Manali Tour Guide – मनाली का जिक्र होते ही दिमाग में एक ऐसी तस्वीर बनती है, बर्फ से ढ़के पहाड़, बहती नदियां और बेहद खूबसूरत वादियां… यह पिक्चर कुछ ऐसी होती है जो हम अपनी घर की दीवारों पर या कम्पूटर स्क्रीन पर लगाते हैं. मनाली भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में स्थित एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है. हिंदू देवता, ‘मनु’ के निवास के रूप में जाना जाता है.
मनाली ( Manali Tour Guide ) पहाड़ी शहर कुल्लू जिले के उत्तरी छोर पर ब्यास नदी घाटी में समुद्र तल से 2,050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. धरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू- कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं के बढ़ने के कारण मनाली हिल स्टेशन की लोकप्रियता बढ़ गई. ऐसा माना जाता है कि पहले अधिक संख्या में सैलानी जम्मू कशमीर ही घूमने जाया करते थे, लेकिन बाद में वहां जाने से पर्यटक डरने लगे फिर उन्होंने मनाली ( Manali Tour Guide ) को चुना छुट्टी बिताने के लिए.
पौराणिक ग्रंथों में मनाली को मनु का घर कहा गया है. कहा जाता है कि जब सारा संसार प्रलय में डूब गया था तो एकमात्र मनु की जीवित बचे थे. मनाली ( Manali Tour Guide ) में आकर ही उन्होंने मनुष्य की पुर्नरचना की. इसलिए मनाली को हिन्दुओं का पवित्र तीर्थस्थल भी माना जाता है. गर्मियों से निजात पाने के लिए इस हिल स्टेशन पर हजारों की तादाद में सैलानी आते हैं.
सर्दियों में यहां का तापमान शून्य डिग्री से नीचे पहुंच जाता है. आप यहां के खूबसूरत प्राकृतिक व्यू के अलावा मनाली में हाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, कायकिंग जैसे खेलों का भी आनंद उठा सकते है. यहां के जंगली फूलों और सेब के बगीचों से छनकर आती सुंगंधित हवाएं दिलो दिमाग को ताजगी से भर देती हैं. प्राचीन काल में, मनाली खानाबदोश शिकारी और चरवाहों द्वारा बसाया गया था जो कांगड़ा घाटी से यहां आए थे.
भारत के ब्रिटिश कब्जे के बाद, मनाली अपने सेब, बेर और नाशपाती के बागों के लिए जाना जाता था. शानदार कुल्लू घाटी में स्थित होने के कारण, मनाली ( Manali Tour Guide ) आज भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले हिल स्टेशनों में से एक है और यह एक प्राचीन व्यापार मार्ग की शुरुआत में है जो लद्दाख से काराकोरम दर्रा तक चीन में तारिम बेसिन तक जाता है.
आज, यह एक हलचल पहाड़ी शहर है जो यहां कि अधिकांश अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही निर्भर रहती है.आज हम आपको इस लेख में बताएंगे मनाली कब जाएं,कैसे जाएं इसी के साथ वहां की कुछ टिप्स भी बताएंगे.
ऊंचाई के कारण मनाली में मौसम साल भर अच्छा रहता है. गर्मियों में मौसम खुशनुमा रहता है जबकि सर्दियों में मनाली में भयंकर सर्दी होती है. भारी बर्फबारी भी मनाली में हर साल सर्दियों के दौरान होती है. इसलिए पर्यटकों को सर्दियों के मौसम में न आने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान सड़क खराब हो जाती है और यात्रा करने लायक नहीं रहती हैं.
मनाली में गर्मी का मौसम मार्च से शुरू होता है और जून के महीने तक रहता है. गर्मियों के दौरान मनाली में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. यही समय सबसे बेस्ट होता है मनाली घूमने के लए.
सुबह के समय यहां का वातावरण और मौसम खुशनुमा रहता है लेकिन दिन बढ़ने के साथ- साथ तापमान में बढ़ोतरी होती जाती है. इस दौरान पर्यटक यहां आराम से घूमने आ सकते हैं. मनाली में मानसून जुलाई से सितंबर के अंत तक रहता है. इस दौरान पर्यटकों को मनाली न आने की सलाह दी जाती है.
बारिश में मनाली में पहाड़ो के खिसकने की कई घटनाएं सामने आती है इसलिए बारिश के मौसम पर्यटक यहां भूलकर भी न आएं. मनाली में अक्टूबर के महीने में सर्दी के मौसम की शुरुआत हो जाती है जो फरवरी तक कड़ाके की रहती है. इस दौरान भारी बर्फबारी होती है. सर्दियों के दौरान न्यूनतम तापमान -7 तक पहुंच जाता है.
कुल्लू घाटी के सबसे उत्तरी छोर पर स्थित होने के कारण, मनाली ट्रेकर्स और स्कीयर के लिए एक लोकप्रिय स्थान है. धौलाधार, पीर पंजाल और ब्यास नदी की आसपास की पर्वतमाला मनाली को कई दृष्टिकोणों से बाइकिंग, राफ्टिंग, स्कीइंग, हाइकिंग, ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों के साथ एक प्राकृतिक आश्रय स्थल बनाती हैं.
चंद्रखानी और रोहतांग जैसे उच्च पहाड़ी दर्रे भारत और विदेशों के साहसी लोगों को इस सुरम्य पहाड़ी शहर की ओर आकर्षित करते हैं. ब्यास कुंड, हिडिम्बा मंदिर, कलथ हॉट वॉटर स्प्रिंग्स, जोगिनी फॉल्स, सोलंग वैली, ओल्ड मनाली, मनाली गोम्पा, नेहरू कुंड और रोहतांग दर्रा आदि कई ऐसे आकर्षण हैं जो मनाली में घूम सकते हैं.
Hidimba Temple समुद्र तल से 1533 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर धूंगरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. मंदिर यहां की स्थानीय देवी हिडिम्बा को समर्पित है. हिडिम्बा महाभारत में वर्णित भीम की पत्नी थी. मई के महीने में यहां एक उत्सव मनाया जाता है. महाराज बहादुर सिंह ने यह मंदिर 1553 ई. में बनवाया था. लकड़ी से निर्मित यह मंदिर पैगोड़ा शैली में बना है.
Vasistha kund मनाली से 3 किलोमीटर दूर वशिष्ठ स्थित है. प्राचीन पत्थरों से बने मंदिरों का यह जोड़ा एक दूसरे के विपरीत दिशा में है, एक मंदिर भगवान राम को और दूसरा संत वशिष्ठ को समर्पित है.
Manikaran समुद्र तल से 1700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मणिकर्ण गर्म पानी का झरना है. कहा जाता है शिव की पत्नी पार्वती के कर्णफूल यहां खो गए थे. उसके बाद से इस झरने का जल गर्म हो गया. हजारों लोग यहां के जल में पवित्र डुबकी लगाने दूर-दूर से आते हैं. यहां का पानी इतना गर्म है कि इसमें चावल, दाल और सब्जियों को उबाला जा सकता है.
Buddhist monastery मनाली के बौद्ध मठ बहुत लोकप्रिय हैं. कुल्लू घाटी के सर्वाधिक बौद्ध शरणार्थी यहां बसे हुए हैं. यहां का गोधन थेकचोकलिंग मठ काफी प्रसिद्ध है. 1969 में इस मठ को तिब्बती शरणार्थियों ने बनवाया था.
Rohtang Pass मनाली से 50 किलोमीटर दूर समुद्र तल से 4111 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह दर्रा साहसिक पर्यटकों को बहुत रास आता है. दर्रे के पश्चिम में दसोहर नामक एक खूबसूरत झील है. गर्मियों के दिनों मे भी यह स्थान काफी ठंडा रहता है. जून से नवंबर के बीच लाहौल घाटी से यहां पहुंचा जा सकता है. यहां से कुछ दूरी पर सोनपानी ग्लेशियर है.
Beas Kund यह कुंड पवित्र ब्यास नदि का जल स्रोत है. ब्यास नदि में झरने के समान यहां से पानी बहता है. यहां का पानी एकदम साफ और इतना ठंडा होता है कि उंगलियों को सुन्न कर देता है. इसके चारों ओर पत्थर ही पत्थर हैं और वनस्पतियां बहुत कम हैं.
Old Manali मनाली से 3 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में ओल्ड मनाली है जो बगीचों और प्राचीन गेस्टहाउसों के लिए काफी प्रसिद्ध है. मनालीगढ़ नामक क्षतिग्रस्त किला भी यहां देखा जा सकता है. Himachal Pradesh Tour Guide – कौन सी जगह है सबसे Best, कैसे पहुंचें, Full Information
Solang Nala मनाली से 13 किमी की दूरी पर स्थित सोलंग नुल्लाह 300 मीटर की स्की लिफ्ट के लिए लोकप्रिय है. इस खूबसूरत स्थान से ग्लेशियर और बर्फ से ढकी पहाड़ों की चोटियों के मनोहर नजारे देखे जा सकते हैं. नजदीक ही मनाली की प्रारंभिक राजधानी जगतसुख भी देखने योग्य जगह है.
Manu Temple ओल्ड मनाली में स्थित मनु मंदिर महर्षि मनु को समर्पित है. यहां आकर उन्होंने ध्यान लगाया था. मंदिर तक पहुंचने का मार्ग दुरूह और रपटीला है. Arjun Cave कहा जाता है महाभारत के अर्जुन ने यहां तपस्या की थी. इसी स्थान पर इन्द्रदेव ने उन्हें पशुपति अस्त्र प्रदान किया था.
आप ठंड पसंद करते हैं तो अक्टूबर से फरवरी का समय मनाली की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है और खासतौर पर आप जनवरी में ताज़ा बर्फबारी का आनंद भी उठा सकते है. पर अगर आप सर्दियों मे नहीं जाना चाहते तो आप मार्च से जून के बीच मनाली यात्रा का लुत्फ उठा सकते है.
By Air- नजदीक का हवाई अड्डा भुंतर है. यह कुल्लू से 10 किलोमीटर और मनाली से 50 किलोमीटर दूर है. By Train – नजदीक के रेलवे स्टेशन चंडीगढ़, शिमला, जोगिन्दर नगर है. By Road – टैक्सी और लग्जरी बसें दिल्ली, चंडीगढ और कुल्लू से चलती हैं. मनाली से वापस आने के लिए बस सेवा उपलब्ध है.
1. यहां के अधिकतर मिन्दर में चमड़े से बनी वस्तुऐं ले जाना मना है. 2. ब्यास नदी का जल को हल्के में न लें, इस नदी का जल तीव्र गति से बहता है. नदी के पास न ही जाए तो ठीक है. 3. किराये पर लिए गए कपड़ों को लौटाते समय जेब अवश्य चैक कर लें. 4. वापसी की टिकट एक दिन पहले बुक करा लें, कई बार ज्यादा भीड़ होने के कारण टिकट नहीं मिलती. 5. मनाली के बारे में विस्तृत जानकारी की पुस्तके व वीडियों सी. डी. जरूर ले जायें. 6. चलते फिरते गाइड अपने साथ न लेकर जाए, उन का परिचय पत्र जरूर जांच लें. 7. हिमाचल पर्यटन सूचना केन्द्र व निजी ट्रेवल्स कंपनियों की सुविधाऐं जरूर लें, सभी जरूर दफ्तर मनाली के मुख्य बाजार में ही स्थित है.
1. Kullu – 40 kilometers 2. Shimla – 250 kilometers 3. Chandigarh – 291 kilometers 4. Dharamsala – 237 kilometers 5. Chamba – 353 kilometers 6. Dehradun – 430 kilometers 7. Delhi – 540 kilometers 8. Jaipur – 795 kilometers 9. Lucknow – 982 kilometers 10. Ahmedabad – 1,460 kilometers 11. Mumbai – 1,932 kilometers 12. Kolkata – 2000 kilometers 13. Hyderabad – 2,078 kilometers 14. Bangalore – 2,666 kilometers 15. Chennai – 2,705 kilometers
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