथ एक वर्ग के आकार का है. इसे हिंदुओं, सिखों और बौद्धों के लिए एक पवित्र स्थान के रूप में रखा जाता है. रिवाल्सर झील के ऊपर की गुफा में मंदरावा में तीर्थ. रिवालसर में तीन बौद्ध मठ हैं. झील में भगवान कृष्ण, भगवान शिव और ऋषि लोमस को समर्पित तीन हिंदू मंदिर भी हैं. एक अन्य पवित्र झील, कुंत भोग, जो समुद्र तल से लगभग 1,750 मीटर की ऊंचाई पर है, रेवाल्सर के ऊपर स्थित है.
हिमाचल आने का समय सबसे अच्छा समय गर्मियों का माना जाता है. आप मार्च से जुलाई के बीच में यहां आ सकते हैं. अगर आप कुछ ऐसे जगह पर रहते हैं जहां बहुत गर्मी पड़ती है तो आप यहां आकर ठड़ का मजा ले सकते हैं. सैलानी गर्मियों के मौसम में यहां ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग, कैम्पिंग, हॉट एयर बैलूनिंग और वाटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकता हैं. गर्मियों में हिमाचल में घूमने की सबसे अच्छी जगह शिमला, कुल्लू मनाली, डलहौजी, धर्मशाला, खज्जर आदि शमिल हैं.
हिमाचल प्रदेश में अगर आप घूमने जा रहे हैं तो आप यहां में कम बजट वाले होटल से लेकर कई महंगे अच्छे रिसॉर्ट्स भी ले सकते हैं. हिमाचल में रुकने के लिए आपके पास कई सारे ऑप्शन है. होटलों से लेकर घरों और रिसॉर्ट्स से लेकर बंगले तक लक्जरी बजट के लिए, सब कुछ आपको यहां मिल जायेंगे. आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों से होटल को बुक करा सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश में कई स्पष्ट रूप से भोजन नहीं होते हैं तिब्बत के लोगों के व्यापक प्रवास और पंजाब के साथ लंबे समय के संबंध में हिमाचल पर पंजाबी और तिब्बती भोजन पर प्रभाव पड़ा है. अनन्य हिमाचली व्यंजनों में इंद्र (उरद दाल के साथ तैयार किया जाता है), कांगड़ा क्षेत्र के नाश्ता (एक मीठा) शामिल हैं, शिमला क्षेत्र के बादा / पंडू और बाडी / गौंडे; इस राज्य के अन्य पसंदीदा चौक, तिल, भागजरी और पटेर की चटनी हैं।धाम स्वादिष्ट व्यंजनों से भरी एक थाली है. इसमें आपको दाल, राजमा, चावल, दही, आदि के चखने को मिल जाएंगे हिमाचल प्रदेश में शाकाहारी व्यंजन लोकप्रिय हैं.
राज्य में तीन घरेलू हवाई अड्डे हैं कुल्लू घाटी में स्थित भुतंर हवाई अड्डा, जुम्बारट्टी का इकलौता शिमला में रखा गया और कागड़ा जिले में गगगल हवाई अड्डा रखा गया. एक अन्य हवाई अड्डा बनकेत निर्माणाधीन है. राज्य में कोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नहीं है. आमतौर पर हवाई अड्डे दिल्ली और चंडीगढ़ के हवाई अड्डों से जुड़ा हुआ है. डेक्कन एयरलाइंस, एयर इंडिया एयरलाइंस, एमडीएलआर एयरलाइंस दिल्ली और चंडीगढ़ से कुल्लू की उड़ानें वापस लौट रही हैं और वापस लौट रही हैं. जेग्सन एयरलाइंस की उड़ानें केवल दिल्ली से राजधानी शहर शिमला तक हैं.
राज्य के सड़क मार्गों ने कुल 28,210 किमी की कुल लंबाई के साथ जिला से जिले तक अच्छा संचार किया है. वहां 3 नेशनल हाईवे हैं जो 1,235 किमी सड़क मार्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो राज्य भर में क्रस-क्रॉस हैं. एनएच नं 20 हिमाचल प्रदेश के कई जिलों के माध्यम से जाना जाता है. इस राजमार्ग ने कई जिलों को एक नेटवर्क में जोड़ा है. मुख्य रूप से, यह नूरपुर से धर्मशाला, पालमपुर, जोगिन्दर नगर और मंडी में समाप्त होता है.
एनएच नं 21 राज्य चंडीगढ़ से प्रवेश करती है और लेह के माध्यम से बिलासपुर, कुल्लू, मंडी और मनाली के माध्यम से जाता है. एनएच नं 22 अंबाला से प्रवेश करती है और किन्नौर के माध्यम से सोलन, शिमला, नरकंडा और रामपुर के माध्यम से जाते हैं. सर्दियों और मानसून के मौसम में सड़कों पर बर्फबारी और भूस्खलन के कारण कुछ सड़कें बंद हो जाती हैं.
सड़क मार्गों का परिवहन मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश में बसों और निजी टैक्सियों पर निर्भर करता है. यदि आप राज्य में यात्रा करना चाहते हैं तो आपको बस या टैक्सी द्वारा राज्य में प्रवेश करने के लिए दिल्ली या चंडीगढ़ चुनना होगा. शिमला कुल्लू, मनाली, मंडी, अंबाला, चायल और देहरादून जैसी जगहों पर हिमाचल प्रदेश के अपने गंतव्य स्थान पर नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं. अपनी पसंद की पूरी जगह पर जाने के लिए आप एक निजी टैक्सी या सूमो कार निविदा सकते हैं.
राज्य में कुछ स्थानों पर रेलवे ट्रैक पाया जाता है. हिमाचल प्रदेश (एचपी) में दो रेलवे संकीर्ण गेज लाइनें पाथंकोट (पंजाब राज्य से जुड़ी राज्य का सबसे लंबा रेलवे) और काल्का को 9 6 किलोमीटर की लंबाई और नांगल से तलवाड़ा (निर्माण के तहत) की एक विस्तृत गेज लाइन के साथ शिमला में दो रेलवे गेज लाइनें हैं. राज्य के मुख्य रेलवे स्टेशन पठानकोट, जोगिंदर नगर, शिमला आदि हैं.
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